
टाटा सफारी भारतीय बाजार में नए अवतार में कमबैक कर रही है। अपने ग्राहकों को सरप्राइज देते हुए कंपनी ने घोषणा की कि आईकॉनिक सफारी एसयूवी को दोबारा बाजार में उतारा जाएगा। यह एसयूवी कोई और नहीं बल्कि ग्रेविटास होगी, जिसे अब कंपनी सफारी नाम से बाजार में उतारेगी। कंपनी ने 2019 जेनेवा मोटर शो में इसे 'बुजार्ड' और दिल्ली ऑटो एक्सपो 2020 में इसे 'ग्रेविटास' नाम को शोकेस किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इसे 26 जनवरी तक लॉन्च करने की योजना बना रही है।
क्यों बंद हो गई थी टाटा सफारी और कंपनी अब इस पर वापस दांव क्यों लगा रही है, यह जानने के लिए हमने ऑटो जगत की जानकारी रखने वाले ऑटो एक्सपर्ट्स से बात की...
ऑटो एक्सपर्ट अमित खरे (ASK Carguru) ने बताया कि सफारी सालों पुराने फ्रेम पर बेस्ड थी। 1998 से अब तक सेफ्टी नॉर्म्स काफी बदल चुके हैं, जिसमें सफारी को पास कराना नामुमकिन था, जिसके चलते कंपनी ने इसे बंद करने का फैसला लिया था। अब कंपनी ने किसी नए नाम (ग्रेविटास) पर दांव लगाने की बजाए कंपनी ने सफारी नाम को चुना क्योंकि यह पहले से लोगों की जुबान पर चढ़ा है। दूसरी वजह यह भी है कि ग्रेविटास नाम का उच्चारण करने में कई लोगों का दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बताया कि मार्केट में कॉम्पीटिशन काफी ज्यादा है लेकिन सफारी नाम भी अपना दबदबा है, जिसका फायदा कंपनी को मिलेगा, लेकिन यह मार्केट लीडर बना जाएगी, ऐसी उम्मीद नही हैं।
दूसरी ओर ऑटो एक्सपर्ट आशीष मसीह का कहना है कि पहले कंपनी के पास न तो टेक्नोलॉजी थी ना ही इस सेगमेंट की ओर कंपनी का फोकस था। कंपनी नेक्सन जैसी न्यू एज कार बनाने में व्यस्त थी। अब कंपनी के पास टेक्नोलॉजी भी है और लुक्स भी है और फीचर्स भी। ग्रेविटास को सफारी नाम से लाने का दूसरा कारण यह भी है कि कंपनी को इसकी इमोशनल वैल्यू मिल जाए।
आइए जानते हैं कितनी अलग होगी नई टाटा सफारी 2021...
- डिजाइन: नई सफारी पूरे लाइफस्टाइल सेगमेंट को आकर्षित करेगी। यह अवॉर्ड-विनिंग IMPACT 2.0 डिजाइन लैंग्वेज और ओमेगा-आर्किटेक्चर से लैस होगा। 5-सीटर हैरियर की तुलना में, नई टाटा सफारी के टार्गेट कस्टमर भी अलग होंगे। यह खासतौर से उन लोगों को आकर्षित करेगी, जो सामाजिक रूप से सक्रिय, फन लविंग, अनोखे अनुभव और रोमांच की तलाश में ग्रुप में यात्रा करते हैं।
- डायमेंशन: हैरियर की तुलना में नई सफारी लगभग 62 मिमी लंबी होगी। इसमें बढ़ी छत और एक री-डिजाइन रियर सेक्शन देखने को मिलेगा। इसके अलावा इसमें री-डिजाइन टेल-लैंप और छत पर एक बंप है, ताकि तीसरी पंक्ति में बैठने वाले पैसेंजर को ज्यादा हेडस्पेस मिल सके। हालांकि, चौड़ाई (1894 मिमी) और व्हीलबेस (2741 मिमी) में कोई बदलाव नहीं मिलेगा।
