Sunday 31 May 2020

In Days of Discord, a President Fans the Flames


By Peter Baker from NYT U.S. https://ift.tt/2TUud6u

पाकिस्तानी डेवलपर से 2500 रुपए में खरीदा गया है Mitron ऐप का सोर्स कोड, कंपनी यह कोड लगभग 277 लोगों को बेच चुकी है

पिछले महीने टिकटॉक को टक्कर देने के लिए लॉन्च हुआ Mitron ऐप अब विवादों में है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे भारत में नहीं बनाया बल्कि एक पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी Qboxus से खरीदा गया है, वहीं इसे TicTic ऐप का रीब्रांडेड वर्ज़न भी कहा जा रहा है जिसे इसी कंपनी ने बनाया है। हालांकि भारतीय मूल का ऐप कहलाने के कारण इसे बड़े पैमाने पर डाउनलोड किया जा रहा है। Qboxus के संस्थापक का कहना है कि उन्होंने ऐप के सोर्स कोड को मित्रों के निर्माता को 34 डॉलर यानी लगभग 2,500 रुपए में बेचा है और इसे कोई भी खरीद सकता है।

अबतक 277 लोग खरीद चुके हैं कोड

  • TicTic ऐप बनाने वाली कंपनी Qboxus के संस्थापक और सीईओ इरफान शेख ने बताया कि उन्होंने ऐप के सोर्स कोड को Mitron के निर्माता को 34 डॉलर यानी लगभग 2,500 रुपए में बेचा है और इसे कोई भी खरीद सकता है। शेख ने आगे बताया कि उनकी कंपनी सोर्स कोड बेचती है, जिससे खरीदार ऐप को कस्टोमाइज़ करते हैं। अभी तक 277 यूजर्स ने इस ऐप का सोर्स कोड खरीद लिया है जो कि CodeCayon प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
  • उन्होंने आगे कहा, 'डेवलपर ने जो किया है, उससे कोई समस्या नहीं है। उन्होंने स्क्रिप्ट के लिए पैसा दिया है और इसका इस्तेमाल किया, जो ठीक है। लेकिन, समस्या उन लोगों से हैं, जो इसे एक भारतीय-निर्मित ऐप बता रहे हैं, जो पूरी तरह से सच नहीं है, क्योंकि डेवलपर्स ने इस ऐप में कोई बदलाव नहीं किया है।'
  • मामला सुर्खियों में आने के बाद कई इन्फोर्मेशन सिक्युरिटी रिसर्चर्स ने दोनों ऐप्स के API और कोड की जांच की तो पता चला कि दोनों ही ऐप्स के API एक जैसे ही हैं जो कि अलग-अलग सर्वर से होस्ट किए जा रहे हैं। जिससे ये बात साफ है कि इस देसी शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप Mitron को QBoxus के सोर्स कोड का इस्तेमाल करके ही डेवलप किया गया है। QBoxus की टीम के मुताबिक, उनका बिजनेस मॉडल लोकप्रिय ऐप्स को क्लोन करके इसके सोर्स कोड को सस्ती कीमत में उपलब्ध कराना है। उन्होंने ये भी दावा किया कि TicTic के सोर्स कोड के 277 कॉपी उन्होंने क्लोन करके बेचे हैं।

दावा किया जा रहा था कि IIT रुड़की के छात्र ने इसे बनाया है

  • मित्रोंं के निर्माता की पहचान की अभी भी पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आईआईटी रुड़की के एक छात्र द्वारा बनाया गया था। गूगल प्ले पर मित्रों ऐप डेवलपर का वेब पेज एक वेबसाइट shopkiller.in पर ले जाता है, जो एक खाली पेज है।

