Besically its a news website That will provide all kind of National and international news for you. Its also Provie you the best Knowlegdeable blog for you That will help you a lot for your knowledge.
बेंगलुरु बेस्ड अल्ट्रावायलेट ऑटोमोटिव अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक एफ 77 लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी ने 2015 में इस पर काम शुरू किया था और इसे आधिकारिक तौर पर नवंबर 2019 में पेश किया गया। आइए जानते हैं, बाइक में क्या खास मिलेगा...
बाइक में मिलेगी 147kmph की टॉप स्पीड
बाइक की एक्स-शोरूम कीमत लगभग 3 लाख रुपए हो सकती है।
कंपनी का कहना है कि बाइक में तीन कलर ऑप्शंस मिलेंगे, जिसमें एयरस्ट्रोक, शैडो और लेजर शामिल है। इसमें तीन बैटरी पैक्स दिए गए हैं, जिसकी कुल क्षमता 4.2kWh की है और यहीं बाइक में लगी 25kW को पावर देती है। बाइक में मैक्सिमम 33.5 एचपी का पावर और 450 एनएम का टॉर्क मिलता है।
कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज में 130-150 किमी. तक की रेंज मिलेगी और 0-100Kmph की रफ्तार तक पहुंचने में इसे 7.5 सेकंड का समय लगता है। टॉप स्पीड 147kmph होगी।
कंपनी ने हाल ही में इसका रोड टेस्ट वीडियो शेयर किया, जिसमें कंपनी बेंगलुरु से कर्नाटक के बीच इसकी टेस्टिंग की।
परफॉर्मेंस टेस्ट करने के लिए इसे पहाड़ी रास्तों पर लगभग 75 किमी. तक चलाया गया। बाइक पर 70+ किलो वजनी दो लोगों बैठे थे और बाइक के दोनों ओर दो सैडलबैग थे, जिसमें 10 किलो से ज्यादा वजन रखा गया था बावजूद इसके बाइक आराम से चली।
इसे ट्रैलिस फ्रेम पर बनाया गया है और इसके फ्रंट में यूएसडी फॉर्क और रियर में मोनोशॉक सस्पेंशन मिलता है। ब्रेकिंग के लिए फ्रंट में 320 एमएम डिस्क और रियर में 230 एमएम का डिस्क ब्रेक है। दोनों व्हील्स 70 इंच के हैं।
यह इलेक्ट्रिक बाइक कई तरह के एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। इसमें फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलेगा, जिसमें सिम कार्ड भी लगाया जा सकेगा। इसके अलावा इसमें स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, जियो-फेंसिंग, जीपीएस व्हीकल ट्रैकिंग और यूएसबी चार्जिंग पोर्ट जैसे फीचर्स मिलेंगे।
इसमें फास्ट चार्जिंग की सुविधा मिलेगी, जिससे सिर्फ 1.5 घंटे में बाइक को फुल चार्ज किया जा सकेगा। स्टैंडर्ड चार्जर से इसे चार्ज होने में लगभग 5 घंटे का समय लगेगा।
बाइक की एक्स-शोरूम कीमत लगभग 3 लाख रुपए हो सकती है और यह बाजार में मौजूद 250-300 सीसी की अन्य मोटरसाइकिलों को सीधी चुनौती देगी।
साल 2020 ऑटो निर्माताओं के लिए काफी चुनौती भरा रहा लेकिन पिछले साल की सेल्स रिपोर्ट में कई दिलचस्प आंकड़े देखने को मिले। 15 साल से बाजार में मौजूद मारुति स्विफ्ट ने पहली बार अपने ही ब्रांड की सबसे ज्यादा बिकने वाली मिनी कार ऑल्टो को पछाड़ कर भारत की बेस्ट सेलिंग कार का खिताब हासिल किया।
मारुति ऑल्टो की शुरुआती कीमत 2.95 लाख रुपए जो 4.36 लाख रुपए तक जाती है, जबकि स्विफ्ट की शुरुआती कीमत 5.19 लाख रुपए है, जो टॉप वैरिएंट के लिए 8.02 लाख रुपए तक जाती है। यानी देखा जाए तो दोनों की शुरुआती कीमत में लगभग 2.24 लाख रुपए का अंतर है। जाहिर सी बात है कि स्विफ्ट ज्यादा मॉडर्न और फीचर रिच हैचबैक है।
लेकिन महामारी और आर्थिक संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में आखिर क्यों उपभोक्ताओं ने छोटी और सस्ती ऑल्टो की बजाए महंगी स्विफ्ट को खरीदना पसंद किया, यह जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की....
ऑटो एक्सपर्ट अमित खरे (ASK Guru) ने दैनिक भास्कर को इसके पीछे की वजह बताई, उन्होंने कहा कि भारतीय हमेशा लॉन्ग-टर्म के लिए कार खरीदना पसंद करते हैं। ऑल्टो हमेशा से ही एंट्री लेवल कार रही है। अधिकतर इसे फर्स्ट टाइम बायर्स खरीदना पसंद करते हैं और स्विफ्ट हमेशा से ही अप-मार्केट कार रही है। जो ज्यादा प्रीमियम और पावरफुल होने के साथ बड़ी कार का फील भी देती है। जो लोग दूसरी कार खरीद रहे होते हैं वो भी स्विफ्ट को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि इसकी री-सेल वैल्यू और फ्यूल एफिशिएंसी भी अच्छी है।
लेकिन अब ट्रेंड बदल गया है, पहली कार के तौर पर भी लोग एंट्री लेवल की तुलना में इससे ऊपर की कारें जैसे स्विफ्ट, बलेनो या मिनी एसयूवी खरीदना पसंद कर रहे हैं। एक वजह यह भी है कि यंग जनरेशन की ज्यादा पैसा कमा रही है तो खर्च भी ज्यादा कर रही है। इसी कारण रेडी-गो, क्विड जैसे एंट्री लेवल कारें बाजार से अपनी पकड़ खोती जा रही हैं। हुंडई ने तो अपनी एंट्री लेवल कार इऑन का प्रोडक्शन बंद भी कर दिया है वहीं मारुति भी एंट्री लेवल कारों की रेंज में छंटनी करती जा रही है।
2020 में ही स्विफ्ट टॉप पर क्यों पहुंची, इस पर उन्होंने कहा कि 2020 में लोग समझ चुके थे कि एंट्री लेवल कारें काम चलाने के लिए ठीक है, वास्तव विश्वसनीयता के मामले में यह उतनी बेहतर नहीं है जितनी स्विफ्ट जैसी कार हैं, क्योंकि छोटी कारों में फीचर, स्पेस समेत कई चीजों के साथ समझौता करना पड़ता है।
बीता साल सेल्टोस का मार्केट तेजी से क्यों बढ़ा, इसे लेकर उन्होंने कहा कि हुंडई ने नई क्रेटा को ऑटो एक्सपो 2020 में शोकेस किया था, जिस कारण क्रेटा लवर्स पुरानी की बजाए नई क्रेटा लॉन्च होने का इंतजार करने लगे, इसकी वजह से भी क्रेटा की सेल्स में कमी आई। वहीं सेल्टोस पहले ही दिन से ही बीएस 6 इंजन के साथ उपलब्ध है, तो जिन लोगों में बीएस 4 और बीएस 6 के बीच कंफ्यूजन था, उन्होंने सेल्टोस को खरीदना पसंद किया। दूसरा कारण यह भी है कि सेल्टोस काफी फीचर रिच एसयूवी है साथ ही क्रेटा की तुलना में लुक्स वाइज भी बेहतर है। इसलिए भी लोगों ने सेल्टोस को प्राथमिकता दी।
2018 में डिजायर भी पहले पायदान पर कब्जा कर चुकी है
हालांकि, 2018 में डिजायर भी कुल बिक्री के मामले ऑल्टो को पछाड़ चुकी है और भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार का खिताब अपने नाम कर चुकी है। लेकिन साल गुजरते ही माहौल बदला और 2019 में दोबारा ऑल्टो में पहले पायदान पर कब्जा जमाया।
2018 में डिजायर 2,64,612 लाख से ज्यादा यूनिट बिक्री के साथ भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही जबकि इस दौरान ऑल्टो के 2,56,661 यूनिट बिके थे। वहीं 2019 में ऑल्टो 2,08,087 यूनिट के बेस्ट सेलिंग कार की लिस्ट में पहले पायदान पर रही।
सालाना गिरावट के बाद भी क्रेटा सेल्टोस से आगे, देखें 2020 का सेल्स रिपोर्ट कार्ड
साल 2020 में जब महामारी ने पूरी अर्थव्यवस्था को पस्त कर दिया था, टॉप-10 की लिस्ट में लगभग सभी कारों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। लेकिन लिस्ट में किआ एकमात्र ऐसा निर्माता था, जिसमें सेल्टोस के दम पर भारी बढ़ोतरी दर्ज की।
2019 के मुकाबला में किआ ने सालाना आधार पर 113 फीसदी की ग्रोथ की। कंपनी ने 2019 में ही बाजार में एंट्री की थी। साल की पहली छमाही में लॉकडाउन के कारण अप्रैल में लगभग सभी निर्माताओं की बिक्री शून्य रही।
ऑल्टो ने 154,076 यूनिट की बिक्री में 26 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जो फीसदी की दृष्टि से लिस्ट में केवल दो अन्य कारों (डिजायर: 37 फीसदी और ब्रेजा: 34 फीसदी) की तुलना में बेहतर थी।
