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दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक शो 'सीईएस 2021' सोमवार को शुरू हो गया। पहले दिन एलजी और सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियों ने अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स पेश किए। हम यहां आपको कुछ ऐसे खास प्रोडक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी लाइफ को आसान बना सकते हैं.....
1. सैमसंग का रोबोट करेगा घर की सफाई
सैमसंग ने जेटबॉट 90 AI+ रोबोट पेश किया। ये वैक्यूम क्लीनिंग रोबोट है। ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक पर काम करता है। इसमें लिडार और 3D सेंसर दिए हैं। इनकी मदद से रोबोट घर की मैपिंग करता है। इसमें कैमरा भी दिया है, जो घर को मॉनीटर करता है। रोबोट ऐप से कनेक्ट रहता है। क्लीनिंग के लिए ये जिस जगह से निकलता है, क्लीनिंग के बाद वहीं चला जाता है। अमेरिका में इसे जून तक लॉन्च किया जाएगा। अभी इसकी कीमत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
2. एलजी CLOI UV-C रोबोट: बैक्टीरिया को खत्म करता है
यूवी लाइट से लैस यह रोबोट इंफेक्टेंट से सुरक्षा देता है। इसे होटल क्लासरूम, जिम, रेस्त्रां जैसी जगह पर बैक्टीरिया खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोबोट में कई तरह के एडवांस्ड सेंसर्स के साथ ईजी मैपिंग फंक्शन का इस्तेमाल किया गया है। इसके जरिए यह खुद को नेविगेट करता है। इसमें ऑटोमेटिक शट-डाउन होने के लिए बिल्ट-इन सेफ्टी लॉक दिया गया है। साथ ही किसी भी तरह की मूवमेंट का पता चलने पर यह खुद को ऑटोमैटिक बंद कर लेता है।
3. एलजी इंस्टाव्यू रेफ्रिजरेटर: खटखटाने पर दरवाजा ट्रांसपेरेंट हो जाता है
डोर-इन-डोर तकनीक से लैस यह एक साइड-बाय-साइड रेफ्रिजरेटर है। इसे काले रंग से पेंट किया गया है। खास बात यह है कि काले रंग के डोर पर दो बार खटखटाने पर यह ट्रांसपेरेंट हो जाता है। यूजर बिना फ्रिज खोले आराम से अंदर रखे सामान को देख सकता है। यह रेफ्रिजरेटर कई एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस है। इसके वॉटर डिस्पेंसर में यूवी लाइट्स लगी हैं, जो नोजल को खुद-ब-खुद क्लीन करेगी। यह तीन तरह से बर्फ जमाता है- क्यूब, क्रश और राउंड।
4. लेनोवो थिंकरियलिटी ए3 एआर स्मार्ट ग्लास: 1080 पिक्सल का वीडियो बनाएगा
ग्लास में स्टीरियोस्कोपिक 1080पिक्सल डिस्प्ले है। इससे यूजर 5 वर्चुअल डिस्प्ले क्रिएट कर सकता है। कंपनी का दावा है कि थिंकरियलिटी ए3 को 3डी विजुअलाइजेशन, कस्टमाइज्ड वर्चुअल मॉनिटर, एआर असिस्ट वर्कफ्लो समेत कई तरह के कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। चुनिंदा बाजारों में यह इस साल के मध्य तक बिकने लगेगा। कीमत के बारे में कंपनी ने कोई घोषणा नहीं की है। इसमें 8 मेगापिक्सल का कैमरा लगा है, जो 1080 पिक्सल का वीडियो करता है। साथ ही रूम स्केल ट्रैकिंग के लिए डुअल फिश-आई कैमरा है।
5. एलजी ट्रांसपेरेंट ओएलईडी स्मार्ट बेड: यूजर की कमांड से निकलेगा डिस्प्ले
बेड के दूसरे सिरे पर 55 इंच का ओएलईडी डिस्प्ले लगा है, जो सिर्फ यूजर की कमांड देने पर ही बाहर निकलेगा। यह न सिर्फ यूजर की नींद लेने के पैटर्न को एनालाइज करेगी बल्कि अलार्म क्लॉक का भी काम करेगी। इसमें रेगुलर टीवी की तरह ही डिस्प्ले फंक्शन देखने को मिलेंगे। इस पर वीडियो-मूवी भी देखी जा सकेगी। इसमें इन-बिल्ट स्पीकर लगे हैं। कंपनी का दावा है कि इसे सुविधानुसार कहीं भी लगाया जा सकता है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने दिसंबर 2020 में व्हीकल रजिस्ट्रेशन का डेटा जारी कर दिया है। ओवरऑल व्हीकल सेगमेंट में साल-दर-साल के आधार पर इस महीने 11.01% की ग्रोथ देखने को मिली है। दिसंबर 2020 में 18,44,143 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ, जो दिसंबर 2019 में 16,61,245 था। यानी 1,82,8,98 गाड़ियों की ग्रोथ रही। टू-व्हीलर और पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में बढ़त देखने को मिली है। सबसे ज्यादा 35.49% बढ़त ट्रैक्टर सेगमेंट में रही। इससे पहले फरवरी 2020 में 2.60% की ग्रोथ रही थी।
टू व्हीलर सेगमेंट में 11.88% की ग्रोथ
आंकड़ों को देखकर ऐसा लगता है कि दिसंबर 2020 में कोरोनावायरस का असर कम रहा। व्हीकल रजिस्ट्रेशन में जो बढ़ोतरी हुई उसमें टू-व्हीलर सेगमेंट का भी योगदान रहा। बीते महीने इस सेगमेंट में साल-दर-साल के आधार पर 11.88% की ग्रोथ रही। दिसंबर 2019 में 12,73,318 गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए थे, जो दिसंबर 2020 में बढ़कर 14,24,620 हो गए। यानी 1,51,302 रजिस्ट्रेशन ज्यादा हुए।
टू व्हीलर सेगमेंट की ज्यादातर कंपनियों के मार्केट शेयर में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। या फिर उनका मार्केट शेयर दिसंबर 2019 की तरह स्थाई रहा है। हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड का मार्केट शेयर 39.25% रहा, जो दिसंबर 2019 में 38.74% था। इसी तरह होंडा का मार्केट शेयर 24.55% हो रहा, जो दिसंबर 2019 में 24.47% था। टीवीएस का मार्केट शेयर 14.35% रहा, जो दिसंबर 2019 में 14.07% था। हालांकि, बजाज का मार्केट शेयर घटकर 11.30% हो गया, जो दिसंबर 2019 में 11.97% था।
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 23.99% की ग्रोथ
टू व्हीलर सेगमेंट के साथ पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट भी 23.99% की ग्रोथ देखने को मिली। दिसंबर 2019 में 2,18,775 गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए थे, जो दिसंबर 2020 में बढ़कर 2,71,249 हो गए। यानी 52,474 रजिस्ट्रेशन ज्यादा हुए।
दिसंबर 2020 में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड का शेयर 48.21% रहा, जो दिसंबर 2019 में 46.12% था। टाटा मोटर्स लिमिटेड के मार्केट शेयर बढ़कर 7.25% हो गया, जो दिसंबर 2019 में 5.04% था। किआ मोटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का मार्केट शेयर 6.60% रहा, जो दिसंबर 2019 में 4.73% था। हुंडई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, होंडा, रेनो, टोयोटा, फोर्ड जैसी कंपनियों का मार्केट शेयर दिसंबर 2019 की तुलना में घट गया।
2020 की सबसे बड़ी ग्रोथ
फाडा के डेटा के मुताबिक, साल-दर-साल के आधार पर फरवरी 2020 में व्हीकल रजिस्ट्रेशन डेटा में 2.60% की ग्रोथ थी। अब दिसंबर 2020 में ये ग्रोथ 11.01% रही। वहीं, दिसंबर 2020 में साल का पहला मौका भी रहा जब पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 23.99% की ग्रोथ देखने को मिली।
सियाम और फाडा दोनों जारी करते हैं आंकड़े
देश में गाड़ियों की बिक्री से जुड़े आंकड़े सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) और फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) दोनों के द्वारा जारी किए जाते हैं। सियाम के आंकड़े डीलर्स को सप्लाई के आधार पर होते हैं। जबकि फाडा के आंकड़े व्हीकल रजिस्ट्रेशन को लेकर जारी किए जाते हैं।
दुनिया के सबसे बड़े कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) 2021 शुरू होने में सिर्फ कुछ ही घंटे बाकी है। 1950 से ज्यादा एग्जीबिटर्स शो में भाग लेंगे, जिसमें दुनियाभर के कई बड़े ब्रांड्स भी शामिल हैं। शो 11 से 14 जनवरी तक चलेगा। आज एलजी, सैमसंग, पैनासोनिक, टीसीएल, इंटेल और सोनी समेत कई ब्रांड्स अपनी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लॉन्च करेंगे।
चलिए एक नजर डालते हैं कि ये कंपनियां कौन से प्रोडक्ट लॉन्च करेंगी या कर सकती है...
