Tuesday 30 June 2020

लाखों में कमाई करने वाले टिकटॉक स्टार्स अब देसी ऐप की तरफ कर रहे मूव, टिकटॉक बैन होने से दो हजार कर्मचारियों की नौकरी खतरे में

चाइनीज ऐप टिकटॉक के बैन होने से दो हजार भारतीयों की नौकरी खतरे में आ गई है। भारत में टिकटॉक के डेवेलपर बाइटडांस में करीब 2000-2200 लोग काम करते हैं। वहीं, कई ऐसे टिकटॉक स्टार्स हैं, जो इस शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म के जरिए एक वीडियो से लाखों की कमाई करते हैं। हालांकि, टिकटॉक की तरफ से यह आश्वासन दिया गया है कि सरकार से बातचीत कर जल्द ही कुछ निष्कर्ष निकाला जाएगा। बता दें कि टिकटॉक के मजबूत बाजारों में से भारत एक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, TikTok के देश में लगभग 11.9 करोड़ यूजर्स थे।

टिकटॉक के एक कर्मचारी ने बताया कि हम सालों से टिकटॉक में काम करते हैं। अब नौकरी जाने का डर बना हुआ है। हालांकि, इस पर कंपनी की तरफ से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

अब क्या करेंगे टिकटॉक के स्टार्स ?

टिकटॉक के स्टार्स अब देसी शॉट वीडियो प्लेटफॉर्म रोपोसो (ROPOSO) और चिंगारी जैसे ऐप की तरफ मूव कर रहे हैं। रोपोसो के फाउंडर और InMobi Group के सीईओ नवीन तिवारी ने मनी भास्कर को बताया कि भारत-चीन विवाद के बाद से ही हमारे प्लेटफॉर्म रोपोसो पर यूजर्स की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। पिछले 10 दिनों में टिकटॉक के कई बड़े स्टार्स हमारे ऐप से जुड़े हैं। इनमें वरूण सोनी (टिकटाॅक पर 2.8M फाॅलोवर्स), पायल कोहली (टिकटाॅक पर 2.1M फाॅलोवर्स), उल्हास कमहटे (टिकटाॅक पर 6.8 M फाॅलोवर्स), अंसारी जीशान (टिकटाॅक पर 1.2M फाॅलोवर्स) जैसे टिकटॉक स्टार्स ने इस प्लेटफॉर्म को ज्वाइन किया है। कंपनी ने कहा कि हम टिकटॉक स्टार्स जिनके कंटेंट अच्छे होते हैं उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर टैलेंट शो करने का मौका देंगे। वे यहां से कमाई कर सकते हैं। बता दें कि रोपोसो भारतीय ऐप है और इसे टिकटॉक का सबसे बड़ा राइवल माना जाता है।

ब्रैंड भी कर रहे हैं देसी ऐप की ओरमूव

वहीं एक ब्रैंड के जानकार ने बताया कि कुछ बड़े ब्रैंड अब देसी ऐप को स्पान्सर्ड करेंगे। इनमें 5 बड़े ब्रैंड्स का रोपोसो से तो 2 ब्रैंड ने चिंगारी से डील करने को लेकर बातचीत की है। इन ब्रैंड्स का टिकटॉक स्टार्स के साथ डील है जो कि अब अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए स्पांसर करेगी।