लिस्ट में देखा जा सकता है कि स्विफ्ट और मारुति की प्रीमियम हैचबैक बलेनो ने समान रूप से 16.2 फीसदी की गिरावट के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। इसने स्विफ्ट को पहला स्थान हासिल करने में मदद की, जबकि बलेनो तीसरे स्थान पर पहुंच गई। 2019 में एस-प्रेसो के लॉन्च होने के बाद भी एंट्री-लेवल मिनी कार को भी नुकसान उठाना पड़ा। 2020 में एस प्रेसो के कुल 67,690 यूनिट बिके।
सबसे ज्यादा नुकसान मारुति डिजायर और हुंडई की प्रीमियम हैचबैक एलीट i20 को हुआ। मारुति ने डीजल मॉडल को बंद करने का फैसला लिया, जिसका कॉम्पैक्ट एसयूवी ब्रेजा और डिजायर पर बड़ा प्रभाव पड़ा।
पिछले कुछ वर्षों में, ब्रेजा ने देश में सर्वश्रेष्ठ एसयूवी के रूप में अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी, लेकिन डीजल पावरट्रेन की कमी के कारण (जो एसयूवी में सबसे ज्यादा पसंदीदा ईंधन है) और हुंडई वेन्यू-किआ सोनेट से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने के कारण एसयूवी को लिस्ट में चार स्थानों से 10वें पर ला दिया। यह वेन्यू से केवल 1,200 यूनिट से थोड़ा आगे था।
हुंडई की मिड-साइज एसयूवी क्रेटा, जिसे अप्रैल में लॉकडाउन से ठीक पहले फेसलिफ्ट मिला था, बिक्री में केवल 2.75 फीसदी गिरावट दर्ज करने वाला सबसे लचीला ब्रांड था। लगभग 97,000 यूनिट की बिक्री के साथ, यह देश में सबसे अधिक बिकने वाली एसयूवी बन गई है, जो कि छोटी और सस्ती कॉम्पैक्ट एसयूवी है।
क्रेटा की क्लोज कॉम्पीटिटर किआ सेल्टोस ने भी अपने पहले साल में मजबूत प्रदर्शन किया था और प्रतियोगिता की सीमा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह क्रेटा से सिर्फ 57 यूनिट से पीछे थी।
दिलचस्प बात यह भी है कि सालाना आधार पर 113 फीसदी की ग्रोथ दर्ज कराने के बावजूद सेल्टोस बिक्री के मामले में क्रेटा से आगे नहीं निकल पाए लेकिन कड़ी टक्कर जरूर दी।
किआ लिस्ट में एकमात्र बाहरी ब्रांड था जो मारुति और हुंडई ब्रांडों पर पूरी तरह से हावी है। यह एलीट i20 की कीमत पर आया, जो बिक्री में 40 फीसदी की गिरावट का सामना कर रही है। 2019 में एलीट i20 देश में सातवीं सबसे ज्यादा बिकने वाली कार थी।
वॉट्सऐप ने अपनी नई पॉलिसी का नोटिफिकेशन भेजना शुरू कर दिया है। इस पॉलिसी के मुताबिक, कंपनी अब यूजर के डेटा का एक्सेस कर पाएगी। इस पॉलिसी को एग्री करना भी जरूरी होगा। यदि नहीं करते हैं तब अकाउंट डिलीट करना होगा। वैसे, वॉट्सऐप और फेसबुक सबसे ज्यादा यूजर इंफॉर्मेशन और डेटा कलेक्ट करते हैं। ये डेटा किसी भी दूसरे मैसेजिंग ऐप्स से कई गुना ज्यादा है।
वॉट्सऐप के पास 15 से ज्यादा इंफॉर्मेशन और डेटा
वॉट्सऐप यूजर का 15 से ज्यादा इंफॉर्मेशन और डेटा कलेक्ट करता है। वहीं, वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी फेसबुक मैसेंजर के पास 30 से ज्यादा तरह का डेटा होता है। इनकी तुलना में टेलीग्राम के पास 3 तरह का और एपल के आईमैसेज के पास 4 तरह का डेटा होता है। सिग्नल मैसेजिंग ऐप्स के पास यूजर का सिर्फ मोबाइल नंबर ही होता है।
सभी ऐप्स के पास यूजर की इंफॉर्मेशन और डेटा की लिस्ट
9to5Mac ने एक इमेज शेयर की है। इसमें आईमैसेज, सिग्नल और टेलीग्राम की तुलना में वॉट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर क्या डेटा कलेक्ट करते हैं, इसे दिखाया गया है। आप आईफोन के ऐप स्टोर में जाकर इन डिटेल्स को खुद भी देख सकते हैं।
दुनियाभर में इन ऐप्स को करोड़ों एंड्रॉयड यूजर्स इस्तेमाल कर रहे
ऐप
इन्स्टॉल (गूगल प्ले)
वॉट्सऐप
500 करोड़
मैसेंजर
100 करोड़
टेलीग्राम
50 करोड़
सिग्नल
1 करोड़
वॉट्सऐप पॉलिसी पर चिंता करने की जरूरत क्यों?
वॉट्सऐप ने अपनी नई पॉलिसी में साफ किया है कि यूजर को अपनी प्राइवेसी कंपनी के साथ शेयर करना होगी। यानी वॉट्सऐप अब आपके डेटा पर पूरी नजर रखेगी और आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। भारत में वॉट्सऐप यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है। यानी पॉलिसी एग्री करने के बाद कंपनी आपके खर्च, आईपी एड्रेस, लोकेशन, स्टेटस, कंटेंट, कॉल जैसे सभी डेटा को एक्सेस कर पाएगा। कुल मिलाकर ऐप पर आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
क्या है वॉट्सऐप की नई पॉलिसी?
नई पॉलिसी में लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, कंपनी उन्हें कहीं भी यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले कर सकती है। यूजर्स को ये पॉलिसी एग्री करना होगी। ये 8 फरवरी, 2021 से लागू हो रही है। इस तारीख के बाद इसे एग्री करना जरूरी होगी। यदि एग्री नहीं करते हैं तब अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए आप हेल्प सेंटर पर विजिट कर सकते हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सभी प्राइवेट और कमर्शियल व्हीकल की कीमतें बढ़ा दी हैं। कीमतों में 1.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। ग्राहकों को अब कंपनी की गाड़ी खरीदने के लिए 4500 से 40000 रुपए तक ज्यादा खर्च करने होंगे। सभी कीमतें आज से लागू हो चुकी हैं। थार की पुरानी बुकिंग पर भी नई कीमतें लागू होंगी।
कंपनी ने बताया कि 1 दिसंबर, 2020 से 7 जनवरी, 2021 के बीच की गई बुकिंग पर नई कीमतें लागू होगीं। 8 जनवरी, 2021 से नई थार की सभी ताजा बुकिंग पर डिलीवरी के समय की नई कीमत लागू होगीं।
कंपनी के ऑटोमोटिव डिविजन के सीईओ, वीजय नाकरा ने कहा कि पिछले कई महीनों से कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी और अन्य लागतों के बढ़ने से कीमतें बढ़ाना जरूरी था। हमने अपनी लागत को कम करने के लिए सभी प्रयास किए हैं। काफी समय तक कीमतों में बढ़ोतरी को टाला। अब कच्चे माल की लागत बढ़ने से नई कीमतें 8 जनवरी, 2021 से लागू कर रहे हैं।
महिंद्रा व्हीकल की मॉडल वाइज नई कीमतें (एक्स-शोरूम)
व्हीकल
बेस वैरिएंट
हाईएंड वैरिएंट
थार
11.90
13.75
XUV300
7.95
12.30
अल्टुरस
28.73
31.73
XUV500
13.52
19.23
स्कॉर्पियो
11.97
15.76
बोलेरो
7.79
8.81
मराजो
11.25
13.59
KUV100 NXT
5.63
7.32
सभी कीमतें (लाख रुपए में) कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से ली गई हैं।
एमजी हेक्टर ने गुरुवार को अपडेटेड हेक्टर प्लस और हेक्टर फेसलिफ्ट को भारतीय बाजार में लॉन्च किया। इनकी शुरुआती कीमत 12.89 लाख और 13.35 लाख रुपए है। कंपनी हेक्टर एसयूवी लॉन्च होने के 18 महीने बाद इसका फेसलिफ्ट वर्जन लाई है। दोनों ही मॉडल में कॉस्मैटिक और इक्विपमेंट अपग्रेड देखने को मिलेंगे। हेक्टर प्लस अब 6 और 7 सीट कॉन्फिग्रेशन में उपलब्ध होगी।
2021 एमजी हेक्टर पेट्रोल कीमतें: नई और पुरानी में कितना है अंतर
वैरिएंट
नई कीमत (लाख रु.)
पुरानी कीमत (लाख रु.)
अंतर
स्टाइल मैनुअल
12.90
12.84
6000
सुपर मैनुअल
13.89
13.64
25000
सुपर हाइब्रिड मैनुअल
14.40
14.22
18000
स्मार्ट हाइब्रिड मैनुअल
15.66
15.32
34000
स्मार्ट डीसीटी
16.42
16.00
42000
शार्प हाइब्रिड मैनुअल
17.00
16.64
36000
शार्प हाइब्रिड मैनुअल डुअल टोन
17.20
16.84
36000
शार्प डीसीटी
18.00
17.56
44000
शार्ट डीसीटी डुअल टोन
18.20
17.76
44000
2021 एमजी हेक्टर डीजल कीमतें: नई और पुरानी में कितना है अंतर
वैरिएंट
नई कीमत (लाख रु.)