1. लेनोवो
लेनोवो शो में नए लैपटॉप्स, ऑन इन वन डेस्कटॉप समेत कई प्रोडक्ट पेश करेगा।
शानदार बिक्री आंकड़ों के साल की शुरुआत हो, इस उम्मीद के साथ कई ऑटो कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए अच्छा-खासा डिस्काउंट ऑफर कर रही है। टाटा अपनी कारों पर 25 हजार तक का कैश डिस्काउंट तो हुंडई अपनी कारों पर डेढ़ लाख रुपए तक का कैश डिस्काउंट ऑफर कर रही है। वहीं कुछ निर्माता पुरानी कार एक्सचेंज कराने पर 40 हजार रुपए तक का एक्सचेंज बोनस भी दे रहे हैं। इसी के साथ कुछ मॉडलों पर 30 हजार रुपए तक का कॉर्पोरेट डिस्काउंट और 20 हजार रुपए तक का लॉयल्टी बोनस भी मिल रहा है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि कार खरीदने के लिए यह काफी अच्छा समय हो सकता है। अगर आप भी नई कार का प्लान कर रहे हैं, तो नीचें देखें 5 बड़े ऑटो ब्रांड्स की डिस्काउंट लिस्ट...
1. रेनो कार पर 95 हजार कर का डिस्काउंट
2. मारुति सुजुकी नेक्सा डीलरशिप की कारों पर 67 हजार तक का डिस्काउंट
3. टाटा मोटर्स की कारों पर 70 हजार तक का डिस्काउंट
4. हुंडई की कार पर 1.5 लाख तक का डिस्काउंट
5. मारुति एरिना डीलरशिप की कारों पर 44 हजार तक का डिस्काउंट
वॉट्सऐप की नई पॉलिसी कंपनी के लिए मुसीबत बन चुकी है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इसे लेकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। ऐसे में अब कंपनी इस पर सफाई दे रही है। उसने कहा कि नए अपडेट से फेसबुक के साथ डेटा शेयरिंग में कोई बदलाव नहीं होगा। चैट और कॉल डिटेल पहले की तरह सुरक्षित रहेंगी। एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन भी जारी रहेगा। दुनियाभर में वॉट्सऐप के 200 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।
बिजनेस चैट के लिए पॉलिसी में बदलाव किए
कंपनी ने कहा कि हमने बीते साल अक्टूबर में बताया था कि वॉट्सऐप लोगों के लिए खरीदारी को आसान बनाना चाहता है। लोग ऐप की मदद से डायरेक्ट खरीदारी कर पाएंगे। ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल फैमिली और फ्रेंट्स के साथ चैटिंग के लिए करते हैं। ऐसे इससे उनके बिजनेस को भी बढ़ावा मिलेगा।
वॉट्सऐप के हेड विल कैथार्ट ने सोशल मीडिया पर बताया कि कंपनी ने अपनी पॉलिसी में ट्रांसपेरेंसी लाने और पीपुल-टू-बिजनेस के ऑप्शनल फीचर की जानकारी देने के लिए अपडेट की है। यह साफ होना हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि यह अपडेट बिजनेस से जुड़ी जानकारियां देने के लिए किया जा रहा है। इससे फेसबुक के साथ डेटा शेयर करने की हमारी पॉलिसी पर कोई असर नहीं होगा।
वॉट्सऐप पॉलिसी पर चिंता करने की जरूरत क्यों?
वॉट्सऐप ने अपनी नई पॉलिसी में साफ किया है कि यूजर को अपनी प्राइवेसी कंपनी के साथ शेयर करना होगी। यानी वॉट्सऐप अब आपके डेटा पर पूरी नजर रखेगी और आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। भारत में वॉट्सऐप यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है। यानी पॉलिसी एग्री करने के बाद कंपनी आपके खर्च, आईपी एड्रेस, लोकेशन, स्टेटस, कंटेंट, कॉल जैसे सभी डेटा को एक्सेस कर पाएगा। कुल मिलाकर ऐप पर आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
क्या है वॉट्सऐप की नई पॉलिसी?
नई पॉलिसी में लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, कंपनी उन्हें कहीं भी यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले कर सकती है। यूजर्स को ये पॉलिसी एग्री करना होगी। ये 8 फरवरी, 2021 से लागू हो रही है। इस तारीख के बाद इसे एग्री करना जरूरी होगी। यदि एग्री नहीं करते हैं तब अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए आप हेल्प सेंटर पर विजिट कर सकते हैं।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) 2021 आज से शुरू हो रहा है। दुनिया के इस सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स शो में कई दिग्गज कंपनियां शामिल हो रही हैं। हालांकि, 52 साल में के इतिहास में पहली बार ये इवेंट वर्चुअल होने जा रहा है। ये इवेंट 14 जनवरी तक चलेगा। आज इसमें एलजी और सैमसंग जैसी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स लॉन्च करेंगी।
ये इलेक्ट्रॉनिक्स शो भारतीय कंपनियों के लिए भी यादगार होने वाला है। इस साल इसमें 9 भारतीय कंपनियां शामिल हो रही हैं। इनमें एप्टिनर मेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, एथर एनर्जी, मोनार्क इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, नियोसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज, प्रगति फाउंडेशन, टाटा एलेक्सी, अल्ट्राहुमन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, वीहियर हियरिंग सॉल्यूशंस और जीरो 1 टेक्ट्रोनिक्स एलएलपी शामिल हैं।
आज इन कंपनियों के प्रोडक्ट्स होंगे लॉन्च
LG का इवेंट आज 6:30 PM पर : कंपनी इवेंट के पहले ही अपने मुड़ने वाला टीवी लॉन्च कर चुकी है। इसमें सिनेमैटिक साउंड OLED डिस्प्ले दिया है। इसका स्क्रीन साइज 48-इंच है। इसके डिस्प्ले में कागज जितनी पतली स्क्रीन है जिसे मोड़ा जा सकता है। इल डिस्प्ले को अपनी जरूरत के हिसाब से मोड़कर रखा जा सकता है। खास बात है कि इसमें स्पीकर्स नहीं हैं। डिस्प्ले से ही साउंड भी आएगा। टीवी का पूरा डेमो इवेंट के दौरान देखने को मिलेगा। ऐसा माना जा रहा है कि वो अपने ट्रांसपेरेंट स्क्रीन वाला टीवी भी पेश कर सकती है।
सैमसंग का इवेंट आज 7:30 PM पर : साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग इवेंट में अपनी गैलेक्सी S21 सीरीज को लॉन्च कर सकती है। इस सीरीज के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं। कंपनी का कहना है कि गैलेक्सी S20 की तुलना में इसमें 35% ज्यादा बैटरी परफॉर्मेंस मिलेगा। नए फ्लैगशिप मॉडल को स्नैपड्रैगन और एक्सीनॉस वैरिएंट में लॉन्च किया जा सकता है। इस सीरीज में गैलेक्सी S21, गैलेक्सी S21+ और गैलेक्सी S21 अल्ट्रा लॉन्च किए जा सकते हैं। कंपनी नए फोल्डेबल स्मार्टफोन, पोर्टल ऑक्सीजन एयर पॉकेट, फूड एंड वाइन पेयरिंग सर्विस, ऑटोमैटिक टीवी पिक्चर जैसे प्रोडक्ट भी लाएगी।
CES 21 से और क्या उम्मीदें?