- इंटीरियर: इसमें एक लाइट बेज कलर की अपहोल्स्ट्री की सुविधा की उम्मीद है। दूसरी पंक्ति में कैप्टन सीटें दी जा सकती हैं। मिड से लोअर स्पेक वर्जन में बेंच स्टाइल सीटें देखने को मिले। उम्मीद की जा रही है कि पिछली पंक्ति का बूट स्पेस (हैरियर के 425 लीटर) काफी कम होगा, लेकिन सीटें फोल्ड करने के बाद हैरियर की तुलना में अधिक स्पेस मिलेगा।
- इंजन: नई एसयूवी की उसी 2.0-लीटर एफसीए-सोर्स मल्टी-जेट डीजल इंजन के साथ आने की उम्मीद है, जिसे टाटा Kototec कहता है। यह अधिक शक्तिशाली बीएस 6 इंजन होगा, जो 172 पीएस और 350 एनएम पावर-आउटपुट जनरेट करेगा। इंजन में 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स ट्रांसमिशन की सुविधा मिल सकती है।
- कनेक्टेड कार टेक: नई सफारी में इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और टाटा मोटर के कनेक्टेड-कार फीचर्स के साथ एक बड़ी फीचर्स लिस्ट मिलने की उम्मीद है। नई रूफ डिजाइन में एक बड़े पैनोरमिक सनरूफ को छोटे से बदला जा सकता है।
- फीचर्स: हैरियर की तरह इसमें भी ऑटो हेडलैंप और वाइपर, एंड्रॉयड ऑटो/एपल कारप्ले के साथ 8.8 इंच का टचस्क्रीन, जेबीएल स्पीकर, 6-वे पावर्ड ड्राइवर सीट्स, टिल्ट एंड टेलिस्कोपिक स्टीयरिंग व्हील, ऑटो-डिमिंग रियर-व्यू मिरर और बहुत कुछ। सेफ्टी फीचर्स में 6 एयरबैग, कॉर्नर फंक्शन फॉग लैंप, हिल डिसेंट कंट्रोल, हिल-होल्ड फ़ंक्शन, ईएससी, एबीएस और ईबीडी शामिल हो सकते हैं।
- संभावित कीमत: रिपोर्ट्स के मुताबिक, नई टाटा सफारी की कीमत हैरियर की तुलना में 1 से 1.5 लाख रुपए अधिक हो सकती है। वर्तमान में हैरियर की कीमतें 13.84 लाख रुपए से शुरू होकर 20.30 लाख रुपए तक जाती है। बाजार में इसका मुकाबला एमजी हेक्टर प्लस और अपकमिंग नेक्स्ट-जनरेशन महिंद्रा एक्सयूवी 500 से होगा।
जनवरी 2019 में 27% की ग्रोथ, दिसंबर में प्रोडक्शन बंद
- जनवरी 2019 में सफारी स्टॉर्म ने बिक्री के मामले में सालाना आधार पर 27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। कंपनी ने इस दौरान 439 यूनिट बेचे जबकि जनवरी 2018 में कंपनी ने सिर्फ 346 यूनिट बेचे थे। लेकिन इतना ही काफी नहीं था। एसयूवी की ग्रोथ माह-दर-माह घट रही थी।
- दिसंबर 2018 की तुलना में जनवरी 2019 में स्टॉर्म के 27 यूनिट कम बिकी और यही से इसका प्रोडक्शन बंद होने के कयास लगने लगे। साल 2018 में कंपनी ने इसके कुल 6138 यूनिट बेचे थे, जो साल 2017 की तुलना में 42 फीसदी ज्यादा थे। 2019 में सफारी स्टॉर्म के बिक्री के आंकड़े निराश करने वाले रहे। दिसंबर 2019 में इसके सिर्फ 63 यूनिट बिके थे।
एमजी और किआ में भी सफारी का मार्केट खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी
- एमजी मोटर्स: जून 2019 में भारतीय बाजार में ब्रिटिश ऑटो कंपनी एमजी मोटर्स ने एंट्री की। कंपनी का सबसे पहले प्रोडेक्ट हेक्टर एसयूवी थी, जिसने अपने दिलचस्प फीचर्स के दम पर सबको आकर्षित किया। इसमें कई इंटरनेट बेस्ड फीचर्स थे, जो इस सेगमेंट की किसी कार में पहली बार देखने को मिले, हालांकि वर्तमान में कई ब्रांड यह सुविधा दे रहे हैं। लॉन्चिंग के समय हेक्टर की कीमत 12.18 लाख रुपए से 16.88 लाख रुपए तक थी। कंपनी ने इसे चार-डीजल, दो पेट्रोल-मैनुअल, दो-पेट्रोल ऑटोमैटिक और तीन पेट्रोल-हाइब्रिड वैरिएंट में उतारा था।
- किआ मोटर्स: अगस्त 2019 में भारतीय बाजार में एक ओर नए ब्रांड किआ मोटर्स ने एंट्री की और अपने पहले प्रोडक्ट के तौर पर सेल्टोस एसयूवी को लॉन्च किया। इसे हुंडई क्रेटा, टाटा हैरियर और महिंद्रा एक्सयूवी 500 का कॉम्पीटिटर कहा जाता है लेकिन इसने कई दूसरे सेगमेंट के ग्राहकों को भी अपनी ओर आकर्षिक किया। जिसकी वजह थी फ्रेश लुक और इंटरनेट बेस्ड फीचर्स और कम दाम। लॉन्चिंग के समय इसे 9.69-15.99 लाख रुपए की इन्ट्रोडक्टरी कीमत के साथ लॉन्च किया गया था। इसके कुल 8 वैरिएंट में उतारा गया था, जिसमें टेक लाइन में पांच और जीटी लाइन में तीन वैरिएंट थे। इसे UVO कनेक्ट सिस्टम के साथ उतारा गया था, जिसमें 37 स्मार्ट फीचर्स थे।
- दिसंबर 2019 की बात करें तो, इस अवधि में टाटा सफारी स्टॉर्क के सिर्फ 63 यूनिट बिके थे। हालांकि इस दौरान एमजी हेक्टर 3021 यूनिट, किआ सेल्टोस 4645 यूनिट बेचने में कामयाब रही। सफारी स्टॉर्क के अन्य कॉम्पीटिटर की बात करें तो इसी अवधि में महिंद्रा स्कॉर्पियो के 3656 यूनिट, महिंद्रा बोलेरो के 5661 यूनिट, टोयोटा फॉर्च्यूनर के 612 यूनिट और टाटा हेक्सा के 317 यूनिट बिके थे।
महिंद्रा की एसयूवी रेंज से भी मिली कड़ी चुनौती
- 2019 के बिक्री के कुल आकंड़ों पर नजर डाले तो यह समझ आता है कि सफारी को अपने ही ब्रांड की अन्य कारों से भी चुनौती मिली। महंगी होने के बावजूद टाटा हैरियर के कुल 15227 यूनिट और हेक्सा के 2917 यूनिट बिके जबकि सफारी साल 2019 में सिर्फ 2432 यूनिट ही बेच पाई।
- कंपनी की सबसे बड़ी कॉम्पीटिटर महिंद्रा भी अपनी दमदार एसयूवी रेंज के लिए पॉपुलर है। कंपनी के पोर्टेफोलियों में कई एसयूवी है। जो सफारी से ताकतवर होने के साथ ही लुक वाइज भी फ्रेश नजर आती हैं।
- साल 2019 में महिंद्रा ने बोलेरो के 69956 यूनिट, स्कॉर्पियो के 46725 यूनिट, माराजो के 19303 यूनिट और एक्सयूवी 500 के 17175 यूनिट, थार के 3605 यूनिट और जाएलो के 3156 यूनिट बेचने में कामयाब रही। सभी सफारी की तुलना में ज्यादा है।
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