पुरानी कीमत (लाख रु.)
अंतर
स्टाइल मैनुअल
14.21
14.00
21000
सुपर मैनुअल
15.31
15.00
31000
स्मार्ट मैनुअल
16.92
16.50
42000
शार्प मैनुअल
18.33
17.89
44000
शार्प मैनुअल डुअल टोन
18.53
18.09
44000
2021 एमजी हेक्टर प्लस 6-सीट डीजल कीमतें: नई और पुरानी में कितना है अंतर
वैरिएंट
नई कीमत (लाख रु.)
पुरानी कीमत(लाख रु.)
अंतर
स्टाइल मैनुअल
-
13.74
-
स्मार्ट डीसीटी
17.12
16.70
42000
शार्प हाइब्रिड
17.75
17.39
36000
शार्प डीसीटी
18.80
18.36
44000
2021 एमजी हेक्टर प्लस 6-सीट डीजल कीमतें: नई और पुरानी में कितना है अंतर
वैरिएंट
नई कीमत (लाख रु.)
पुरानी कीमत (लाख रु.)
अंतर
स्टाइल मैनुअल
-
14.90
-
सुपर मैनुअल
16.00
15.70
30000
स्मार्ट मैनुअल
17.62
17.20
42000
शार्प मैनुअल
19.13
18.69
44000
2021 एमजी हेक्टर प्लस 7-सीट कीमतें
वैरिएंट
पेट्रोल (लाख रु.)
डीजल (लाख रु.)
स्टाइल मैनुअल
13.35
14.66
सुपर हाइब्रिड मैनुअल
14.85
-
सुपर मैनुअल
-
15.76
स्मार्ट मैनुअल
-
17.52
सिलेक्ट मैनुअल
-
18.33
2021 एमजी हेक्टर और हेक्टर प्लस: क्या नया मिलेगा?
दोनों ही मॉडल में कुछ कॉस्मैटिक अपडेट देखने को मिलेंगे। कंपनी ने ग्रिल को नया लुक दिया है और टेल लैंप के बीच रनिंग रिफ्लेक्टर स्ट्रिप्स दी गई है। दोनों एसयूवी में 18 इंच के अलॉय व्हील्स मिलेंगे। अब हेक्टर में नया स्टेरी ब्लू कलर ऑप्शन भी मिलेगा।
इंटीरियर की बात करें तो नई हेक्टर में ऑल ब्लैक केबिन भी दिया गया है, जिससे केबिन ज्यादा खूबसूरत हो गया है। हेक्टर प्लस अब 6-सीट के साथ 7-सीट फॉर्म में भी उपलब्ध होगी, इसके सेकंड रो में बेंच सीट मिलेगी।
इक्विपमेंट लिस्ट में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। 6-सीटर और 5-सीटर हेक्टर में वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स के साथ वायरलेस फोन चार्जिंग और ऑटो डिमिंग इनसाइड रियर व्यू मिरर देखने को मिलेगा।
हेक्टर अब Hinglish की 31 कमांड की पहचान करने में सक्षम होगी, इसमें से कुछ पुरी तरह से हिंदी होगी। इसमें सनरूफ, एसी कंट्रोल से लेकर नेवीगेशन तक शामिल है।
2021 एमजी हेक्टर और हेक्टर प्लस: इंजन स्पेसिफिकेशन
दोनों में कई तरह के इंजन ऑप्शन मिलेंगे। ग्राहक 143 हॉर्स पावर, 1.5 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन, जिसमें से एक माइल्ड हाइब्रिड टेक और 170 एचपी, 2.0 लीटर डीजल इंजन से लैस होगा। इसमें स्टैंडर्ड 6-स्पीड गियरबॉक्स सभी इंजन में मिलेगा, साथ में नॉन-हाइब्रिड टर्बो-पेट्रोल इंजन भी है, जो 6-स्पीड डुअल क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस है।
भारतीय कंपनी लावा ने दमदार वापसी करते हुए 5 स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। इनके मॉडल नंबर लावा Z1, लावा Z2, लावा Z4, लावा Z6 और लावा MyZ हैं। लावा MyZ कस्टमाइज्ड फोन है। यानी इस फोन को मनमुताबिक रैम, स्टोरेज, रियर कैमरा, फ्रंट कैमरा और कलर ऑप्शन में खरीद पाएंगे।
कंपनी का दावा है कि इन सभी स्मार्टफोन में 60 फीसदी कम्पोनेंट घरेलू फैक्ट्री के इस्तेमाल किए गए हैं। इनमें बैटरी, चार्जर शामिल हैं। इन सब के साथ कंपनी ने अपना पहला बीफिट (BeFIT) फिटनेस बैंड भी लॉन्च किया है।
लावा स्मार्टफोन और फिटनेस बैंड की कीमत
मॉडल
वैरिएंट
कीमत
लावा Z1
2GB + 16GB
5,499 रुपए
लावा Z2
2GB + 32GB
6,999 रुपए
लावा Z4
4GB + 64GB
8,999 रुपए
लावा Z6
6GB + 64GB
9,999 रुपए
लावा myZ कस्टमाइज्ड
-
6,999 और 10,500 रुपए
BeFIT फिटनेस बैंड
-
2,699 रुपए
लावा Z2, लावा Z4 और लावा Z6 के साथ लावा MyZ की बिक्री 11 जनवरी से शुरू होगी। वहीं, लावा Z1 की बिक्री 26 जनवरी से शुरू होगी। इन स्मार्टफोन को अमेजन, लावा ई-स्टोर और ऑफलाइन भी खरीद पाएंगे। बीफिट फिटनेस बैंड की बिक्री 26 जनवरी से शुरू होगी।
लावा Z1 स्पेसिफिकेशन
फोन डुअल-सिम को सपोर्ट करता है। इसमें 5-इंच डिस्प्ले दिया है। स्क्रीन को कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन दिया है। इसमें मीडियाटेक हीलियो A20 प्रोसेसर के साथ 2GB रैम दी है। फोन का ऑनबोर्ड स्टोरेज 16GB है। इसमें 5 मेगापिक्सल रियर और 5 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया है। फोन में 3,100mAh की बैटरी दी है।
लावा Z2 स्पेसिफिकेशन
फोन डुअल-सिम को सपोर्ट करता है। इसमें 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल) IPS वॉटरनॉच डिस्प्ले दिया है। स्क्रीन को कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन दिया है। इसमें ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G35 प्रोसेसर के साथ 2GB रैम दी है। फोन का ऑनबोर्ड स्टोरेज 32GB है। इसमें 13+2 मेगापिक्सल डुअल-रियर और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया है। फोन में 5,000mAh की बैटरी दी है। ये एंड्रॉयड 10 ओएस पर रन करता है।
लावा Z4 स्पेसिफिकेशन
फोन डुअल-सिम को सपोर्ट करता है। इसमें 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल) IPS वॉटरनॉच डिस्प्ले दिया है। स्क्रीन को कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन दिया है। इसमें ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G35 प्रोसेसर के साथ 4GB रैम दी है। फोन का ऑनबोर्ड स्टोरेज 64GB है। इसमें 13+5+2 मेगापिक्सल ट्रिपल-रियर और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया है। फोन में 5,000mAh की बैटरी दी है। ये एंड्रॉयड 10 ओएस पर रन करता है।
लावा Z6 स्पेसिफिकेशन
फोन डुअल-सिम को सपोर्ट करता है। इसमें 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल) IPS वॉटरनॉच डिस्प्ले दिया है। स्क्रीन को कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन दिया है। इसमें ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G35 प्रोसेसर के साथ 6GB रैम दी है। फोन का ऑनबोर्ड स्टोरेज 64GB है। इसमें 13+5+2 मेगापिक्सल ट्रिपल-रियर और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया है। फोन में 5,000mAh की बैटरी दी है। ये एंड्रॉयड 10 ओएस पर रन करता है।
लावा MyZ स्पेसिफिकेशन
ये कस्टमाइज्ड स्मार्टफोन है जिसे भारतीय वेंडर से खरीद पाएंगे। इसमें 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल) IPS वॉटरनॉच डिस्प्ले दिया है। इसमें ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G35 प्रोसेसर और 5,000mAh बैटरी मिलेगी। ये एंड्रॉयड 10 ओएस पर रन करता है। फोन में रैम, स्टोरेज, रियर और फ्रंट कैमरा के साथ कलर कौन सा चाहिए, ये ग्राहक खुद तय कर पाएंगे। यानी इसे 2GB से 6GB रैम और 32GB से 64GB स्टोरेज ऑप्शन में खरीद पाएंगे। इसे 8 या 16 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा में ले सकते हैं। इसमें रेड और ग्रीन कलर ऑप्शन मिलेगा। इस फोन को कंपनी के ई-स्टोर पर जाकर कस्टमाइज्ड करके ऑर्डर कर पाएंगे।
BeFIT फिटनेस बैंड स्पेसिफिकेशन
लावा के इस फिटनेस बैंड में स्मॉल कलर डिस्प्ले मिलेगा। इसमें टच सेंसटिव बटन मिलेगा। ये यूजर की दिनभर की एक्टिविटी को ट्रैक करेगा। इसमें सेहत से जुड़े फीचर्स जैसे बॉडी टेम्परेचर, हार्ट रेट, ब्लड ऑक्सीजन मिलेंगे। बैंड में फोन, SMS के साथ दूसरे नोटफिकेशन भी मिलेंगे। इसमें GPS ट्रेकिंग फीचर भी दिया है। ये वाटर रेजिस्टेंस है। कंपनी ने बैटरी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
चीन को जवाब देने फिर से की वापसी
बीते साल लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद देश में चीनी कंपनियों और उनके प्रोडक्ट का विरोध शुरू हो गया था। ऐसे में माइक्रोमैक्स, लावा, कार्बन जैसी भारतीय कंपनियों ने वापसी का प्लान बना लिया था। माइक्रोमैक्स इन सीरीज के साथ वापसी कर चुकी है। अब लावा ने भी एंट्री कर ली। हालांकि, अभी इन्हें चीनी कंपनी जैसे शाओमी, वीवो, ओप्पो, रियलमी से मुकाबला करना होगा।
टाटा सफारी भारतीय बाजार में नए अवतार में कमबैक कर रही है। अपने ग्राहकों को सरप्राइज देते हुए कंपनी ने घोषणा की कि आईकॉनिक सफारी एसयूवी को दोबारा बाजार में उतारा जाएगा। यह एसयूवी कोई और नहीं बल्कि ग्रेविटास होगी, जिसे अब कंपनी सफारी नाम से बाजार में उतारेगी। कंपनी ने 2019 जेनेवा मोटर शो में इसे 'बुजार्ड' और दिल्ली ऑटो एक्सपो 2020 में इसे 'ग्रेविटास' नाम को शोकेस किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इसे 26 जनवरी तक लॉन्च करने की योजना बना रही है।
क्यों बंद हो गई थी टाटा सफारी और कंपनी अब इस पर वापस दांव क्यों लगा रही है, यह जानने के लिए हमने ऑटो जगत की जानकारी रखने वाले ऑटो एक्सपर्ट्स से बात की...