टेक एक्सपर्ट अभिषेक तैलंग ने बताया कि इस साल का CES काफी खास होने वाला है। 2021 में 5G टेक्नोलॉजी गेम चेंजर साबित होने वाली है। ऐसे में कई कंपनियां 5G कनेक्टिविटी वाले डिवाइस लेकर आएंगी। भारत में जुलाई से देश के चुनिंदा मेट्रो शहरों में 5G आ जाएगा। ऐसे में टेक कंपनियों के लिए 5G डिवाइस को लेकर भारत बड़ा मार्केट रहेगा।
तैलंग के मुताबिक, कोरोनावायरस के दौरान ई-स्पोर्ट्स का क्रेज भी तेजी से बढ़ा है। यानी गेमिंग कंपनियों के साथ दूसरी टेक कंपनियां भी ई-स्पोर्ट्स से जुड़े हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर ला सकती हैं। हमें वायरलेस चार्जर, वायरलेस इयरफोन के साथ वायरलेस पावरबैंक भी देखने को मिल सकते हैं।
तैलंग ने बताया कि इवेंट में फोल्डेबल स्मार्टफोन की झलक भी देखने को मिल सकती है। इस साल ज्यादातर कंपनियां अपने फोल्डेबल फोन ला रही हैं। वहीं, इन फोन में पावरफुल कैमरा लेंस के साथ मल्टी लेंस भी नजर आ सकते हैं। क्योंकि ये साल स्मार्टफोन कैमरा के लिए वीडियोग्राफी के लिहाज से बड़ा रहेगा।
अमेरिका की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एपल इंक इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए एपल दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर के साथ साझेदारी पर सहमत हो गई है। दोनों कंपनियां इस साल मार्च तक एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगी। दोनों कंपनियों का जॉइंट वेंचर 2024 में अमेरिका से इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन शुरू कर सकता है। कोरिया के एक स्थानीय अखबार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
हुंडई मोटर ने शुक्रवार को की थी बातचीत की पुष्टि
यह रिपोर्ट हुंडई मोटर के शुक्रवार के बयान के बाद आई है। बयान में हुंडई मोटर ने कहा था कि इलेक्ट्रिक कार बनाने को लेकर उसकी एपल के साथ प्रारंभिक स्तर की बातचीत चल रही है। इससे पहले एक अन्य स्थानीय मीडिया आउटलेट ने दावा किया था कि हुंडई मोटर और एपल 2027 तक सेल्फ ड्राइविंग इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद हुंडई के शेयरों में 20% तक का उछाल आ गया था।
किआ मोटर्स की जॉर्जिया फैक्ट्री से शुरू हो सकता है उत्पादन
ताजा रिपोर्ट में इंडस्ट्री सूत्रों के हवाले से कहा गया है इस समझौते के तहत दो प्लान पर काम किया जा रहा है। पहले प्लान के तहत किआ मोटर्स की जॉर्जिया फैक्ट्री से उत्पादन शुरू किया जा सकता है। दूसरे प्लान के तहत दोनों कंपनियां संयुक्त निवेश के जरिए अमेरिका में नई फैक्ट्री बना सकते हैं। प्रस्तावित फैक्ट्री से 2024 में एक लाख वाहनों का उत्पादन किया जाएगा। इस प्लांट की सालाना क्षमता 4 लाख वाहनों के उत्पादन की होगी। किआ मोटर्स हुंडई मोटर्स की सहायक कंपनी है।
अगले साल जारी हो सकता है कार का बीटा वर्जन
रिपोर्ट में कहा गया है कि हुंडई और एपल अगले साल कार का बीटा वर्जन जारी करने की योजना बना रहे हैं। इस इलेक्ट्रिक कार को एपल कार नाम दिया जा सकता है। हालांकि, हुंडई मोटर और एपल ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पिछले महीने रॉयटर्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि एपल ऑटोनोमस कार टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। कंपनी की योजना 2024 तक पैसेंजर व्हीकल बनाने की है। इस व्हीकल में कंपनी की अपनी ब्रेकथ्रो बैटरी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो सकता है।
वॉट्सऐप प्राइवेसी से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वॉट्सऐप ग्रुप की लिंक अब दोबारा गूगल सर्च रिजल्ट पर दिखाई दे रहे हैं। इसका मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ गूगल पर सर्च करके प्राइवेट वॉट्सऐप ग्रुप को ढूंढ सकता है और उसमें शामिल हो सकता है। इससे पहले 2019 में भी यह सामने आया था, जिसके बाद कंपनी ने इसे खामी को ठीक कर दिया था। एक और पुराना मुद्दा जिसे पहले फिक्स किया जा चुका है, वो भी सामने आ रहा है जिसमें वॉट्सऐप प्रोफाइल अब सर्च रिजल्ट पर दिखाई दे रही हैं। इस खामी के कारण लोगों के फोन नंबर और प्रोफाइल फोटो सिर्फ एक साधारण गूगल सर्च से सामने आ सकते हैं।
फोन नंबर और प्रोफाइल फोटो भी एक्सेस कर सकते हैं
ग्रुप चैट इनवाइट्स की इंडेक्सिंग की अनुमति देकर, वॉट्सऐप अब वेब पर कई प्राइवेट ग्रुप उपलब्ध करा रहा है, क्योंकि उनके लिंक गूगल पर एक सिंपल सर्च क्वेरी का उपयोग करके एक्सेस किया जा सकते हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जिसे भी यह लिंक मिलती है, वो ग्रुप में न सिर्फ शामिल हो सकते हैं बल्कि मेंबर्स और द्वारा ग्रुप में शेयर किए जा रहे हैं पोस्ट के साथ उनके फोन नंबर भी देख सकते हैं।
कुछ ग्रुप पोर्न शेयर करने वाले थे
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजाहारिया ने गूगल पर वॉट्सऐप ग्रुप चैट इनवाइट के इंडेक्सिंग की जानकारी दी। खबर लिखते समय तक, सर्च रिजल्ट्स में लगभग 1,500 से अधिक ग्रुप इनवाइट लिंक उपलब्ध थे।
गूगल द्वारा इंडेक्स की गईं कुछ लिंक पोर्न शेयर करने वाले वॉट्सऐप ग्रुप को लीड करते हैं। कुछ अन्य मामलों में, कुछ खास समुदाय या इंटरेस्ट वाले वॉट्सऐप ग्रुप्स के लिंक थे। इसके अलावा बंगला और मराठी यूजर्स के लिए मैसेज शेयर करने वाले ग्रुप्स मिले। इस लिंक के साथ, जिन लोगों को इनवाइट नहीं किया गया था, वे भी आसानी से ग्रुप्स में शामिल हो सकते हैं।
पहली बार 2019 में सामने आया था मामला
यह पहली बार नहीं है कि जब इस तरह की खामी सामने आई है। नवंबर 2019 में, वॉट्सऐप ग्रुप चैट इनवाइट गूगल सर्च रिजल्ट पर पाए गए थे। एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने इस मुद्दे को फेसबुक को बताया था, हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद कंपनी ने इसे तुरंत ठीक भी कर दिया था।
रिवर्स इंजीनियर जेन मानचुन वोंग ने बताया कि वॉट्सऐप ने चैट इनवाइट लिंक पर 'नो-इंडेक्स' मेटा टैग जोड़कर ग्रुप चैट इंडेक्स को फिक्स किया था। हालांकि, ताजा लिंक में नो-इंडेक्स मेटा टैग शामिल है। हालांकि, 2019 में पाए गए ग्रुप चैट लिंक गूगल पर दिखाई नहीं देते थे, इसलिए यह एक अलग मुद्दा हो सकता है जिससे समान परिणाम हो सकते हैं, या यह पुरानी समस्या को वापस ला सकता है।