टिकटाॅक पर मोटी रकम कमाने के कारण स्टार्स ने छोड़ी थी जाॅब

  • इंग्लिश सिखाकर एक वीडियो से 1 लाख तक कमा लेते थे

मोटिवेशनल स्पीकर अव्वल (Awal TsMadaan) टिकटाॅक पर इंग्लिश बोलना सिखाते हैं। हिन्दी के शब्दों व वाक्यों को इंग्लिश में कैसे बोलते हैं, वे इस पर वीडियो बनाते हैं। टिकटाॅक पर अव्वल के 6 मिलियन (60 लाख) फाॅलोवर्स थे।
अव्वल ने मनी भास्कर से बातचीत में बताया कि वे पिछले एक साल से टिकटाॅक ऐप से जुड़े हुए हैं। इन्हें कई बड़ी कंपनियों ने स्पाॅन्सर किया है और इसके लिए उन्हें लाखों रुपए तक मिले हैं।
अव्वल बताते हैं, 'पहले मैं एक इंटरनेशनल एजेंसी में जाॅब करता था लेकिन टिकटाॅक पर अच्छा रिस्पांस मिलने के बाद मैंने जॉब छोड़ दी और टिकटाॅक पर ही फुल टाइम देने लगा।'' वे बताते हैं कि जितनी सैलेरी उन्हें उस कंपनी में मिलती थी उससे तीन गुना ज्यादा रकम टिकटाॅक पर एक छोटी सी वीडियो से मिल जाती थी। अव्वल ने बताया इसके लिए कंपनियां आपके फॉलोवर्स और कंटेंट देखती हैं और फिर उसके मुताबिक उससे संबंधित कंपनी, एजेंसी, एनजीओ अपना प्रमोशन करवाती थी। अव्वल को कई एजुकेशनल ऐप व संस्थानों से ऐड मिलता था।

  • ब्रैंड्स 1 मिनट के ऐड के 80 हजार रुपए तक देती थी गुंजन को

दिल्ली की रहने वाली गुंजन टिकटाॅक वीडियो के जरिए लोगों को हेल्थ के प्रति जागरूक करती थी। शुरुआत में उन्होंने यह काम शौकिया तौर पर किया, लेकिन बाद में वीडियो पर ऐड के लिए कॉन्टैक्ट्स मिलने लगे तब गुंजन ने इसमें बतौर करियर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने बातचीत में बताया कि मैं अभी एक मीडिया एजेंसी में काम करती थी, लेकिन टिकटाॅक पर टाइम नहीं पाने के कारण जाॅब से रिजाइन दे दिया था। उसके बाद से पूरा टाइम टिकटाॅक पर देती थी ताकि अधिक से अधिक कंपनियों के लिए वीडियो बना सकें। गुंजन को एक वीडियो के लिए कंपनी 20 से 30 हजार रुपए पेमेंट करती थी। गुंजन के मुताबिक, उन्हें हर दिन 4 से 5 कंपनियां अपने प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए अप्रोच करती थी। वे कहती हैं 'हर कंपनी अपने बजट के मुताबिक डील करती थी। छोटी कंपनियां एक ऐड वीडियो के 5 से 10 हजार रुपए तक देती हैं तो नाइका, वीवो, ओप्पो और पूमा जैसे ब्रांड 1 मिनट के ऐड के 80 हजार रुपए तक पेमेंट करने को तैयार रहती हैं।' टिकटॉक अकाउंट पर गुंजन के 3 मिलियन से ज्यादा फॉलोवर्स थे।

कंपनी सरकार के सामने रखेगी अपना पक्ष- टिकटाॅक

टिकटॉक इंडिया के प्रमुख निखिल गांधी की तरफ से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है कि हमने किसी भी भारतीय टिकटॉक यूजर की कोई भी जानकारी विदेशी सरकार या चीनी सरकार को नहीं दी है। उन्होंने कहा है कि इस मसले को लेकर क्लियरिफिकेशन और जवाब के लिए संबंधित सरकारी पक्षों से मिलने के लिए बुलाया गया है।

भारतीय यूजर्स के डेटा अमेरिका और सिंगापुर के सेंटर्स में होते हैं

कंपनी के सूत्रों ने बताया कि ऐसे में निखिल सरकार के सामने भारतीय यूजर्स के डेटा शेयरिंग को लेकर बात रखेंगे क्योंकि कंपनी पहले से ही भारतीय यूजर्स के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद सेवाओं के विकल्पों की जांच के प्रोसेस पर काम कर रहा है। बाइटडांस पहले से ही भारत में एक डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है।
बाइटडांस के बयान के मुताबिक, भारत में हमारे प्लेटफॉर्म के लॉन्च के बाद से हमने अपने भारतीय यूजर्स के डेटा को अमेरिका और सिंगापुर के सेंटर्स में रखा है। भारतीय यूजर्स के डेटा का चीनी सर्वर से लेना देना नहीं है।