ऑटो एक्सपर्ट अमित खरे (ASK Carguru) ने बताया कि सफारी सालों पुराने फ्रेम पर बेस्ड थी। 1998 से अब तक सेफ्टी नॉर्म्स काफी बदल चुके हैं, जिसमें सफारी को पास कराना नामुमकिन था, जिसके चलते कंपनी ने इसे बंद करने का फैसला लिया था। अब कंपनी ने किसी नए नाम (ग्रेविटास) पर दांव लगाने की बजाए कंपनी ने सफारी नाम को चुना क्योंकि यह पहले से लोगों की जुबान पर चढ़ा है। दूसरी वजह यह भी है कि ग्रेविटास नाम का उच्चारण करने में कई लोगों का दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बताया कि मार्केट में कॉम्पीटिशन काफी ज्यादा है लेकिन सफारी नाम भी अपना दबदबा है, जिसका फायदा कंपनी को मिलेगा, लेकिन यह मार्केट लीडर बना जाएगी, ऐसी उम्मीद नही हैं।
दूसरी ओर ऑटो एक्सपर्ट आशीष मसीह का कहना है कि पहले कंपनी के पास न तो टेक्नोलॉजी थी ना ही इस सेगमेंट की ओर कंपनी का फोकस था। कंपनी नेक्सन जैसी न्यू एज कार बनाने में व्यस्त थी। अब कंपनी के पास टेक्नोलॉजी भी है और लुक्स भी है और फीचर्स भी। ग्रेविटास को सफारी नाम से लाने का दूसरा कारण यह भी है कि कंपनी को इसकी इमोशनल वैल्यू मिल जाए।
आइए जानते हैं कितनी अलग होगी नई टाटा सफारी 2021...
डिजाइन: नई सफारी पूरे लाइफस्टाइल सेगमेंट को आकर्षित करेगी। यह अवॉर्ड-विनिंग IMPACT 2.0 डिजाइन लैंग्वेज और ओमेगा-आर्किटेक्चर से लैस होगा। 5-सीटर हैरियर की तुलना में, नई टाटा सफारी के टार्गेट कस्टमर भी अलग होंगे। यह खासतौर से उन लोगों को आकर्षित करेगी, जो सामाजिक रूप से सक्रिय, फन लविंग, अनोखे अनुभव और रोमांच की तलाश में ग्रुप में यात्रा करते हैं।
डायमेंशन: हैरियर की तुलना में नई सफारी लगभग 62 मिमी लंबी होगी। इसमें बढ़ी छत और एक री-डिजाइन रियर सेक्शन देखने को मिलेगा। इसके अलावा इसमें री-डिजाइन टेल-लैंप और छत पर एक बंप है, ताकि तीसरी पंक्ति में बैठने वाले पैसेंजर को ज्यादा हेडस्पेस मिल सके। हालांकि, चौड़ाई (1894 मिमी) और व्हीलबेस (2741 मिमी) में कोई बदलाव नहीं मिलेगा।
इंटीरियर: इसमें एक लाइट बेज कलर की अपहोल्स्ट्री की सुविधा की उम्मीद है। दूसरी पंक्ति में कैप्टन सीटें दी जा सकती हैं। मिड से लोअर स्पेक वर्जन में बेंच स्टाइल सीटें देखने को मिले। उम्मीद की जा रही है कि पिछली पंक्ति का बूट स्पेस (हैरियर के 425 लीटर) काफी कम होगा, लेकिन सीटें फोल्ड करने के बाद हैरियर की तुलना में अधिक स्पेस मिलेगा।
इंजन: नई एसयूवी की उसी 2.0-लीटर एफसीए-सोर्स मल्टी-जेट डीजल इंजन के साथ आने की उम्मीद है, जिसे टाटा Kototec कहता है। यह अधिक शक्तिशाली बीएस 6 इंजन होगा, जो 172 पीएस और 350 एनएम पावर-आउटपुट जनरेट करेगा। इंजन में 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स ट्रांसमिशन की सुविधा मिल सकती है।
कनेक्टेड कार टेक: नई सफारी में इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और टाटा मोटर के कनेक्टेड-कार फीचर्स के साथ एक बड़ी फीचर्स लिस्ट मिलने की उम्मीद है। नई रूफ डिजाइन में एक बड़े पैनोरमिक सनरूफ को छोटे से बदला जा सकता है।
फीचर्स: हैरियर की तरह इसमें भी ऑटो हेडलैंप और वाइपर, एंड्रॉयड ऑटो/एपल कारप्ले के साथ 8.8 इंच का टचस्क्रीन, जेबीएल स्पीकर, 6-वे पावर्ड ड्राइवर सीट्स, टिल्ट एंड टेलिस्कोपिक स्टीयरिंग व्हील, ऑटो-डिमिंग रियर-व्यू मिरर और बहुत कुछ। सेफ्टी फीचर्स में 6 एयरबैग, कॉर्नर फंक्शन फॉग लैंप, हिल डिसेंट कंट्रोल, हिल-होल्ड फ़ंक्शन, ईएससी, एबीएस और ईबीडी शामिल हो सकते हैं।
संभावित कीमत: रिपोर्ट्स के मुताबिक, नई टाटा सफारी की कीमत हैरियर की तुलना में 1 से 1.5 लाख रुपए अधिक हो सकती है। वर्तमान में हैरियर की कीमतें 13.84 लाख रुपए से शुरू होकर 20.30 लाख रुपए तक जाती है। बाजार में इसका मुकाबला एमजी हेक्टर प्लस और अपकमिंग नेक्स्ट-जनरेशन महिंद्रा एक्सयूवी 500 से होगा।
जनवरी 2019 में 27% की ग्रोथ, दिसंबर में प्रोडक्शन बंद
जनवरी 2019 में सफारी स्टॉर्म ने बिक्री के मामले में सालाना आधार पर 27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। कंपनी ने इस दौरान 439 यूनिट बेचे जबकि जनवरी 2018 में कंपनी ने सिर्फ 346 यूनिट बेचे थे। लेकिन इतना ही काफी नहीं था। एसयूवी की ग्रोथ माह-दर-माह घट रही थी।
दिसंबर 2018 की तुलना में जनवरी 2019 में स्टॉर्म के 27 यूनिट कम बिकी और यही से इसका प्रोडक्शन बंद होने के कयास लगने लगे। साल 2018 में कंपनी ने इसके कुल 6138 यूनिट बेचे थे, जो साल 2017 की तुलना में 42 फीसदी ज्यादा थे। 2019 में सफारी स्टॉर्म के बिक्री के आंकड़े निराश करने वाले रहे। दिसंबर 2019 में इसके सिर्फ 63 यूनिट बिके थे।
एमजी और किआ में भी सफारी का मार्केट खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी
एमजी मोटर्स: जून 2019 में भारतीय बाजार में ब्रिटिश ऑटो कंपनी एमजी मोटर्स ने एंट्री की। कंपनी का सबसे पहले प्रोडेक्ट हेक्टर एसयूवी थी, जिसने अपने दिलचस्प फीचर्स के दम पर सबको आकर्षित किया। इसमें कई इंटरनेट बेस्ड फीचर्स थे, जो इस सेगमेंट की किसी कार में पहली बार देखने को मिले, हालांकि वर्तमान में कई ब्रांड यह सुविधा दे रहे हैं। लॉन्चिंग के समय हेक्टर की कीमत 12.18 लाख रुपए से 16.88 लाख रुपए तक थी। कंपनी ने इसे चार-डीजल, दो पेट्रोल-मैनुअल, दो-पेट्रोल ऑटोमैटिक और तीन पेट्रोल-हाइब्रिड वैरिएंट में उतारा था।
किआ मोटर्स: अगस्त 2019 में भारतीय बाजार में एक ओर नए ब्रांड किआ मोटर्स ने एंट्री की और अपने पहले प्रोडक्ट के तौर पर सेल्टोस एसयूवी को लॉन्च किया। इसे हुंडई क्रेटा, टाटा हैरियर और महिंद्रा एक्सयूवी 500 का कॉम्पीटिटर कहा जाता है लेकिन इसने कई दूसरे सेगमेंट के ग्राहकों को भी अपनी ओर आकर्षिक किया। जिसकी वजह थी फ्रेश लुक और इंटरनेट बेस्ड फीचर्स और कम दाम। लॉन्चिंग के समय इसे 9.69-15.99 लाख रुपए की इन्ट्रोडक्टरी कीमत के साथ लॉन्च किया गया था। इसके कुल 8 वैरिएंट में उतारा गया था, जिसमें टेक लाइन में पांच और जीटी लाइन में तीन वैरिएंट थे। इसे UVO कनेक्ट सिस्टम के साथ उतारा गया था, जिसमें 37 स्मार्ट फीचर्स थे।
दिसंबर 2019 की बात करें तो, इस अवधि में टाटा सफारी स्टॉर्क के सिर्फ 63 यूनिट बिके थे। हालांकि इस दौरान एमजी हेक्टर 3021 यूनिट, किआ सेल्टोस 4645 यूनिट बेचने में कामयाब रही। सफारी स्टॉर्क के अन्य कॉम्पीटिटर की बात करें तो इसी अवधि में महिंद्रा स्कॉर्पियो के 3656 यूनिट, महिंद्रा बोलेरो के 5661 यूनिट, टोयोटा फॉर्च्यूनर के 612 यूनिट और टाटा हेक्सा के 317 यूनिट बिके थे।
महिंद्रा की एसयूवी रेंज से भी मिली कड़ी चुनौती