एक सबडोमेन के कारण पब्लिक हुई ग्रुप चैट लिंक
राजाहारिया ने बताया कि वॉट्सऐप ने खास तौर पर chat.whatsapp.com सबडोमेन के लिए robots.txt फाइल को शामिल नहीं किया था, जिसके कारण गूगल और अन्य सर्च इंजन पर ग्रुप चैट इनवाइट की इंडेक्सिंग हुई है। वेब डेवलपर्स सामान्यतः सर्च इंजन क्रॉलर को बताने के लिए robots.txt फाइल का उपयोग करते हैं कि वे किन पेजों या फाइलों को क्रॉल कर सकते हैं और किन्हें नहीं।
यूजर्स की प्रोफाइल भी गूगल पर पब्लिक हुईं
ग्रुप चैट इनवाइट लिंक के साथ लगता है कि वॉट्सऐप ने गूगल को फिर से यूजर्स की प्रोफाइल इंडेक्स करने की अनुमति दी है ताकि कोई भी यूजर्स के साथ चैट कर सके या उसकी प्रोफाइल फोटो देख सके। वॉट्सऐप के डोमेन पर कंट्री कोड की खोज करके, लोगों के प्रोफाइल के यूआरएल सामने आ सकते हैं, जिसमें फोन नंबर और प्रोफाइल फोटो शामिल थे। यह मुद्दा पिछले साल जून में वॉट्सऐप द्वारा फिक्स किया गया था। कंपनी ने उस समय इसे लेकर कोई सफाई नहीं दी थी लेकिन कई रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि हुई थी।
गूगल पर लगभग 5000 प्रोफाइल दिखाई दे रही हैं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रुप चैट इंडेक्सिंग की तरह वॉट्सऐप यूजर्स की प्रोफाइल भी पिछले कुछ घंटों से गूगल पर फिर से उपलब्ध हैं। सर्च इंजन पहले से ही 5,000 प्रोफाइल लिंक पर इंडेक्स है। राजाहारिया ने गूगल पर वॉट्सऐप यूजर्स प्रोफाइल की इंडेक्सिंग की खोज की। उन्होंने देखा कि जैसा ग्रुप चैट इनवाइट में देखा गया था, प्रोफाइल के मामले में वैसा कोई api.whatsapp.com सबडोमेन के लिए कोई विशेष robots.txt फाइल नहीं है, जो सर्च इंजन क्रॉलर को अपने संबंधित लिंक क्रॉल नहीं करने के लिए कहता है।
स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीक्लस (एसयूवी) सेगमेंट पिछले कुछ सालों से भारतीय बाजार में काफी पॉपुलैरिटी हासिल कर रहा है। एसयूवी की पॉपुलैरिटी देखते हुए निर्माता भी भारतीय बाजार में किफायती एसयूवी लॉन्च कर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इस समय सेगमेंट में कई सारे ऑप्शन मौजूद हैं।
अगर आप एसयूवी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो आपके पास कई सारे विकल्प मौजूद हैं लेकिन अगर आपका बजट टाइट है, जो जल्द ही इस लिस्ट में कुछ नए ऑप्शन जुड़ने वाले हैं। आज हम आपको 5 अपकमिंग एसयूवी के बारे में बता रहे हैं, जिनकी कीमत 10 लाख के अंदर हो सकती है। देखें लिस्ट...
1. रेनो किगर (Renault Kiger)
निसान ने सब-फोर मीटर एसयूवी सेगमेंट में मैग्नाइट के साथ एंट्री कर ली है, और निसान का सिस्टर ब्रांड रेनो भी किगर को लॉन्च करने के लिए लगभग तैयार है। मैग्नाइट की तरह किगर भी सीएमएफ-ए+ मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होगी, जिसमें मैग्नाइट की तरह ही 1.0 लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और 1.0 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन मिल सकता है। किगर की मेन हाइलाइट्स होंगे इसकी कीमत। कंपनी का दावा है कि मैग्नाइट की तरह किगर भी अपने कॉम्पीटिटर की तुलना में काफी सस्ती होगी। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जो फीचर मैग्नाइट में नहीं मिले वो किगर में देखने को मिल सकते हैं, जैसे की इलेक्ट्रिक सनरूफ।
2. टाटा एचबीएक्स (Tata HBX)
कंपनी ने अपनी इस कॉन्सेप्ट एसयूवी को पिछले साल हुए ऑटो एक्सपो 2020 में शोकेस किया था, जिसे एचबीएक्स कोडनेम दिया गया था। इसके प्रोडक्शन रेडी मॉडल को भारत में कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसे अप्रैल या मई के आसपास 'हॉर्नबिल' नाम से लॉन्च किया जा सकता है। कार में स्मार्टफोन कनेक्टिविटी से लैस टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, एलईडी डीआरएल के साथ स्प्लिट हेडलैंप और हरमान सोर्स ऑडियो सिस्टम मिल सकता है।
3. हुंडई एएक्स (Hyundai AX)
हुंडई भी अपनी सब-फोर मीटर एसयूवी पर जोर-शोर से काम कर रही है। इसे एएक्स1 कोडनेम दिया गया है। कार को टेस्टिंग के दौरान कई बार देखा जा चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सेंट्रो की तरह ही के1 प्लेटफॉर्म और हुंडई के फैशन डिजाइन के साथ आएगी, जिसकी बदौलत यह सेगमेंट में एक बेंचमार्क सेट करेगी। इसे 1.0 लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन, 5-स्पीड मैनुअल और ऑप्शन ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ उतारा जा सकता है।
सी-क्यूब्ड प्रोग्राम के तहत भारतीय बाजार में सिट्रोएन का पहला प्रोडक्ट सी3 हो सकता है, हालांकि इससे पहले निर्माता अपनी सी5 एयरक्रॉस को भारत में लॉन्च करेगा। सी3 (जिसे सी21 कोडनेम दिया गया है) को पिछले साल टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है और उम्मीद की जा रही है कि यह साल की दूसरी छमाही में लॉन्च हो सकती है। सी3 कंपनी के सीएमपी प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होगी और कंपनी के ही 1.2 लीटर, 3 सिलेंडर प्योरटेक पेट्रोल इंजन के साथ आएगी। अन्य सिट्रोएन मॉडल की तरह सी3 में कर्वी बॉडी डिजाइन और स्पोर्टी एक्सटीरियर से लैस होगी। सब-फोर मीटर एसयूवी में एलईडी डीआरएल से लैस स्प्लिट हेडलैंप मिलेंगे।
फोर्ड इकोस्पोर्ट देश की सबसे पुरानी सब-फोर मीटर एसयूवी में से एक है। हालांकि, एसयूवी को अभी तक कोई जनरेशनल अपडेट नहीं मिला है। सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण अपने कॉम्पीटिटर्स की तुलना में इकोस्पोर्ट अब आउटडेटेड हो चुकी है। कंपनी अब इसके फेसलिफ्ट पर काम कर रही, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है। उम्मीद की जा रही है कि फेसलिफ्ट मॉडल में बड़े ग्रिल के साथ स्पोर्ट फ्रंट बंपर और री-स्टाइल हेडलैंप समेत 360 डिग्री कैमरा समेत कई नए फीचर्स मिलेंगे।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) 2021 कल से शुरू हो रहा है। लास वेगास में होने वाला ये दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स शो भी है। इस साल शो में कुल 1964 एग्जीबिटर्स भाग लेंगे लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि इनमें भारत के सिर्फ 9 ही एग्जीबिटर्स हैं। यह 9 भारतीय कंपनियां कौनसी हैं और किस सेक्टर में एक्टिव हैं, आइए इस बारे में जानते हैं...