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टिकटॉक की तरफ से यह आश्वासन दिया गया है कि सरकार से बातचीत कर जल्द ही कुछ निष्कर्ष निकाला जाएगा


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सैमसंग ने लॉन्च की नई QLED 8K टीवी रेंज, प्री-बुकिंग करने पर मिलेंगे दो गैलेक्सी S20+ स्मार्टफोन

सैमसंग ने मंगलवार को भारत में प्रीमियम फीचर्स से लैस 2020 लाइफस्टाइल टेलीविजन का नया पोर्टफोलियो लॉन्च किया। इसमें 'द सेरिफ' और 2020 QLED 8K TV लाइन शामिल हैं। सेरिफ तीन साइज में उपलब्ध होगी। इसके 43-इंच मॉडल की कीमत 83900 रुपए, 49-इंच मॉडल की कीमत 1,16,900 रुपए जबकि 55-इंच मॉडल की कीमत 1,48,900 रुपए हैं। कंपनी ने बताया कि सेरिफ 8 जुलाई से 17 जुलाई तक अमेजन पर बिक्री के लिए उपलब्ध होगी।

QLED 8K टीवी: भारत में कीमत
कंपनी ने सैमसंग की हाई-एंड QLED 8K टीवी की नई रेंज भी लॉन्च की है। इसके 65 इंच मॉडल की कीमत 4.99 लाख रुपए, 75 इंच मॉडल की कीमत 9.99 लाख रुपए, 82 इंच मॉडल की कीमत 14.29 लाख रुपए जबकि 85 इंच मॉडल की कीमत 15.79 लाख रुपए है। 2020 QLED 8K टीवी रेंज इंडस्ट्री-लीडिंग पिक्चर क्वालिटी, ब्रीद टेकिंग डिजाइन और स्मार्ट कैपेबिलिटी के साथ आएगी।

प्री बुक करने पर दो गैलेक्सी S20 प्लस स्मार्टफ़ोन मिलेंगे
प्री-बुकिंग 1-10 जुलाई तक की जा सकेगी। QLED 8K टीवी की प्री-बुकिंग पर वाले ग्राहकों को अल्ट्रा-प्रीमियम टीवी के साथ दो गैलेक्सी S20 प्लस स्मार्टफ़ोन मिलेंगे। कंपनी ने कहा कि यूजर QLED 8K टीवी पर 15,000 रुपए का कैशबैक भी ले सकते हैं।

10 साल की स्क्रीन बर्न-इन वारंटी मिलेगी
सेरिफ़ और QLED 8K टीवी 10 साल की स्क्रीन बर्न-इन वारंटी, एक साल की कॉम्प्रिहेन्सिव वारंटी और पैनल पर एक साल की अतिरिक्त वारंटी के साथ आएंगे।

यूजर तक पहुंचाता है मीनिंगफुल साउंड
कंपनी के अनुसार, ध्यान भंग करने वाले शोरों का पता लगाने और रियल टाइम में वॉल्यूम और क्लैरिटी को ऑटोमैटिक एडजस्ट करने से, द सेरिफ एक्टिव वॉयस एम्पलीफायर (AVA) फीचर के साथ मीनिंगफुल आवाज़ पर फोकस करता है। यह यूजर को QLED स्क्रीन पर वीडियो और म्यूजिक चलाने, आईफोन, आईपैड और मैक से तस्वीरें शेयर करने की सुविधा देता है।

8K QLED टीवी में 33 मिलियन पिक्सल मिलते हैं
कंपनी ने द सेरिफ़ टीवी में ही एलेक्सा और बिक्सबी जैसे वॉयस असिस्टेंट को इंटीग्रेट कर दिया है ताकि यूजर को बेहतर वॉयस कंट्रोल कैपेबिलिटी मिल सके। सैमसंग 8K QLED टीवी में 33 मिलियन पिक्सल, 4K यूएचडी टीवी के चार गुना रेजोल्यूशन और फुल एचडी टीवी से 16 गुना रेजोल्यूशन मिलता है।