2019 के बिक्री के कुल आकंड़ों पर नजर डाले तो यह समझ आता है कि सफारी को अपने ही ब्रांड की अन्य कारों से भी चुनौती मिली। महंगी होने के बावजूद टाटा हैरियर के कुल 15227 यूनिट और हेक्सा के 2917 यूनिट बिके जबकि सफारी साल 2019 में सिर्फ 2432 यूनिट ही बेच पाई।
कंपनी की सबसे बड़ी कॉम्पीटिटर महिंद्रा भी अपनी दमदार एसयूवी रेंज के लिए पॉपुलर है। कंपनी के पोर्टेफोलियों में कई एसयूवी है। जो सफारी से ताकतवर होने के साथ ही लुक वाइज भी फ्रेश नजर आती हैं।
साल 2019 में महिंद्रा ने बोलेरो के 69956 यूनिट, स्कॉर्पियो के 46725 यूनिट, माराजो के 19303 यूनिट और एक्सयूवी 500 के 17175 यूनिट, थार के 3605 यूनिट और जाएलो के 3156 यूनिट बेचने में कामयाब रही। सभी सफारी की तुलना में ज्यादा है।
कोविड-19 महामारी के वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन (Co-WIN) ऐप जारी किया है। हालांकि, अब इस ऐप को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की तरफ से चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कोविन (CoWIN) ऐप को डाउनलोड ना करें। ये फर्जी ऐप है, जो आपकी पर्सनल जानकारी चोरी कर सकता है। गूगल प्ले स्टोर पर CoWIN नाम से कई ऐप्स दिख रहे हैं।
उन्होंने ये भी साफ किया कि सरकार की तरफ से फिलहाल ऑफिशियल कोविन ऐप लॉन्च नहीं किया गया है। ऐसे में किसी भी कोविन ऐप को डाउनलोड न करें। इससे आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया पर इस जानकारी को शेयर किया है। उन्होंने बताया कि कोविन ऐप को जल्द लॉन्च किया जाएगा।
क्या है कोविन ऐप?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन के लिए कोविन (CoWIN) ऐप को तैयार किया है। इसकी मदद से वैक्सीन डिलीवरी की रियल टाइम मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी। ऐप के जरिए सरकार वैक्सीनेशन हो चुके लोगों का डेटा सुरक्षित रख पाएगी। इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा।
कोविन (कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क), eVIN (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) का अपग्रेडेड वर्जन है। एप्लिकेशन का काम पूरा होने के बाद इसे गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर पर यूजर्स के लिए फ्री में उपलब्ध कराया जाएगा।
कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस
कोविन ऐप पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। फिलहाल ऐप इन्स्टॉल नहीं कर पाएंगे। इसके रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस कुछ इस तरह की होगी।
कोविन की ऑफिशियल वेबसाइट पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन के लिए फोटो और आईडी की जरूरत होगी।
आईडी में वोटर आईडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन डॉक्युमेंट का इस्तेमाल कर पाएंगे।
रजिस्ट्रेशन के दौरान अपने मोबाइल नंबर की जानकारी भी देनी होगी।
रजिस्ट्रेशन होते ही SMS के जरिए वैक्सीनेशन की डेट, टाइम और जगह दी जाएगी।
12 भाषाओं में भेजे जाएंगे SMS
वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे लोगों को जानकारी देने के लिए 12 भाषाओं में SMS भेजे जाएंगे। वैक्सीन लगवाकर एक QR कोड सर्टिफिकेट भी मिलेगा जिसे मोबाइल में स्टोर करके रखा जा सकता है। QR कोड बेस्ड सर्टिफिकेट को स्टोर करने के लिए सरकार के डॉक्यूमेंट स्टोरेज ऐप 'डिजीलॉकर' को इंटीग्रेट किया जा सकता है। इसके साथ 24×7 की सुविधा भी मिलेगी।
3 चरण में होगा वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन के टीके लोगों को 3 चरणों में लगाए जाएंगे। इनमें पहले चरण में सभी फ्रंटलाइन हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को शामिल किया गया है। दूसरे चरण में आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोगों शामिल हैं। आखिर में गंभीर स्थिति वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा।
कोविन ऐप में 5 मॉड्यूल
इस ऐप से वैक्सीनेशन की प्रोसेस, एडमिनिस्ट्रेटिव एक्टिविटीज, टीकाकरण कर्मियों और उन लोगों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा, जिन्हें वैक्सीन लगाई जाना है। इसमें 5 मॉड्यूल दिए हैं। जिसमें प्रशासनिक मॉड्यूल, रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, वैक्सीनेशन मॉड्यूल, लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और रिपोर्ट मॉड्यूल शामिल है।
प्रशासनिक मॉड्यूल: वे लोग जो वैक्सीनेशन इवेंट का संचालन करेंगे। इस मॉड्यूल के जरिए वे सेशन तय कर सकते हैं, जिसके जरिए टीका लगवाने के लिए लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी मिलेगी।
रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल: उन लोगों के लिए होगा जो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाएंगे।
वैक्सीनेशन मॉड्यूल: उन लोगों की जानकारियां वेरिफाई करेगा, जो टीका लगवाने के लिए अपना रजिट्रेस्शन करेंगे और इस बारे में स्टेटस अपडेट करेगा।
बेनिफिशियल अप्रूवल मॉड्यूल: इसके जरिए टीकाकरण के लाभान्वित लोगों को मैसेज भेजे जाएंगे। इससे क्यूआर कोड भी जनरेट होगा और लोगों को वैक्सीन लगवाने का ई-सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
रिपोर्ट मॉड्यूल: इसके जरिए टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी रिपोर्ट तैयार होंगी। जैसे, टीकाकरण के कितने सेशन हुए, कितने लोगों को टीका लगा, कितने लोगों ने रजिस्ट्रेशन के बावजूद टीका नहीं लगवाया आदि।
मेडिकल और फ्रंटलाइन वर्कर्स को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं
सरकार ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों और मेडिकल फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा कोविन ऐप पर अपलोड किया जा रहा है। इन लोगों को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने कोविन ऐप के सॉफ्टवेयर को चेक करने के लिए अलग-अलग स्तर पर कई बार रिहर्सल की है। 700 जिलों में 90 हजार से ज्यादा लोगों को सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी गई है।
वॉट्सऐप यूजर्स के लिए नया साल नई शर्तों के साथ शुरू हुआ है। शर्तें भी ऐसी जिन्हें नहीं माना तो अकाउंट डिलीट करना होगा। शर्तें मानना है या नहीं, इस बारे में सोचने के लिए 8 जनवरी तक का वक्त है। दुनियाभर में 200 करोड़ से ज्यादा यूजर्स वॉट्सऐप इस्तेमाल करते हैं। इन शर्तों से जुड़े कई सवाल दिमाग में उठ रहे होंगे। हम ऐसे ही इनके जवाब दे रहे हैं।
1. क्या है वॉट्सऐप की नई पॉलिसी?