1. एप्टिनर मेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड
बेंगलुरु बेस्ड एप्टिनर मेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड इनोवेशन बेस्ड कंपनी है, जो खासतौर से ऑटो यूटिलिटी प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी की आधिकारिक साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी फुल फेस हेलमेट के लिए अलग-अलग तरह के पोर्टेबल कूलर डेवलप कर चुकी है, जिसे हेलमेट में लगाया-निकाला जा सकता है। गर्मी या लॉन्ग ड्राइव के दौरान यह राइडर को आरामदायक राइड का अनुभव प्रदान करता है। इवेंट में कंपनी अपना नया इनोवेटिव प्रोडक्ट पेश कर सकती है।
2. एथर एनर्जी
एथर भारत की स्टार्ट कंपनी है, जो इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेगमेंट में काम करती है। कंपनी का हेडक्वार्टर बेंगलुरु में हैं और भारत के कई शहरों में कंपनी के डीलरशिप हैं। कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, फिलहाल कंपनी के दो मॉडल एथर 450 प्लस और 450 एक्स बिक्री के लिए उपलब्ध है, जो कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। अलग-अलग मॉडल के हिसाब से इलेक्ट्रिक स्कूटर की शुरुआती कीमत 1.27 लाख रुपए है (कीमत, एक्स-शोरूम. दिल्ली)। उम्मीद की जा रही है कि सीईएस में कंपनी कोई नए मॉडल का अनाउंसमेंट कर सकती है।
3. मोनार्क इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड
मोनार्क एक लीडिंग आईटी सर्विस प्रोवाइडर है, जो ब्रॉडकास्ट, वीडियो एडिटिंग सॉल्यूशंस (ऑनलाइन-ऑफलाइन) और फोटो इमेजिंग सॉफ्टवेयर और प्रिटिंग सॉल्यूशन के फील्ड में कई सालों से सक्रिय है।
4. नियोसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज
नियोसॉफ्ट एक सर्टिफाइड ग्लोबल आईटी कंसल्टिंग और सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्रोवाइडर कंपनी है। ऑफिशियल साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी के 7 डिलीवरी सेंटर्स में 2000 से ज्यादा सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट काम करते हैं। नियोसॉफ्ट का हेडक्वार्टर मुंबई में है साथ ही यूएसए, यूके, दुबई, इटली, जर्मनी, जापान और ऑस्ट्रेलिया में भी ऑफिस हैं।
5. प्रगति फाउंडेशन
प्रगति फाउंडेशन ऑटोमोबाइल, बीएफएसआई, एफएमसीजी, इंटरटेनमेंट एंड मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, लॉजिस्टिक, इंजीनियरिंग, फार्मा, रिटेल और टेलीकम्युनिकेशन समेत कई क्षेत्रों में काम करती है। इसके अलावा फाउंडेशन बेरोजगार, वंचित युवाओं और महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका के लिए प्रेरित करने के लिए भी काम करती है।
6. टाटा एलेक्सी
कंपनी का आधिकारिक साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, टाटा एलेक्सी 11-14 जनवरी तक चलने वाले सीईएस में पार्टिसिपेट करेगी, जहां कंपनी ऑटोमोटिव, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, स्मार्ट होम और डिजिटल हेल्थ से जुड़े प्रोडक्ट्स को पेश करेगी।
7. वीहियर हियरिंग सॉल्यूशंस
वीहियर एक हियरिंग सॉल्यूशंस कंपनी है जो सबसे प्रभावी और किफायती हियरिंग सॉल्यूशंस डेवलप करने का काम करती है। कंपनी इयर-फोन्स-हेड-फोन्स के विकल्प के तौर पर वीहियर ओएक्स ओपन इयर और हेल्थ-फ्रेंडली एक्सपीरियंस डिवाइस डेवलप कर चुकी है, जो मोबाइल ऐप से कंट्रोल होता है।
8. जीरो 1 टेक्ट्रोनिक्स एलएलपी
कंपनी यूनिक स्मार्टफोन एक्सेसरीज मैन्युफैक्चरर है। कंपनी के पोर्टफोलियो में अब तक पावर बैंक, वॉल चार्जर, कार चार्जर और यूएसबी केबल जैसे प्रोडक्ट हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स शो 'कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो 2021' कल से शुरू होने वाला है। शो में मोटोरोला अपनी मोटो G और मोटोरोला वन लाइनअप में चार नए बजट स्मार्टफोन पेश करेगी। मोटो G सीरीज में मोटो G प्ले 2021, मोटो G पावर और मोटो G स्टाइलस को जोड़ेगी, जबकि मोटोरोला वन सीरीज में कंपनी मोटोरोला वन 5G ऐस को शामिल करेगी। मोटोरोला के इन नए स्मार्टफोन्स में क्या नया मिलेगा और कितनी होगी इनकी कीमत, जानने के लिए पढ़िए....
1. मोटो G प्ले 2021: फीचर्स, प्राइस एंड स्पेसिफिकेशन
मोटो G प्ले 6.5 इंच के एचडी प्लस एलसीडी आईपीएस डिस्प्ले और यह क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 460 प्रोसेसर से लैस होगा। यह 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज से लैस है, स्टोरेज को माइक्रो एसडी कार्ड से बढ़ाया जा सकेगा बढ़ाया जा सकेगा। फोटोग्राफी के लिए, फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें 13-मेगापिक्सल और 2-मेगापिक्सल के सेंसर होंगे जबकि सेल्फी के लिए 5-मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा।
फोन में 5000 एमएएच बैटरी मिलेगी और यह एंड्रॉयड 10 पर काम करेगा। इसके अलावा, इसमें रियर-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर का सपोर्ट मिलेगा। फोन मिस्टी ब्लू और फ्लैश ग्रे कलर ऑप्शन में उपलब्ध होगा। मोटोरोला मोटो G प्ले 2021 की कीमत $169.99 (लगभग 12,500 रुपए) की कीमत हो सकती है।
2. मोटो G पावर: फीचर्स, प्राइस एंड स्पेसिफिकेशन
मोटो G की तुलना में मोटो G पावर अपग्रेडेड स्पेसिफिकेशन के साथ आएगा। यह 6.6 इंच के एचडी प्लस आईपीएस एलसीडी डिस्प्ले और यह क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 662 प्रोसेसर से लैस होगा। इसे 3GB+32GB और 4GB+64GB के दो वैरिएंट ऑप्शन में उतारा जाएगा। फोटोग्राफी के लिए इसमें ट्रिपल रियर कैमरे (48-मेगापिक्सल का मेन कैमरा, 2-मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस, 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर) मिलेंगे और सेल्फी के लिए 8-मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा।
फोन 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5000 एमएएच की बैटरी मिलेगा और यह एंड्रॉयड 10 पर काम करेगा। सिक्योरिटी के लिए फोन में साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर की सुविधा है और यह फ्लैश ग्रे, पोलर सिल्वर, ग्लोइंग ब्लू कलर ऑप्शन में उपलब्ध हो सकता है। इसके 3GB+32GB मॉडल की कीमत $199.99 (लगभग 14,600 रुपए) और 4GB+64GB मॉडल की कीमत $249.99 (लगभग 18,300 रुपए) हो सकती है।
3. मोटो G स्टाइलस 2021: फीचर्स, प्राइस एंड स्पेसिफिकेशन
मोटो G स्टाइलस 2021, पुराने मॉडल की तुलना में बेहतर स्पेसिफिकेशन के साथ आएगा। मेन हाईलाइट के तौर पर इसमें स्टाइलस सपोर्ट मिलेगा। फोन 6.6 इंच के फुल एचडी प्लस आईपीएस एलसीडी डिस्प्ले और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 678 प्रोसेसर के साथ आएगा। फोन 4GB रैम और 128GB एक्सपेंडेबल स्टोरेज मिलेगा। फोटोग्राफी के लिए फोन में 48-मेगापिक्सल (मेन), 8-मेगापिक्सेल (अल्ट्रा-वाइड), 2-मेगापिक्सेल (डेप्थ), और 2-मेगापिक्सेल (मैक्रो) से लैस क्वाड रियर कैमरा मिलेगा। फ्रंट कैमरा 16-मेगापिक्सल का लेंस मिलेगा।
फोन 18 वॉट फास्ट चार्जिंग के साथ 4000 एमएएच बैटरी के साथ आएगा और एंड्रॉयड 10 ओएस पर काम करेगा। सिक्योरिटी के लिए इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा है और यह ऑरोरा ब्लैक और ऑरोरा व्हाइट कलर ऑप्शन में उपलब्ध होगा। मोटोरोला मोटो G स्टाइलस 2021 की कीमत $ 299.99 (लगभग 22,100 रुपए) हो सकती है।
4. मोटोरोला वन 5G ऐस: फीचर्स, प्राइस एंड स्पेसिफिकेशन
मोटोरोला वन 5G ऐस, मोटोरोला वन 5G का एक वैरिएंट होगा। फोन 6.7 इंच के फुल एचडी प्लस आईपीएस एलसीडी डिस्प्ले और यह क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 750 जी प्रोसेसर से लैस होगा। इसके दो रैम और स्टोरेज वैरिएंट मिलेंगे, जिसमें 4GB+64GB और 6GB+128GB शामिल हैं। फोटोग्राफी के लिए फोन में तीन रियर कैमरे (48-मेगापिक्सल, 8-मेगापिक्सल, 2-मेगापिक्सल) होंगे और एक 16-मेगापिक्सल सेल्फी शूटर मिलेगा।
फोन 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5000 एमएएच की बैटरी से लैस होगा और एंड्रॉयड 10 पर काम करेगा। सिक्योरिटी के लिए इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा और यह ग्रे और फ्रॉस्टेड सिल्वर कलर ऑप्शन के साथ उपलब्ध होगा। मोटोरोला वन 5G ऐस की कीमत $399.99 (लगभग 29,300 रुपए) तक हो सकती है। नए मोटो G फोन और मोटोरोला वन 5G अमेरिका में 14 जनवरी से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। भारत में इनकी उपलब्धता के बारे में कंपनी ने कोई सफाई नहीं दी है।
अमेरिका ने भारत में लगने वाले इक्विलाइजेशन लेवी यानी गूगल टैक्स पर आपत्ति जताई है। ये दूसरा मौका है जब अमेरिका को इस पर आपत्ति की है। इससे पहले जून 2020 में उसने कहा था कि ये टैक्स मंजूर नहीं है। यूनाइटेड स्टेट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) का कहना है कि इस टैक्स को लेकर अमेरिकी कंपनियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। यूएसटीआर अमेरिका के लिए व्यापार नीति बनाने का काम करता है।
यूएसटीआर ने टैक्स की जांच के लिए कई देशों को लेकर नोटिस भी जारी किया है। इसमें भारत, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, यूरोपीय यूनियन, इटली, इंडोनेशिया, स्पेन, तुर्की और ब्रिटेन शामिल हैं। उसने कहा है कि अमेरिका इन देशों को एक्सपोर्ट किए जाने वाले आइटम पर टैक्स बढ़ा सकता है। इस स्थिति को देखते हुए भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड वार शुरू हो सकता है।
इक्विलाइजेशन लेवी या गूगल टैक्स क्या है?