समस्याओं से भरा है ऐप

  • ऐप में किसी प्रकार की प्राइवेसी पॉलिसी भी नहीं है, इसलिए जो लोग इसके लिए साइन-अप कर रहे हैं और अपने वीडियो अपलोड कर रहे हैं - उन्हें पता नहीं है कि उनके डेटा के साथ क्या किया जा रहा है। यदि ऐप द्वारा मांगी जाने वाली अनुमतियों को देखा, तो ये बहुत सारी हैं।
  • ऐप को मिले अधिकांश रिव्यू के अनुसार, इस ऐप का वास्तविक अनुभव बग्स (समस्याओं) से भरा हुआ है। आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि बग्स की रिपोर्ट करने वाले यूज़र्स ने रिव्यू में ऐप को ज्यादा रेटिंग भी दी है और इसके पीछे का कारण ऐप का भारतीय होना बताया है। इसलिए अब इस बात का सामने आना कि यह ऐप एक पाकिस्तानी डेवलपर से खरीदा गया है, निश्चित तौर पर रेटिंग में गिरावट का कारण बन सकता है।


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भारत में मित्रों ऐप को टिकटॉक के कॉम्पिटीटर के रूप में देखा जा रहा था, इसे 50 लाख यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं


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जियोनी ने लॉन्च किया 1299 रुपए का 10,000mAh वायरलेस पावरबैंक, 2 घंटे में चार्ज करेगा 4000 एमएएच बैटरी

जियोनी ने भारत में एक नया GBuddy 10000mAh वायरलेस पावर बैंक लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत 1299 रुपए है और इसे अमेज़न से खरीदा जा सकेगा। यह सिंगल ब्लैक कलर ऑप्शन में उपलब्ध है और कंपनी इस पर 6 महीने की वारंटी भी दे रही है। 245 ग्राम वजनी इस पावरबैंक में 12 वॉट का वायरलेस फास्ट चार्जिंग आउटपुट मिलता है।

12W का आउटपुट मिलता है
नया GBuddy पावर बैंक 5V वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट से लैस है। इसमें 5V/2A रेटिंग USB टाइप-सी पोर्ट और 5V/2A माइक्रो USB इनपुट पोर्ट के साथ 5V/2.4A यूएसबी-A पोर्ट भी है। नया पावर बैंक आउटपुट के मामले में 12W वायरलेस फास्ट चार्जिंग सपोर्ट प्रदान करता है।

सिर्फ 245 ग्राम वजनी है
इस पावर बैंक को रिचार्ज करते समय, इसके साथ अन्य डिवाइस भी चार्ज किया जा सकता है। डायमेंशन की बात करें तो यह 1.5x6.8x13.8 सेमी का है, और इसका वजन लगभग 245 ग्राम है। इसमें लिथियम पॉलिमर बैटरी सेल का इस्तेमाल किया गया है। इसके बॉक्स में 1 माइक्रो यूएसबी केबल, 1 यूजर मैनुअल और 1 वारंटी कार्ड है।

मेटल फ्रेम से बनी है बॉडी
जियोनी GBuddy 10,000mAh वायरलेस पावर बैंक, ब्रांड के हिसाब से हल्का और कॉम्पैक्ट है। इसे मेटल फ्रेम बॉडी मैटेरियल से बनाया गया है, जिससे पावर बैंक को मजबूती मिलती है। एक एलईडी डिजिटल पावर मीटर भी है, जो आपको पावर बैंक के चार्जिंग स्तर और कार्यक्षमता की जानकारी देता है।

2.2 बार चार्ज कर सकता है 3000mAh बैटरी
जियोनी का दावा है कि पावर बैंक 2.2 बार 3000mAh बैटरी को चार्ज कर सकता है। 3000mAh बैटरी को फुल चार्ज करने में इसे 1.5 घंटे का समय लगेगा। वहीं , 4000mAhबैटरी को यह 1.7 बार चार्ज कर सकता है। 4000mAh बैटरी को चार्ज करने में इसे 2 घंटे का समय लगता है।



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यह सिंगल ब्लैक कलर ऑप्शन में उपलब्ध है और कंपनी इस पर 6 महीने की वारंटी भी दे रही है