वॉट्सऐप पर नए टर्म्स और प्राइवेसी पॉलिसी का अपडेट मिलने लगा है। इसमें लिखा है कि यूजर्स को ये पॉलिसी एग्री करना होगी। ये 8 फरवरी, 2021 से लागू हो रही है। इस तारीख के बाद इसे एग्री करना जरूरी होगी। यदि एग्री नहीं करते हैं तब अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए आप हेल्प सेंटर पर विजिट कर सकते हैं। अभी पॉलिसी में एग्री और नॉट नाउ का ऑप्शन मिल रहा है।
इसमें लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट आप अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, उनको यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले करने के लिए दुनियाभर में, नॉन-एक्सक्लूसिव, रॉयल्टी फ्री, सब्लिसेंसेबल और ट्रांसफरेबल लाइसेंस देते हैं। इस लाइसेंस में आपके द्वारा दिए गए अधिकार हमारी सेवाओं के संचालन और उपलब्ध कराने के सीमित उद्देश्य के लिए हैं।
2. वॉट्सऐप ने ऐसा फैसला क्यों लिया?
इस पॉलिसी को एग्री करने के बाद वॉट्सऐप अपनी 200 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डेटा एक्सेस कर पाएगी। यानी वो उनके डेटा को दूसरे प्लेटफॉर्म पर शेयर भी कर पाएगी। नई पॉलिसी के नोटिफिकेशन में उसने साफ लिखा है कि अब वॉट्सऐप आपकी हर सूचना अपनी पेरेंट कंपनी फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ शेयर करेगा। यानी वॉट्सऐप अपने यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल करके पैसे भी कमाएगी।
3. पॉलिसी का यूजर पर क्या असर होगा?
ये तय हो चुका है कि आप वॉट्सऐप चलाते हैं तब ये पॉलिसी एग्री करना होगी। यानी न चाहते हुए भी आपको अपने वॉट्सऐप की प्राइवेसी कंपनी के साथ शेयर करना होगी। यानी वॉट्सऐप अब आपके डेटा पर पूरी नजर रखेगी और आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। इस बात को ऐसे समझें...
खर्च से तय होंगे विज्ञापन: वॉट्सऐप आपके बैंक का नाम, कितनी राशि और डिलीवरी का स्थान सभी ट्रैक करेगा। इससे फेसबुक-इंस्टाग्राम भी आपके फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन जान जाएंगे। ट्रांजेक्शन डिटेल से कंपनी आपकी प्रोफाइलिंग करेगी, यानी यदि आप समोसा खाते हैं तो आप अमीर आदमी नहीं हैं, लेकिन स्टारबक्स जाते हैं, तो आप अमीर हैं और फिर आपको महंगी गाड़ियों के विज्ञापन दिखने लगेंगे।
आईपी एड्रेस और लोकेशन ट्रेस होगी: वॉट्सऐप ने विकल्प दिया है कि यूजर अपनी लोकेशन एक्सेस डिसेबल कर सकते हैं। हालांकि उसने यह भी कहा है कि आईपी एड्रेस और मोबाइल नंबर से अंदाजा लग जाएगा आप कब-कहां जाते हैं।
स्टेटस भी सुरक्षित नहीं: वॉट्सऐप आपका स्टेटस भी पढ़ेगा। जोखिम यह है यदि आपने लिखा- बताएं कौन सी गाड़ी खरीदूं। तो फेसबुक-इंस्टाग्राम भी इसे पढ़ेंगे और आपको गाड़ियों के विज्ञापन दिखने लगेंगे।
कंटेंट पर सजेशन और एनालिसिस मिलेगा: वॉट्सऐप आपको दोस्तों, ग्रुप्स, कंटेंट आदि के सजेशन भी देगा। एक तरह से वॉट्सऐप आपकी हर हरकत पर नजर रखेगा और उसका एनालिसिस करेगा। फेसबुक इसी आधार पर आपको शॉपिंग, प्रोडक्ट के विज्ञापन दिखाएगा।
कॉल पर भी होगी नजर: कंपनी को पता होगा आप किसे कितने वॉट्सऐप कॉल करते हैं? किस ग्रुप में ज्यादा सक्रिय हैं? ब्रॉडकास्ट लिस्ट कितनी है? फोटो-वीडियो फॉरवर्ड करने पर सर्वर पर अधिक समय स्टोर रहेंगे। उसे पता होगा कौन-सा कंटेंट ज्यादा फॉरवर्ड हो रहा है। फेक न्यूज ट्रैक करने व चुनाव के समय ये जानकारी अहम होगी। बिजनेस अकाउंट से शेयर होने वाले कैटलॉग का एक्सेस भी वॉट्सऐप के पास होगा।
4. क्या पॉलिसी को एक्सेप्ट करना चाहिए?
नई पॉलिसी का यूजर की प्राइवेसी पर गहरा असर होने वाला है। यानी आप जैसे ही कंपनी की नई पॉलिसी को एग्री करते हैं, उसे अपने डेटा का एक्सेस करने के राइट्स भी दे देंगे। समस्या ये है कि वॉट्सऐप चलाना है तब पॉलिसी को एग्री करना जरूरी है। क्योंकि 8 फरवरी के बाद तो पॉलिसी मानना ही पड़ेगी। यदि एग्री नहीं करते तो वॉट्सऐप अकाउंट को डिलीट करना पड़ेगा।
5 कंपनी की एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड पॉलिसी का क्या हुआ?
वॉट्सऐप अपनी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड पॉलिसी में इस बात का दावा करती थी कि आपके मैसेज, डेटा उसके पास भी नहीं रहता। 8 फरवरी के बाद ये बात पुरानी हो जाएगी। कंपनी ने अपनी इस पॉलिसी में लिखा है कि आपकी प्राइवेसी और सुरक्षा हमारे लिए सबसे ऊपर है, इसलिए हमने आपके लिए एंड टू एंड एन्क्रिप्शन फीचर तैयार किया है।
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्ट होने से आपके मैसेज, फोटो, वीडियो, वॉइस मैसेज, डॉक्यूमेंट, स्टेटस और कॉल सुरक्षित हो जाते हैं और कोई उनका गलत इस्तेमाल नहीं कर सकता है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन फीचर से यह पक्का हो जाता है कि मैसेज और कॉल सिर्फ आपके और आपके कॉन्टैक्ट के बीच ही रहें। कोई और, यहां तक कि वॉट्सऐप भी उन्हें पढ़, सुन और देख न पाए।
ऑटो निर्माताओं ने पिछले साल ही घोषणा कर दी थी कि 1 जनवरी 2021 से कीमतों में बढ़ोतरी की जाएगी। हुंडई पहले ही नई प्राइस लिस्ट जारी कर चुका है और अब हीरो मोटोकॉर्प ने भी स्कूटर और मोटरसाइकिलों की नई प्राइस लिस्ट जारी कर दी है। नई कीमतें लागू हो चुकी हैं और जिसके मुताबिक, गाड़ियां 1900 रुपए तक महंगी हो गई हैं। कंपनी का कहना है कि कीमतें बढ़ती इनपुट कॉस्ट और मैनुफैक्चरिंग कॉस्ट की वजह से बढ़ाई जा रही हैं।
1. हीरो मोटरसाइकिलों की नई प्राइस लिस्ट- जनवरी 2021
मॉडल
नई कीमत (रु.)
पुरानी कीमत (रु.)