भारत से गूगल, फेसबुक जैसी कई कंपनियां एडवरटाइजिंग से करोड़ों रुपए की कमाई करती हैं। इन्हें टैक्स के दायरे में लाने के लिए 1 अप्रैल, 2020 से कानून बनाया गया। इक्विलाइजेशन लेवी के दायरे में ऑनलाइन और डिजिटल एडवरटाइजिंग स्पेस से जुड़े प्रोविजन शामिल हैं। जो विदेशी कंपनियां भारत में सालाना 2 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार करती हैं उन्हें 2% डिजिटल टैक्स देना होगा।
गूगल, अमेजन, फेसबुक ने की है शिकायत
डिजिटल सर्विस टैक्स को लेकर गूगल, अमेजन, फेसबुक जैसी अमेरिकी कंपनियों ने आपत्ति जताते हुए यूएसटीआर से शिकायत की है। उन्होंने ऑनलाइन बिक्री और विज्ञापन से होने वाली इनकम पर टैक्स लगाए जाने का विरोध किया है। अमेरिका का कहना है कि इस टैक्स से गूगल, एपल, फेसबुक, अमेजन, नेटफ्लिक्स, उबर, ईबे, जूम जैसी कई कंपनियों को निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि, भारत में इन कंपनियों की इनकम अरबों रुपए है।
पिछले साल गूगल ने टैक्स के 604 करोड़ रुपए चुकाए
यूएसटीआर के मुताबिक, उसकी 86 से ज्यादा कंपनियां इक्विलाइजेशन लेवी के दायरे में आती हैं। ये दूसरे देशों की तुलना में सबसे ज्यादा हैं। ऐसे में भारत इन कंपनियों के साथ भेदभाव कर रहा है। इक्विलाइजेशन लेवी के चलते फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के दौरान गूगल ने 550 करोड़ रुपए का पेमेंट किया था। वहीं, 2019-20 के दौरान उसने 604 करोड़ रुपए का पेमेंट किया है। यानी दो साल में उसने 1154 करोड़ रुपए दिए हैं।
1974 के ट्रेड एक्ट के तहत जांच
यूएसटीआर डिजिटल सर्विस टैक्स को लेकर भारत की जांच कर रहा है। जांच को सेक्शन 301 जांच का नाम दिया गया है, क्योंकि इसकी जांच 1974 के ट्रेड एक्ट के सेक्शन 301 के तहत होगी। यह सेक्शन अमेरिकी यूएसटीआर को इस बात का अधिकार देता है कि अगर किसी देश के भेदभाव वाले रवैये से अमेरिका के व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ता है तो अमेरिका उसकी जांच कर सकता है।
भारत को डरने की जरूरत क्यों?
इक्विलाइजेशन लेवी पर अमेरिका की चेतावनी से भारत को डरने की जरूरत है। ऐसे ही मामले में अमेरिका ने फ्रांस में एक्सपोर्ट होने वाले कुछ आइटम पर 25% टैक्स कर दिया है। फ्रांस ने भी अमेरिकी कंपनियों पर गूगल टैक्स बढ़ाया था। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रम्प अपने प्रेसिडेंट पद को छोड़ने से पहले भारत, इटली और तुर्की के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तब अमेरिका से आने वाले कई आइटम महंगे हो जाएंगे। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर होगा।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) 2021 कल से शुरू हो रहा है। लास वेगास में होने वाला ये दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स शो भी है। इस शो में करीब 2 लाख विजिटर्स पहुंचते हैं। हालांकि, 52 साल के इतिहास में पहली बार इवेंट वर्चुअल होने वाला है। यानी इस बार आपको इवेंट फोन या कम्प्यूटर की स्क्रीन पर ही देखना होगा। ये साल टेक्नोलॉजी के लिहाज से काफी अहम रहने वाला है। इसमें कई नए तरह के गैजेट्स की लॉन्च की जा सकती है।
कौन सी कंपनी क्या प्रोडक्ट्स लेकर आएगी?
LG का इवेंट
11 जनवरी को 6:30PM पर
कंपनी इवेंट के पहले ही अपने मुड़ने वाला टीवी लॉन्च कर चुकी है। इसमें सिनेमैटिक साउंड OLED डिस्प्ले दिया है। इसका स्क्रीन साइज 48-इंच है। इसके डिस्प्ले में कागज जितनी पतली स्क्रीन है जिसे मोड़ा जा सकता है। इल डिस्प्ले को अपनी जरूरत के हिसाब से मोड़कर रखा जा सकता है। खास बात है कि इसमें स्पीकर्स नहीं हैं। डिस्प्ले से ही साउंड भी आएगा। टीवी का पूरा डेमो इवेंट के दौरान देखने को मिलेगा।
सैमसंग का इवेंट
11 जनवरी को 7:30PM पर
साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग इवेंट में अपनी गैलेक्सी S21 सीरीज को लॉन्च कर सकती है। इस सीरीज के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं। कंपनी का कहना है कि गैलेक्सी S20 की तुलना में इसमें 35% ज्यादा बैटरी परफॉर्मेंस मिलेगा। नए फ्लैगशिप मॉडल को स्नैपड्रैगन और एक्सीनॉस वैरिएंट में लॉन्च किया जा सकता है। इस सीरीज में गैलेक्सी S21, गैलेक्सी S21+ और गैलेक्सी S21 अल्ट्रा लॉन्च किए जा सकते हैं। कंपनी नए फोल्डेबल स्मार्टफोन, पोर्टल ऑक्सीजन एयर पॉकेट, फूड एंड वाइन पेयरिंग सर्विस, ऑटोमैटिक टीवी पिक्चर जैसे प्रोडक्ट भी लाएगी।
सोनी का इवेंट
12 जनवरी को 3:30AM पर
सोनी इस साल अपनी कई सारे टीवी मॉडल्स लॉन्च करने की तैयारी में है। ऐसा माना जा रहा है कि इनकी पहली झलक इवेंट के दौरान दिख सकती है। ये टीवी 4K और 8K रेजोल्यूशन को सपोर्ट करेंगे। कंपनी अपना नया प्लेस्टेशन 5 भी लॉन्च करेगा। ये HDMI पोर्ट के साथ आता है। सोनी नए स्मार्टफोन
आसुस का इवेंट
13 जनवरी को 10:30PM पर
चीनी कंपनी आसुस इस इवेंट में गेमिंग लैपटॉप को लॉन्च करेगा। कंपनी अपनी ROG और TUF सीरीज लेकर आएगी। इसमें एक गेमिंग और दूसरे कंज्यूमर सीरीज है। इनके साथ RTX 3000 सीरीज के लैपटॉप भी देखने को मिलेंगे। ये एनवीडिया सपोर्ट के साथ आएंगे। सभी में इंटेल प्रोसेसर मिलेगा।
CES 21 से और क्या उम्मीदें?
