भारत में 24 मार्च से जारी लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन कंपनियां अप्रैल माह में शिपमेंट नहीं कर पाई, नतीजन अप्रैल में किसी भी कंपनी का स्मार्टफोन नहीं बिका। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देश में मौजूद तमाम मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद पड़े हैं। कंपनियां का कहना है कि लॉकडाउन खत्म हो भी गया तो वापस सामान्य स्थिति में आने में दो से चार हफ्ते लग जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्च के महीने में स्मार्टफोन शिपमेंट में 19 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।
सामान्य महीने में 1.2 करोड़ स्मार्टफोन तक बिकते हैं
काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्रियों और रिटेल शॉप बंद है और ऑनलाइन प्लेटफार्म जरूरी समानों की डिलीवरी करने में व्यस्त है। जिसके कारण अप्रैल में सेल्स शून्य रही। इसके अलावा स्मार्टफोन शिपमेंट भी शून्य रहा और अब हम मई में कदम रख चुके हैं और अभी भी कोरोना संकट मंडरा रहा है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दूसरी तिमाही में भी स्मार्टफोन कंपनियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा सकता है। पाठक ने आगे बताया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ बिक्री हुई भी लेकिन नॉर्मल महीने में होने वाला 1.1 करोड़ से 1.2 करोड़ की तुलना में वह न के बराबर है।
लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही बंद है प्लांट- माधव सेठ, रियलमी इंडिया हेड
सैमसंग से लेकर शाओमी और रियलमी तक सभी की मैन्युफैक्चरिंग और असेंबलिंग प्लांट्स लगभग 20 मार्च से ही लॉकडाउन के कारण बंद है। रियलमी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही अपनी फैक्ट्रियां बंद कर दी थी। रियलमी इंडिया हेड माधव सेठ ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार ग्रेटर नोएडा स्थित प्लांट 21 मार्च से बंद है। सेल्स पर भी रोक लगा दी है। इसके अलावा रियलमी ने नारजो सीरीज समेत कई स्मार्ट प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग भी टाल दी है।
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