एक्सपल्स 200
1,15,230
1,13,730
एक्सट्रीम 160R डिस्क ब्रेक
1,06,950
1,05,050
एक्सट्रीम 160R ड्रम ब्रेक
1,03,900
1,02,000
ग्लैमर डिस्क ब्रेक
75,400
74,500
ग्लैमर ड्रम ब्रेक
71,900
71,000
ग्लैमर ब्लेज ड्रम ब्रेक
73,100
72,200
ग्लैमर ब्लेज डिस्क ब्रेक
76,600
76,600
पैशन प्रो डिस्क
69,600
68,700
पैशन प्रो ड्रम
67,400
66,500
सुपर स्प्लेंडर डिस्क
73,400
72,950
सुपर स्प्लेंडर ड्रम
69,900
69,450
स्प्लेंडर iSmart डिस्क
68,700
68,150
स्प्लेंडर iSmart ड्रम
66,500
65,950
स्प्लेंडर प्लस ब्लैक एक्सेंट
65,295
64,470
स्प्लेंडर प्लस i3S
65,295
64,470
स्प्लेंडर प्लस सेल्फ स्टार्ट
64,085
63,260
स्प्लेंडर प्लस किक स्टार्ट
61,785
60,960
एचएफ डीलक्स i3S ब्लैक
60,225
60,225
एचएफ डीलक्स i3S
61,225
59,800
एचएफ डीलक्स सेल्फ स्टार्ट
59,900
58,600
एचएफ डीलक्स किक स्टार्ट
51,200
49,950
एचएफ डीलक्स स्पोक व्हील्स
50,200
48,950
सबसे ज्यादा 1900 रुपए की बढ़ोतरी एक्सट्रीम 160R की कीमतों में हुई है, इसके बाद एक्सपल्स 200 आती है, जिसकी कीमतों में 1,500 रुपए की बढ़ोतरी हुई है, जो वर्तमान में हीरो की लाइनअप में केवल दो 125+ सीसी मोटरसाइकिल हैं। ग्लैमर (ग्लैमर ब्लेज डिस्क वैरिएंट को छोड़कर) और पैशन की कीमतें 900 रुपए तक बढ़ गई हैं।
सबसे अधिक बिकने वाली स्प्लेंडर रेंज (स्प्लेंडर प्लस, स्प्लेंडर आईस्मार्ट, और सुपर स्प्लेंडर) की कीमतें मॉडल वाइज 450 रुपए से 825 रुपए तक बढ़ी है।
हीरो एचएफ डीलक्स की कीमत 1250 रुपए से 1435 रुपए के बीच बढ़ाई गई है। i3S ब्लैक वैरिएंट की कीमत में कोई बदलाव नहीं देखा गया, यह पहले जितनी ही है।
हीरो के स्कूटरों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। डेस्टिनी 125 के ड्रम ब्रेक वैरिएंट की कीमत 650 रुपए तक बढ़ी है जबकि डिस्क ब्रेक मॉडल की कीमत 750 रुपए तक बढ़ गई है। मैस्ट्रो एड 110 की कीमत में 500 रुपए का इजाफा हुआ है।
प्लेजर प्लस की कीमत में 500 से 1000 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। दिलचस्प बात यह है कि मेस्ट्रो एज 125 की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, क्योंकि इसे कुछ महीने पहले ही बीएस 6 अवतार में पेश किया गया था।
नए साल में वॉट्सऐप की टर्म्स एंड कंडीशन को मानना सभी यूजर्स के लिए जरूरी हो गया है। यदि यूजर उन्हें एक्सेप्ट नहीं करेंगे तब वे अपना अकाउंट डिलीट कर सकते हैं। दरअसल, वॉट्सऐप अपनी सर्विस को लेकर कई शर्तें 8 फरवरी, 2021 से लागू करने जा रही है। इसमें कहा गया है कि यदि आपको वॉट्सऐप सर्विस की शर्तें मंजूर नहीं हैं तो अपना अकाउंट को डिलीट कर सकते हैं।
वॉट्सऐप के फीचर्स और नए अपडेट को ट्रैक करने वाली वेबसाइट WABetaInfo ने पहले एक स्क्रीनशॉट शेयर किया था। स्क्रीनशॉट के मुताबिक, नई शर्तों में साफ तौर पर लिखा गया है कि यदि किसी यूजर को कंपनी की शर्तें मंजूर नहीं हैं तो वह अपना अकाउंट डिलीट कर सकता है। अब पॉलिसी का मैसेज अकाउंट पर आने लगा है।
नई शर्तों में यह भी बताया गया है कि नए साल में फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप यूजर्स के डाटा का इस्तेमाल किस तरह करेगी। इसमें यह बताया गया है कि फेसबुक बिजनेस के लिए आपके चैट को कैसे स्टोर और मैनेज किया जाएगा।
वॉट्एसऐप के स्पोक्सपर्सन ने भी नई शर्तों को लेकर पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वॉट्सऐप यूज करने के लिए उसकी शर्तों को मानना अनिवार्य होगा। ये शर्तें अगले साल 8 फरवरी से लागू होंगी।
वॉट्सऐप के नए फीचर्स
वॉट्सऐप ने हाल ही में आधिकारिक तौर पर डिसअपीयरिंग मैसेज फीचर रोलआउट करने की घोषणा की थी और अब यह फीचर सभी भारतीयों के लिए उपलब्ध है। एक बार वॉट्सऐप डिसअपीयरिंग मैसेज फीचर इनेबल हो जाने के बाद, मैसेज भेजे जाने के सात दिनों के बाद मीडिया फाइल्स, ऑडियो फाइल्स और अन्य कंटेंट ऑटोमैटिक चैट से गायब हो जाएंगे।
वहीं, कंपनी ने पेमेंट फीचर भी रोलआउट कर दिया है। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने वॉट्सऐप को UPI बेस्ड पेमेंट सर्विस शुरू करने की मंजूरी दी है। वॉट्सऐप फेसबुक की सब्सिडियरी कंपनी है। इसका अपडेट धीरे-धीरे कर यूजर्स के पास आएगा।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने बुधवार को वैगनआर, इग्निस और एस-क्रॉस क्रॉस-ओवर जैसी मॉडलों के लिए भी सब्सक्रिप्शन प्लान पेश किया। पहले जहां सब्सक्रिप्शन प्लान सिर्फ महंगे मॉडलों तक सीमित था, वहीं अब कंपनी सस्ते और ज्यादा बिकने वाले मॉडल्स पर भी यह सुविधा दे रही है। सब्सक्रिप्शन प्लान में क्या-क्या सुविधा मिलेगी, चलिए समझते हैं...
किन शहरों में मिलेगी सुविधा?
यह सुविधा दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में कंपनी की 'मारुति सुजुकी सब्सक्राइब' स्कीम के तहत मिलेगी।
हर महीने कितने का खर्च आएगा?
मॉडल के हिसाब से सब्सक्रिप्शन अलग-अलग है। दिल्ली में 48 महीने के अवधि के लिए ग्राहकों को वैगनआर Lxi वैरिएंट के लिए 12,722 रुपए प्रतिमाह और इग्निस सिग्मा के लिए 13,772 रुपए (सभी टैक्स मिलाकर) देना होगा।
प्लान में क्या-क्या सुविधा मिलेगी?
मारुति सुजुकी सब्सक्राइब में ग्राहक को केवल एक मासिक सब्सक्रिप्शन देना होता है, जिसके एवज में उसे चुने गए प्लान के पूरे कार्यकाल के लिए मेंटेनेंस, 24×7 रोड साइड असिस्टेंस और बीमा की सुविधा दी जाती है। अपनी सुविधा के अनुसार ग्राहक 24, 36 और 48 महीने तक का प्लान चुन सकते हैं।
प्लान खत्म होने के बाद क्या विकल्प मिलेगा?
सब्सक्रिप्शन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ग्राहक मौजूदा प्लान को बढ़ाने, किसी नए वाहन में अपग्रेड होने और मार्केट प्राइस पर उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन को खरीदने तक का विकल्प चुन सकता है।
पिछले साल शुरु हुई थी स्कीम
कंपनी ने पिछले साल दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में मारुति सुजुकी सब्सक्राइब स्कीम शुरू की थी, जिसमें एरिना डीलरशिप की स्विफ्ट, डिजायर, विटारा ब्रेजा, अर्टिगा और नेक्सा डीलरशिप की बलेनो, सियाज और XL6 शामिल थी।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति का पद छोड़ने से पहले चीन को एक और झटका दिया है। उन्होंने चीनी कंपनियों के मालिकाना हक वाले 8 ऐप से लेनदेन पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। जिन ऐप पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसमें वीचैट पे (WeChat Pay) और जैक मा के एंट ग्रुप का अलीपे (Alipay) भी शामिल है।
ट्रम्प ने अपने आदेश में कहा कि चीन में बने और वहीं से ऑपरेट होने वाले इन ऐप के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। इसलिए इन ऐप्स पर तत्काल कार्रवाई करना जरूरी है। ट्रम्प ने आदेश पर हस्ताक्षर करने के दौरान भारत के उस फैसले का भी हवाला दिया, जिसमें उसने 200 से अधिक चीन से जुड़े सॉफ्टवेयर ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
45 दिन बाद बंद हो जाएंगे ऐप
ट्रम्प के आदेश में कहा गया है कि ये सभी ऐप चीन द्वारा बनाए और ऑपरेट किए जा रहे हैं। अलीपे (Alipay), कैमस्कैनर (CamScanner), क्यूक्यूवॉलेट (QQ Wallet), शेयरइट (SHAREit), टेनसेंट क्यूक्यू (Tencent QQ), वीमैट (VMate), वीचैट पे (WeChat Pay) और डब्ल्यूपीएस ऑफिस (WPS Office) के खिलाफ लगाया गया प्रतिबंध 45 दिन बाद प्रभावी होगा।
अगस्त में भी ट्रम्प ने चीनी कंपनी बाइटडांस के मालिकाना हक वाले टिकटॉक और वीचैट एप पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, बाद में अमेरिकी कोर्ट ने शार्ट वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक पर लगे प्रतिबंध को रोक दिया था।
सॉफ्टवेयर की मदद से चुरा रहे डेटा
कार्यकारी आदेश के अनुसार एक बयान में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा है कि चीनी ऐप उपयोगकर्ताओं के डेटा को अनधिकृत तरीके से सर्वर से चोरी कर रहे थे। संयुक्त राज्य अमेरिका ने आकलन किया है कि कई चीनी कनेक्टेड सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बड़ी संख्या में अमेरिका के लाखों यूजर्स का डेटा प्राप्त कर रही हैं, जिनमें संवेदनशील निजी जानकारी भी शामिल है। इन जानकारियों को चीनी सेना और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को एक्सेस करने की अनुमति होती है।
टोयोटा ने बुधवार को फॉर्च्यूनर के फेसलिफ्ट वर्जन को भारतीय बाजार में लॉन्च किया। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 29.98-37.58 लाख रुपए है। यह 2016 में आई वर्तमान जनरेशन मॉडल के लिए पहला बड़ा अपडेट है। नई फॉर्च्यूनर में रिफ्रेश्ड लुक के साथ इंटीरियर और एक्सटीरियर में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। जानिए पहले से कितना अलग है फॉर्च्यूनर फेसलिफ्ट वर्जन...