टेक एक्सपर्ट अभिषेक तैलंग ने बताया कि इस साल का CES काफी खास होने वाला है। 2021 में 5G टेक्नोलॉजी गेम चेंजर साबित होने वाली है। ऐसे में कई कंपनियां 5G कनेक्टिविटी वाले डिवाइस लेकर आएंगी। भारत में जुलाई से देश के चुनिंदा मेट्रो शहरों में 5G आ जाएगा। ऐसे में टेक कंपनियों के लिए 5G डिवाइस को लेकर भारत बड़ा मार्केट रहेगा।
तैलंग के मुताबिक, कोरोनावायरस के दौरान ई-स्पोर्ट्स का क्रेज भी तेजी से बढ़ा है। यानी गेमिंग कंपनियों के साथ दूसरी टेक कंपनियां भी ई-स्पोर्ट्स से जुड़े हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर ला सकती हैं। हमें वायरलेस चार्जर, वायरलेस इयरफोन के साथ वायरलेस पावरबैंक भी देखने को मिल सकते हैं।
तैलंग ने बताया कि इवेंट में फोल्डेबल स्मार्टफोन की झलक भी देखने को मिल सकती है। इस साल ज्यादातर कंपनियां अपने फोल्डेबल फोन ला रही हैं। वहीं, इन फोन में पावरफुल कैमरा लेंस के साथ मल्टी लेंस भी नजर आ सकते हैं। क्योंकि ये साल स्मार्टफोन कैमरा के लिए वीडियोग्राफी के लिहाज से बड़ा रहेगा।
इस बार कैसा होगा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो?
ऑल-डिजिटल सीईएस 2021 : पहली बार सीईएस 2021 का डिजिटल अवतार देखने को मिलेगा। सीईएस के एक्जीक्युटिव वाइस प्रेसिडेंट, करेन चुपका ने बताया कि इस शो को कंज्यूमर टेक्नोलॉजी एसोसिएशन (CTA) द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है। शो में दुनियाभर से 150,000 लोग डिजिटली जुड़ेंगे। सीटीए ने जुलाई 2020 में घोषणा कर दी थी कि कोविड-19 महामारी की वजह से स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए CES 2021 का आयोजन डिजिटली होगा।
माइक्रोसॉफ्ट का प्लेटफॉर्म : सीईएस 2021 का आयोजन जिस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किया जाएगा, उसे माइक्रोसॉफ्ट की पार्टनरशिप में तैयार किया गया है। यहां पर दुनियाभर की टेक कंपनियां और इनोवेटर्स को देखने, सुनने और प्रोडक्ट्स लॉन्चिंग की सुविधा दी जाएगी। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने अक्टूबर में सोशल मीडिया पर कहा था कि हम ऑल-डिजिटल CES 2021 के लिए कंज्यूमर टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं।
रजिस्ट्रेशन की जरूरत : इस डिजिटल इवेंट का हिस्सा बनने के लिए लोगों को CES 2021 की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। यानी आप किसी इंडस्ट्री या मीडिया से जुड़े हैं, तब इवेंट में शामिल होने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। ये रजिस्ट्रेशन माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट के साथ होगा। यदि आपके पास माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट पहले से है तब उसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
CES 2021 का शेड्यूल
इवेंट की शुरुआत 11 जनवरी से होगी, लेकिन ऑफिशियली इवेंट 12 जनवरी से शुरू होंगे। भारतीय समय अनुसार 12 जनवरी को सुबह 5 बजे इवेंट शुरू हो जाएगा। पहले इवेंट वेरिजोन कीनोट का होगा जो 1 घंटे तक चलेगा।
12 जनवरी : 24 सेशन होंगे, पहला इवेंट 5:00 AM पर शुरू होगा
13 जनवरी : 42 सेशन होंगे, पहला इवेंट 12:15 AM पर शुरू होगा
14 जनवरी : 19 सेशन होंगे, पहला इवेंट 12:10 AM पर शुरू होगा
लाखों लोग होते हैं शामिल
ऑल-डिजिटल CES 2021 इवेंट में इस साल लोग नजर नहीं आएंगे। यानी जिस इवेंट में हर साल लाखों लोग आते हैं वो इस बार भीड़ के लिए सूना रहेगा। बीते साल इसमें में लाखों लोग शामिल हुए थे। हालांकि, इनके नंबर्स को लेकर कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है। जनवरी से दुनियाभर में कोरोनावायरस फैलना शुरू हो गया था, जिसके बाद इवेंट से जुड़ा डेटा शेयर नहीं किया गया।
साल CES 2006 में 1.50 लाख विजिटर्स शामिल हुए थे। इसके बाद से ही इसमें हर साल विजिटर्स की संख्या बढ़ती चली गई। 2019 में यहां 1.75 लाख से ज्यादा विजिटर्स शामिल हुए थे। 2020 में भी यहां 2 लाख के करीब विजिटर्स ने हिस्सा लिया था।
लास वेगास स्थित कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो का कन्वेंशन सेंटर 32 लाख स्क्वायर फीट एरिया में फैला है। ये एरिया 22 क्रिकेट मैदान के बराबर है। जिसमें 2 लाख स्क्वायर फीट में एक्जीबिट हॉल फ्लोर और 250,000 स्क्वायर फीट में मीटिंग स्पेस दिया है। यहां 1 लाख गेस्ट रूम, 20 से 2500 लोगों की क्षमता वाले 144 मीटिंग रूम भी मौजूद है। इसे लास वेगास कन्वेंशन एंड विजिटर्स अथॉरिटी (LVCVA) द्वारा ऑपरेट किया जाता है। ये दुनिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर भी है।
CES से जुड़े रोचक फैक्ट्स
इस शो का पहला आयोजन 1967 में न्यूयॉर्क सिटी में किया गया था। तब शो में एलजी, मोटोरोला और फिलिप्स जैसे बड़ी कंपनियों के साथ कुल 250 कंपनियां शामिल हुई थीं। इवेंट का एरिया 100,000 स्क्वायर फीट था। इवेंट का मुख्य आकर्षण इंटीग्रेटेड सर्किट वाले टीवी और पॉकेट रेडियो पर था।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो की सफलता को देखते हुए 1978 में इसे एक साल में दो बार करने का फैसला किया गया। जनवरी में इसे लास वेगास में विंटर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (WCES) और जून में इसे शिकागो समर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (SCES) का नाम दिया गया। एक साल में दो आयोजन का सिलसिला 1994 तक चला।
लास वेगास में होने वाला विंटर शो शिकागो के समर से ज्यादा पॉपुलर होने लगा। ऐसे में 1995 में इस शो के लिए लास वेगास में कन्वेंशन सेंटर बना दिया गया। तब इस इस शो का आयोजन लास वेगास में हर साल जनवरी में किया जाता है। ये साल का पहला और सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स शो भी है।
साल 2006 में आयोजित कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में 1.50 लाख विजिटर्स शामिल हुए। इस तरह ये यूनाइटेड स्टेट का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स इवेंट भी बन गया। साल 2019 में यहां 1.75 लाख से ज्यादा विजिटर्स शामिल हुए थे। उस समय इवेंट का आयोजन 167,000 स्क्वायर फीट वाले एरिया में किया गया। जो एक क्रिकेट के मैदान से ज्यादा बड़ा एरिया होता है।
CES के आने वाले आयोजन
2022 : 5 से 8 जनवरी तक
2023 : 5 से 8 जनवरी तक
2024 : 9 से 12 जनवरी तक
वॉट्सऐप की नई पॉलिसी की वजह से लोगों ने अब नए मैसेजिंग ऐप्स को इन्स्टॉल करना शुरू कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा फायदा टेलीग्राम और सिग्नल ऐप को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर भी इन ऐप्स की चर्चा होने लगी है। दूसरी तरफ, वॉट्सऐप पॉलिसी को लेकर जोक्स बन रहे हैं।
हाल ही में मैसेजिंग ऐप्स द्वारा यूजर की इंफॉर्मेशन और डेटा कलेक्ट करने की रिपोर्ट आई थी। इसमें टेलीग्राम और सिग्नल ऐसे ऐप्स हैं जो यूजर का सबसे कम डेटा कलेक्ट कर रहे हैं। सिग्नल मैसेजिंग ऐप्स के पास यूजर का सिर्फ मोबाइल नंबर ही होता है।
अब सिग्नल पर ज्यादा भरोसा
बीते 2 दिन से सिग्नल ऐप सोशल मीडिया में छाया हुआ है। यही वजह है कि ये लोगों की पहली पसंद बन रहा है। लाखों यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर चुके हैं। सिग्नल ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर भी शेयर की है। कंपनी ने बताया कि पिछले दो दिन से हमारे ऐप्स की डाउनलोडिंग बढ़ गई है। इसकी वजह से वेरीफिकेशन कोड आने में देरी हो रही है। कंपनी ने अपने मैसेज प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए गाइडलाइन भी जारी की है।
वॉट्सऐप से सिग्नल पर आने की प्रोसेस
सबसे पहले यूजर्स सिगनल पर एक ग्रुप बनाएं। अब ग्रुप सेटिंग्स पर जाकर ग्रुप लिंक पर टैप करें।
ग्रुप लिंक क्रिएट के लिए टॉगल ऑन करें और शेयर पर टैप करें।
अब फोन पर शेयर करन के लिए कई ऐप्स के ऑप्शन आएंगे, आप वॉट्सऐप को सिलेक्ट करें।
अब वॉट्सऐप यूजर्स के पास सिग्नल की लिंक पहुंच जाएगी, जिससे ऐप को इन्स्टॉल कर पाएंगे।
वॉट्सऐप पॉलिसी पर चिंता करने की जरूरत क्यों?