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दुनिया की पहली पेडल पावर्ड इलेक्ट्रिक बाइक है eROCKIT, कुछ पेडल देने से ही यह 80kmph की रफ्तार तक पहुंच जाती है

eROCKIT एक ऐसी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल है जो अपने यूनिक ड्राइव सिस्टम के साथ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उद्योग में क्रांति लाने की कोशिश कर रही है। इसकी खासियत यह है कि इसे साइकिल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि इसमें पेडल मारने की सुविधा भी मिलती है। इसके निर्माताओं का दावा है कि यह पेट्रोल पावर्ड मोटरसाइकिल की तरह परफॉर्म करने में सक्षम है। कुछ पेडल देकर कर इसे 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार तक ले जाया जा सकता हैं। इस 6.6 KWh की बैटरी है। सिंगल चार्ज में यह 120 किलोमीटर तक चल सकती है।

सिंगल चार्ज में 120 किमी तक चलेगी
इसमें कुछ पेडल देकर कर इसे स्पीड को 80 किमी प्रति घंटे तक ले जाया जा सकता हैं। इस 6.6 kWh की बैटरी है। कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज में यह 120 किमी तक चल सकती है, जो शहर में घूमने कि लिए पर्याप्त है।

120 किलो वजनी है eROCKIT बाइक
मोटरसाइकिल के बारे में बात करते हुए, इसके पैडल रियर व्हील से नहीं जुड़े हैं, जो आपको आम साइकिल में चेन सेटअप से जुड़े होते हैं। इसके बजाय, पैडल एक जनरेटर को पावर करता है जो उस में जाने वाली मैनपावर को मापता है (जैसा कि इसमें एक्सेलरेटर नहीं है) और पैडल की गति का उपयोग यह विनियमित करने के लिए करता है कि रियर व्हील के लिए कितनी मोटर शक्ति की आवश्यकता है। यह 16 kW की इलेक्ट्रिक मोटर के साथ आता है, जो इस तथ्य को देखते हुए काफी पर्याप्त लगता है कि बाइक का वजन सिर्फ 120 किलोग्राम है।

3 अलग-अलग ड्राइविंग मोड मिलते हैं
मोटरसाइकिल को तैयार करने वाली कंपनी का नाम eROCKIT Systems GmbH है, और यह कंपनी जर्मनी बेस्ड है। इस व्हीकल में 3 अलग-अलग ड्राइविंग मोड हैं, जैसे कि इको, नॉर्मल और स्पोर्ट, जो पावर आउटपुट को सीमित करता है और ऊर्जा बचाने में मदद करता है। बैटरी पैक को नियमित 110 - 230 V सॉकेट की मदद से चार्ज किया जा सकता है।

भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत लगभग 9.88 लाख रु.
eROCKIT को सड़क यातायात के लिए L3e वाहन वर्ग के तहत यूरोप में एक हल्के मोटरसाइकिल के रूप में लाइसेंस प्राप्त है, और इसलिए, इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल की सवारी करने के लिए यूरोपीय वर्ग A1 के ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता होती है। यूरोप में इसकी कीमत €11,850 है (भारतीय मुद्रा में लगभग 9.88 लाख रुपए) है।



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इस व्हीकल में 3 अलग-अलग ड्राइविंग मोड हैं, जैसे कि इको, नॉर्मल और स्पोर्ट, जो पावर आउटपुट को सीमित करता है और ऊर्जा बचाने में मदद करता है


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A Reporter’s Cry on Live TV: ‘I’m Getting Shot! I’m Getting Shot!’


