Thursday 2 July 2020

बैन ऐप्स को गूगल और एपल ने प्ले स्टोर से अस्थाई तौर पर ब्लॉक किया लेकिन ऐप स्टोर पर अभी भी उपलब्ध, कंपनी ने कहा -ऑर्डर की समीक्षा कर रहे हैं

सोमवार को सरकार द्वारा 59 चाइनीज ऐप्स को बैन किए जाने के बाद गूगल और एपल के प्ले स्टोर से इसे अस्थाई रूप से ब्लाॅक कर दिया गया है। हालांकि ये ऐप्स अभी भी भारत में प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं।इन दोनों कंपनियों ने अपने ऐप स्टोर से टिकटाॅक और हेलो समेत सभी बैन ऐप्स को ब्लाॅक कर दिया है। यानी कि अब कोई भी भारतीय यूजर इन ऐप्स को डाउनलोड भी नहीं कर पाएगा।

सरकार के अंतरिम ऑर्डर की समीक्षा हो रही है

गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि हम भारत सरकार के अंतरिम ऑर्डर की समीक्षा कर रहे हैं। इस बीच हमने प्रभावित डेवलपर्स को सूचित किया है और इन ऐप्स तक पहुंच को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, जो भारत में प्ले स्टोर पर अभी भी उपलब्ध हैं। हालांकि, प्रवक्ता ने उन ऐप्स का ब्यौरा नहीं दिया, जिन्हें गूगल ने ब्लॉक किया है। सूत्रों के अनुसार जिन 59 ऐप्स को बैन किया गया है उनमें से कई के डेवलपर्स ने खुद से अपने एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया था।

130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर चिंता

भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र, शेयरइट और वीचैट सहित चीनी से संबंध रखने वाले 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। बैन किए गए ऐप में टिकटॉक के अलावा यूसी ब्राउजर, कैम स्कैनर जैसे और भी बहुत फेमस ऐप शामिल हैं। सरकार की ओर से कहा गया कि डेटा सुरक्षा से जुड़े पहलुओं और 130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं। चाइनीज ऐप्स को सरकार ने देश की संप्रभुता और सुरक्षा को भी खतरा बताया है।

कंपनी सरकार के सामने रखेगी अपना पक्ष- टिकटाॅक

टिकटॉक इंडिया के प्रमुख निखिल गांधी की तरफ से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है कि हमने किसी भी भारतीय टिकटॉक यूजर की कोई भी जानकारी विदेशी सरकार या चीनी सरकार को नहीं दी है। उन्होंने कहा है कि इस मसले को लेकर क्लियरिफिकेशन और जवाब के लिए संबंधित सरकारी पक्षों से मिलने के लिए बुलाया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सूत्रों के अनुसार जिन 59 ऐप्स को बैन किया गया है उनमें से कई के डेवलपर्स ने खुद से अपने एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया था


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2YW39H3

No comments:

Post a Comment