वॉट्सऐप ने अपनी नई पॉलिसी में साफ किया है कि यूजर को अपनी प्राइवेसी कंपनी के साथ शेयर करना होगी। यानी वॉट्सऐप अब आपके डेटा पर पूरी नजर रखेगी और आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। भारत में वॉट्सऐप यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है। यानी पॉलिसी एग्री करने के बाद कंपनी आपके खर्च, आईपी एड्रेस, लोकेशन, स्टेटस, कंटेंट, कॉल जैसे सभी डेटा को एक्सेस कर पाएगा। कुल मिलाकर ऐप पर आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
क्या है वॉट्सऐप की नई पॉलिसी?
नई पॉलिसी में लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, कंपनी उन्हें कहीं भी यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले कर सकती है। यूजर्स को ये पॉलिसी एग्री करना होगी। ये 8 फरवरी, 2021 से लागू हो रही है। इस तारीख के बाद इसे एग्री करना जरूरी होगी। यदि एग्री नहीं करते हैं तब अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए आप हेल्प सेंटर पर विजिट कर सकते हैं।
फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव करने का फैसला किया है। वॉट्सऐप के नए नियम और शर्तों के चलते यूजर्स अब वॉट्सऐप ऐप को छोडने का मन बना रहे हैं। यूजर्स में नाराजगी है और वे अब वॉट्सऐप के विकल्प को तलाशने में लग गए हैं। यही वजह है कि वॉट्सऐप के विकल्प टेलीग्राम और सिग्नल को यूजर्स पसंद कर रहे हैं। इन दिनों इन मैसेजिंग ऐप पर लगातार यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। अब वे सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्स को डाउनलोड कर रहे हैं।
टेलीग्राम के फाउंडर ने कहा यूजर्स का करें सम्मान
इस बीच, शनिवार को टेलीग्राम के फाउंडर और सीईओ पावेल डुरोव ने सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक को फटकार लगाई। उन्होंने अपने ब्लॉग में कहा है कि यह कोई आश्चर्य नहीं है कि कई सालों से चल रहे टेलीग्राम पर वॉट्सऐप के यूजर्स में तेजी देखी गई है।
डुरोव ने कहा, फेसबुक की पूरी टीम इस तलाश में जुटीं हैं कि आखिरकार टेलीग्राम पर यूजर्स की संख्या कैसे बढ़ती जा रही है? साथ ही उन्होंने कहा- यूजर्स का सम्मान करना चाहिए।
टेलीग्राम पर लगभग 500 मिलियन यूजर्स का बढ़ना फेसबुक के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। सिर्फ टेलीग्राम ही नहीं मैसेजिंग ऐप सिग्नल पर भी लगातार यूजर्स की संख्या में इजाफा हुआ है।
सिग्नल ऐप का सर्वर हुआ ओवरलोड
हाल ही में टेस्ला के फाउंडर और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने मैसेजिंग ऐप सिग्नल यूज करने की अपील की, जिसके बाद से सिगनल पर यूजर्स लगातार बढ रहे हैं। इसके बाद सिग्नल ऐप को एकसाथ इतने वेरिफिकेशन कोड्स भेजने पड़े कि उसका सर्वर ओवरलोड हो गया।
सिग्नल ऐप ने कहा कि ढेर सारे नए यूजर्स के प्लेटफॉर्म पर आने की वजह से उन तक वेरिफिकेशन कोड पहुंचने में वक्त लग रहा था। इस ग्लिच को अब ठीक कर दिया गया है और नए यूजर्स बिना किसी दिक्कत के अपना अकाउंट बना सकते हैं।
बता दें कि सिग्नल ने दिसंबर 2020 में अपने लेटेस्ट वर्जन्स के साथ ग्रुप कॉल लॉन्च किया है और एन्क्रिप्टेड दिया है। सिग्नल पर्सनल डेटा के तौर पर सिर्फ आपका फोन नंबर स्टोर करता है और ऐप इसे आपकी पहचान से जोड़ने की कोई कोशिश नहीं करता है। जबकि टेलीग्राम आपसे पर्सनल इनफॉर्मेशन के तौर पर कॉन्टैक्ट इंफो, कॉन्टैक्ट्स और यूजर ID मांगता है।
एपल मैकबुक प्रो को लेकर नए रूमर्स आने लगे हैं। रूमर्स के मुताबिक, इन्हें इस साल गर्मी तक लॉन्च किया जाएगा। वहीं, मैकबुक प्रो 14-इंच और 16-इंच में M1X प्रोसेसर मिलेगा। कुछ रेंडर्स भी सामने आए हैं, जो एपल के नए लैपटॉप की तरह दिखते हैं। हालांकि, एपल ने अब तक नए मैकबुक मॉडल या नए प्रोसेसर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
सोशल मीडिया पर आए नए रेंडर्स
इंस्टाग्राम यूजर Jetfromthenorth ने मैकबुक प्रो 14-इंच और 16-इंच के रेंडर्स शेयर किए हैं। इन रेंडर्स में लैपटॉप के डिजाइन के साथ फीचर्स भी शेयर किए गए हैं। यूजर के मुताबिक, इसमें 32GB मेमोरी, वाई-फाई Fi 6, लिक्विड रेटिना XDR डिस्प्ले, फेस आईडी, यूएसबी 4.0 जैसे फीचर्स मिलेंगे। ऐसा दावा किया गया है कि इसमें नया M1X प्रोसेसर मिलेगा। टेकरडार की रिपोर्ट में कहा गया था कि मैकबुक प्रो 16-इंच मॉडल थोड़ा पतला दिखता है।
नवंबर 2020 में आईटी होम की रिपोर्ट में कहा गया था कि एपल नई मैकबुक M1 चिप के साथ लॉन्च करेगी। ये इवेंट 2021 की तीसरी तिमाही में होगा। इन मैकबुक में 14-इंच और 16-इंच के मिनी-एलईडी डिस्प्ले मिलेगा। वहीं, इनकी कीमत 1 लाख रुपए के करीब हो सकती है।
एपल प्रोडक्ट्स एनालिस्ट मिंग-ची कू ने हाल ही में बताया था कि कंपनी एपल एयरटैग्स, एपल सिलिकॉन के साथ नए मैकबुक 2021 में लॉन्च करेगी। वो ऑग्मेंटेड रियलटी (AR) डिवाइस भी लॉन्च करने की तैयारी में है।