By Frances Robles from NYT U.S. https://ift.tt/2MdZzR9

इस दिवाली भारतीय बाजार में लॉन्च होगी MG की फुल साइज SUV ग्लॉस्टर, भारत में होगी असेंबल

एमजी हेक्टर की सफलता के बाद ब्रिटिश ऑटोमेकर कंपनी एमजी मोटर्स अपनी फुल साइज एसयूवी ग्लॉस्टर को भारतीय बाजार में लॉन्च करने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इस दिवाली एसयूवी को भारत में उतारेगी। इसे चीन से CKD रूट द्वारा भारत लाया जाएगा और गुजरात के हलोल स्थित प्लांट में असेंबल किया जाएगा। कंपनी ने हेक्टर प्लस के साथ पहली बार ग्लॉस्टर को दिल्ली ऑटो एक्सपो में शोकेस किया था।

बाजार में इसका कोई प्रत्यक्ष प्रतिद्वंद्वी नहीं
इस समय तीन-पंक्ति हेक्टर प्लस आने वाले महीनों में शोरूम तक पहुंचने के लिए कतार में है वहीं, कुछ दिनों बाद फुल साइज ग्लॉस्टर (रिबैज्ड मैक्सस डी 90) भी बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। इस सात-सीटर को कथित रूप से प्रतिस्पर्धी मूल्य रखने के लिए स्थानीयकृत किया जाएगा। गौर करने वाली बात यह है कि ग्लॉस्टर का भारत में कोई प्रत्यक्ष प्रतिद्वंद्वी नहीं है क्योंकि इसमें टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड एंडेवर, महिंद्रा अल्टुरस जी 4 और इसुजु एमयू-एक्स की तुलना में बड़ा अनुपात है।

भारत में की जाएगी असेंबल्ड
रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे चीन से CKD रूट के माध्यम से भारत में लाया जाता है और गुजरात में ब्रांड के हलोल प्लांट में असेंबल किया जाएगा। कंपनी के कंट्री हेड, राजीव चाबा ने एक हालिया इंटरव्यू में कहा कि दिवाली के आसपास एमजी ग्लॉस्टर को लिए पेश किया जाएगा।

चीन में कई इंजन ऑप्शन में अवेलेबल

  • फिलहाल इसकी असेंबली प्रोसेसर अभी तक शुरू नहीं हुई है और आने वाले हफ्तों में शुरू होने की उम्मीद है। रिबैज मैक्सस डी 90 की लंबाई 5,005 मिमी, चौड़ाई 1,932 मिमी और ऊंचाई 1,875 मिमी है और इसका व्हीलबेस 2,950 मिमी है। चीन में मैक्सस डी 90 कई पावरट्रेन विकल्पों में बेची जाता है और यह 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन से लैस है जो 224 पीएस और 360 एनएम या 218 पीएस और 350 एनएम का प्रोड्यूस करता है।
  • इसमें 2.0-लीटर टर्बो डीजल और एक 2.0-लीटर ट्विन-टर्बो डीजल इंजन ऑप्शन भी मिल सकते हैं, जो 163 पीएस और 375 एनएम और 218 पीएस और 480 एनएम पावर जनरेट करेंगे। भारत में ट्विन-टर्बो ऑयल-बर्नर आएगा जो 8-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ पार्ट टाइम फोर-व्हील-ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन मिलेगा।

मिलेंगे ये इंटरेस्टिंग फीचर्स
एमजी ग्लॉस्टर में कुछ हाइलाइटिंग फीचर्स मिलेंगे जिसमें लैदर सीट्स, 19-इंच व्हील्स, एलईडी हेडलैंप्स, हीटिंग और वेंटिलेशन फंक्शंस के साथ आठ-वे एडजस्टेबल पावर्ड ड्राइवर सीट, आठ-इंच एचडी ड्राइवर इंफो डिस्प्ले, 12 स्पीकर के साथ JBL ऑडियो, 12.3- इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, एंबियंट लाइटिंग शामिल हैं।



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कंपनी ने हेक्टर प्लस के साथ पहली बार ग्लॉस्टर को दिल्ली ऑटो एक्सपो में शोकेस किया था


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What Top Conservatives Are Saying About George Floyd and Police Brutality


By Michael M. Grynbaum, Annie Karni and Jeremy W. Peters from NYT U.S. https://ift.tt/36KjnoC