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सेरिफ़ और QLED 8K टीवी 10 साल की स्क्रीन बर्न-इन वारंटी, एक साल की कॉम्प्रिहेन्सिव वारंटी और पैनल पर एक साल की अतिरिक्त वारंटी के साथ आएंगे


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चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगने के बाद चिंगारी ऐप को लगभग एक लाख लोगों ने डाउनलोड किया, हर घंटे मिल रहे 20 लाख व्यूज; आनंद महिंद्रा भी हुए फैन

सोमवार को भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया है। जिसके बाद अब यूजर्स के बीच टिकटॉक के इंडियन वर्जन चिंगारी ऐप को डाउनलोड करने की होड़ सी लगगई है। टिकटॉक पर बैन लगने के कुछ समय बाद ही चिंगारी को लगभग एक लाख लोगों ने डाउनलोड किया और हर घंटे ऐप पर 20 लाख व्यूज मिल रहे हैं।
भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प के बाद भड़की चीनी विरोधी भावनाओं के कारण इसकी लोकप्रियताबढ़ती चली गई। पहले ही इसे 30 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं। ऐप को बेंगलुरु स्थित प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल तैयार किया था, जो अब गूगल प्ले स्टोर पर टॉप पर चल रही है। इसने टिकटॉक की क्लोन कही जाने वाली मित्रों ऐप को भी पीछे छोड़ दिया है।

उम्मीद से अधिक ट्रैफिक मिल रहा है- नायक

  • नायक ने कहा, चूंकि यह बात अब लोगों को पता चल गई है कि भारतीयों के पास अब टिकटॉक का एक देसी और अधिक मनोरंजक विकल्प है, इसलिए हम अपने ऐप पर उम्मीद से अधिक ट्रैफिक दर्ज कर रहे हैं।"
  • नायक ने आगे बताया कि- चिंगारी नए बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे ऐप में रुचि दिखा रहे हैं। हम अपने फ्री-ऑफ-कॉस्ट सोशल प्लेटफॉर्म को बड़ा करने के लिए बोर्ड पर एक अच्छा निवेशकोंको प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रहे हैं।

आनंद महिंद्रा ने भी डाउनलोड किया ऐप

  • उद्योगपति आनंद महिंद्रा "जिन्होंने कभी टिकटॉक यूज नहीं किया, ने भी चिंगारी को डाउनलोड किया और इसके बारे में ट्वीट करते हुए कहा, "आपसे अधिक शक्ति"।

ऐप पर मिलती है कई तरह की सुविधाएं

  • चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, कंटेंट शेयर करने और फीड के माध्यम से ब्राउज़ करने की अनुमति देता है। चिंगारी यूजर्स को व्हाट्सएप स्टेटस, वीडियो, ऑडियो क्लिप, जीआईएफ स्टिकर और फोटो के साथ क्रिएटिव होने का अवसर मिलता है।

10 भाषाओं में उपलब्ध, वीडियो वायरल होने पर भुगतान भी करता है ऐप

  • यह ऐप अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु जैसे भाषाओं में उपलब्ध है। चिंगारी कंटेंट क्रिएटर के वीडियो वायरल होने के आधार पर उन्हें भुगतान भी करता है।
  • ऐप पर अपलोड किए गई हर वीडियो पर यूजर को व्यूज के हिसाब से पॉइंट्स मिलते हैं, इन पॉइंट्स को बाद में पैसों में बदला जा सकता है। ऐप गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।
  • चिंगारी ऐप के को-फाउंडर और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर सुमित घोष ने चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि- लंबे समय से टिकटॉक यूजर्स की जासूसी कर रहा था और चीन को डेटा वापस भेज रहा था। हम खुश हैं कि आखिरकार यह कदम उठाया गया है।


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चिंगारी कंटेंट क्रिएटर के वीडियो वायरल होने के आधार पर उन्हें भुगतान भी करता है


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India Bans Nearly 60 Chinese Apps, Including TikTok and WeChat


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‘Our Luck May Have Run Out’: California’s Case Count Explodes


By Shawn Hubler and Thomas Fuller from NYT U.S. https://ift.tt/3ePoVl6

पिछले 19 महीने में वोडा-आइडिया ने 11.613 करोड़ ग्राहकों को खोया, 32.907 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ एयरटेल दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनी

दो साल से भी कम समय में वोडाफोन आइडिया ने 11.613 करोड़ ग्राहकों को खो दिया है और 32.5 करोड़ यूजर बेस के साथ कंपनी तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। इसी अवधि के दौरान, रिलायंस जियो ने अपने यूजर बेस को मजबूत किया और भारती एयरटेल ने अपनी बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। रिपोर्ट के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया ने 19 महीने में बीएसएनएल के वायरलेस यूजर बेस की तुलना में अधिक ग्राहकों को खो दिया है।

2018 में वोडा-आइडिया का संयुक्त यूजर बेस 44.165 करोड़ था

  • भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, बीएसएनएल का वायरलेस सब्सक्राइबर बेस अगस्त 2018 के अंत में 11.358 करोड़ था। वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर का 31 अगस्त, 2018 को विलय हो गया था और विलय के बाद इनका संयुक्त यूजर बेस 44.165 करोड़ हो गया। इसी दौरान, भारती एयरटेल का यूजर बेस 34.588 करोड़ था, जबकि रिलायंस जियो का 23.923 करोड़ था। अगस्त 2018 तक वोडाफोन आइडिया 37.85% शेयर के साथ बाजार में आगे था, इसके बाद एयरटेल 29.64% और रिलायंस जियो 20.50% पर था। बीएसएनएल का वायरलेस शेयर 9.73% था।

19 महीने में बदल गई बाजार की तस्वीर

  • लेकिन 19 महीनों के बाद, बाजार की गतिशीलता पूरी तरह से बदल गई है। फरवरी 2020 तक रिलायंस जियो ने 32.99% की वायरलेस बाजार हिस्सेदारी हासिल की, इसके बाद एयरटेल 28.35% और वोडाफोन आइडिया के 28.05% पर पहुंच गया। बीएसएनएल की हिस्सेदारी बढ़कर 10.32% हो गई।
  • फरवरी 2020 में, रिलायंस जियो ने अपने बेस को 38.282 करोड़ तक बढ़ाने के लिए 62.5 लाख वायरलेस सब्सक्राइबर जोड़े, जबकि एयरटेल ने 922,946 यूजर्स को जोड़ कर अपने ओवरऑल बेस को 32.907 करोड़ तक पहुंचाया। वोडाफोन आइडिया ने 34.6 लाख ग्राहक खो दिए और फरवरी में इसका बेस 32.552 करोड़ था।
  • फरवरी के अंत में बीएसएनएल ने भी 4,39,318 ग्राहकों को जोड़कर अपने बेस को बढ़ाकर 11.968 करोड़ कर दिया।

ब्रॉडबैंड यूजर्स को भी जोड़ने में पिछड़ रहा वोडा-आइडिया

  • वोडाफोन आइडिया वायरलेस ब्रॉडबैंड यूजर्स को भी जोड़ने में पिछड़ रहा है। कंपनी के 11.823 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर्स हैं, जो उद्योग में सबसे कम है। इसके विपरीत, जियो के 38.283 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर्स हैं क्योंकि कंपनी पूरी तरह से 4G ऑपरेटर है जबकि एयरटेल के पास फरवरी 2020 तक 14.365 करोड़ वायरलेस ब्रॉडबैंड यूजर्स हैं।


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वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर का 31 अगस्त, 2018 को विलय हो गया था और विलय के बाद इनका संयुक्त यूजर बेस 44.165 करोड़ हो गया था


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Trump Got Written Briefing in February on Possible Russian Bounties, Officials Say


By Charlie Savage, Eric Schmitt, Nicholas Fandos and Adam Goldman from NYT U.S. https://ift.tt/31vjdB4