टोयोटा फॉर्च्यूनर: भारत में कीमत और हाइलाइट्स
2021 फॉर्च्यूनर में री-डिजाइन एलईडी हेडलाइट्स और इंटीग्रेट डीआरएल के साथ नया फेस देखने को मिलेगा, इसका अलावा इसमें बड़ा मेश-पैटर्न ग्रिल, रिशेप्ड फ्रंट बंपर, नए 18 इंच अलॉय व्हील्स भी मिलेंगे। पीछे की तरफ पहले से पतले एलईडी टेल लाइट्स दी गई है।
इंटीरियर की बात करें तो, पुराने मॉडल की तुलना में डिजाइन में कोई खास बदलाव तो नहीं मिलेगा लेकिन अपडेट के तौर पर 8 इंच का टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा, जो सभी कनेक्टिविटी ऑप्शन को सपोर्ट करेगा। इसके अलावा कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी भी मिलेगी।
इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में मामूली सा अपडेट किया गया है, साथ ही 8-वे पावर-एडजस्टेबल और वेंटिलेटेड ड्राइवर और को-ड्राइवर सीट्स मिलेंगी। इक्विपमेंट लिस्ट में एलईडी एंबिएंट लाइट्स, 11-स्पीकर जेबीएल ऑडियो सिस्टम, फ्रंट पार्किंग सेंसर और 360 डिग्री कैमरा के साथ दो इंटीरियर कलर स्कीम जोड़ी गई हैं।
टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर: कीमत और अन्य जानकारी
कंपनी ने अपडेटेड फॉर्च्यूनर लाइनअप के साथ लेजेंडर वर्जन भी लॉन्च किया है, जो ज्यादा स्पोर्टीयर लुक के साथ आता है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 37.58 लाख रुपए है। डिजाइन में अंतर इसके अलग फेस और स्प्लिट ग्रिल, अलग फ्रंट बंपर जिसमें एलईडी टर्न इंडिकेटर्स फिक्स हैं, एलईडी प्रोजेक्टर हेडलाइट्स जिसमें एलईडी डीआरएल के लिए यूनिक पैटर्न दिया गया है और ग्लॉस ब्लैक फिनिश के साथ अलॉय व्हील्स देखने को मिलेंगे।
भारत में लेजेंडर वर्जन सिर्फ पर्ल व्हाइट विद ब्लैक रूफ में ही उपलब्ध है, जबकि इंटीरियर में सिर्फ सिंगल कलर स्कीम-ब्लैक एंड मरून ही मिलेगा। लेजेंडर में हैंड्स फ्री टेल गेट ओपनिंग फंक्शन मिलेगा।
टोयोटा फॉर्च्यूनर फेसलिफ्ट: इंजन और गियरबॉक्स डिटेल्स
आउटगोइंग मॉडल की तुलना में फेसलिफ्ट मॉडल 2.7 लीटर पेट्रोल और 2.8 लीटर डीजल इंजन में उपलब्ध होगी। पेट्रोल इंजन 166 हॉर्स पावर और 245 एनएम टॉर्क जनरेट करेगी (जो पहले जितना ही है) और 5-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आएगी।
सबसे बड़ा डीजल इंजन में देखने को मिलेगा, जो 2.8 लीटर इंजन के साथ आएगी, जो अब 204 हॉर्स पावर लेकिन पहले जितना ही 420 एनएम का टॉर्क (6-स्पीड मैनअल के साथ) और 500 एनएम का टॉर्क (6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर के साथ) जनरेट करेगा।
पहले की तरह फॉर्च्यूनर पेट्रोल पहले की तरह ही सिर्फ 2 व्हील ड्राइव ऑप्शन के साथ आएगी, जबकि डीजल में फोर-व्हील ड्राइव सिस्टम का ऑप्शन भी मिलेगा। दिलचस्प बात यह है कि लेजेंडर वर्जन सिर्फ 2-व्हील ड्राइव ऑप्शन में ही मिलेगा और इसमें सिर्फ 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स मिलेगा।
टोयोटा फॉर्च्यूनर फेसलिफ्ट: बाजार में किसे चुनौती मिलेगी
टोयोटा फॉर्च्यूनर फेसलिफ्ट की एक्स-शोरूम कीमत 29.98-37.58 लाख रुपए है। बाजार में इसका सीधा मुकाबला फोर्ड एंडेवर (29.99-35.45 लाख रुपए), महिंद्रा अल्टुरस G4 (28.73-31.73 लाख रुपए) और एमजी ग्लॉस्टर (29.98-35.58 लाख रुपए) से होगा।
जल्द ही ऑटोमोबाइल सेगमेंट में बड़ा फेरबदल देखने को मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटेलियन-अमेरिकन ऑटो निर्माता ग्रुप फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल (एफसीए) और फ्रांस के पीएसए ग्रुप का विलय होने जा रहा है। दोनों ग्रुप मिलकर एक नए स्टेलेंटिस ब्रांड बनाएंगे, जिसके लिए इन्हें शेयर-होल्डर्स से हरी झंडी मिल चुकी है। विलय के बाद स्टेलेंटिस दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो निर्माता समूह बन जाएगा।
2019 में शुरू हुई बातचीत, 16 जनवरी को पूरी होगी
दोनों ग्रुप पहली बार 2019 में साझेदारी के इरादे से आमने सामने आए और इस समझौते पर सहमत हुए। रेगुलेटर बॉडीज और शेयर-होल्डर्स से मिली मंजूरी के बाद साल की शुरुआत में दोनों समूह अब एक होने जा रहे हैं। इसके लिए जनवरी 16 की तारीख निर्धारित की गई है। विलय पूरा होने के बाद स्टेलेंटिस के शेयर यूरोप और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो जाएंगे। दोनों समूह ने एक संयुक्त बयान में कहा कि स्टॉक यूरोप में जनवरी 18 और जनवरी 19 को यूएस में व्यापार करेगा।
विलय से पीएसए को मिलेगी अमेरिका में एंट्री
विलय के बाद दोनों समूह की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी। पीएसए के वर्तमान सीईओ कार्लोस तवरेज संयुक्त स्टेलेंटिस के सीईओ बन जाएंगे, जबकि एफसीए के सीईओ माइक मैनले ऑटोमेकर के उत्तरी अमेरिकी में कामकाज का नेतृत्व करेंगे। यह विलय पीएसए के लिए खासतौर से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगा, क्योंकि इससे पीएसए के प्यूजो ब्रांड को उत्तरी अमेरिका, विशेष रूप से अमेरिका में वापसी करने में मदद मिलेगी और यह वापसी 2022-23 के आसपास होने की उम्मीद है।
दोनों समूह को होगा फायदा
दोनों समूह ने कहा कि विलय से न सिर्फ लागत बचेगी बल्कि कई तरह की फायदे भी होंगे, जैसे की दोनों आपस में प्लेटफार्म और पावरट्रेन शेयर करेंगे, साथ ही फ्यूचर मोबिलिटी और इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी पर भी साथ काम कर सकेंगे। दोनों एक ही छत के नीचे कामकाज पूरा करने की व्यवस्था कर रहे हैं, जिससे करीब 6 बिलियन डॉलर से अधिक की बचत होने की उम्मीद है। गौर करने वाली बात यह है कि पीएसए और एफसीए दोनों ने विलय के हिस्से के रूप में किसी भी ऑटो प्लांट को बंद नहीं करने का वादा किया, लेकिन स्टेलेंटिस के पोर्टफोलियो में कौन से ब्रांड होंगे, फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
कितना बड़ा है दोनों ब्रांड का पोर्टफोलिया
फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल वर्तमान में क्रिसलर, डॉज, राम, जीप, फिएट, अल्फा रोमियो, मासेराती और लैंसिया ऑटो ब्रांडों का उत्पादन करता है। वहीं, पीएसए ग्रुप प्यूजो, सिट्रोएन, डीएस, ओपल और वॉक्सहॉल कारें बनाती है।
एलएमसी ऑटोमोटिव के साथ एनालिस्ट जेफ शूटर ने कहा कि- विलय के पूरा होने पर, संयुक्त कंपनी दुनिया की चौथी और कुल मिलाकर नेटवर्थ $57 बिलियन हो जाएगी।
2019 में दोनों कंपनियों में मिलकर कुल 89 लाख वाहन बेचे, जो फॉक्सवैगन ग्रुप की तुलना में लगभग 30 लाख वाहन कम हैं।
फिएट क्रिसलर और पीएसए दोनों यूरोप में प्रतिस्पर्धा करते हैं, जबकि पीएसए की अमेरिका में लगभग कोई उपस्थिति नहीं है, जहां फिएट क्रिसलर देश में बिक्री के मामले में चौथा सबसे बड़ा वाहन निर्माता है।
स्टेलेंटिस कैसे बनेगा दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो निर्माता ग्रुप...
1. फॉक्सवैगन- 1.08 करोड़ यूनिट्स
कौनसा समूह कितना बड़ा है यह उनके सेल्स वॉल्यूम के आधार पर तय किया जाता है। 'व्हील्स डॉट का' की अगस्त 2019 में आई रिपोर्ट के मुताबिक, 10.8 मिलियन (1.08 करोड़) यूनिट्स के साथ फॉक्सवैगन ग्रुप दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो निर्माता ग्रुप है। फिलहाल फॉक्सवैगन के पोर्टफोलियो में फॉक्सवैगन, ऑडी, पोर्श, स्कोडा, एसईएटी, बेंटले, बुगाटी और लेम्बोर्गिनी, साथ ही साथ मैन और स्कैनिया हैवी ट्रक जैसे ब्रांड हैं।
2. टोयोटा- 1.05 करोड़ यूनिट
टोयोटा 10.5 मिलियन (1.05 करोड़) यूनिट के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड है। जापान की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी अपनी हिनो ट्रक लाइनअप के अलावा दुनिया भर में अपने टोयोटा, लेक्सस और दाईहात्सु ऑटोमोबाइल ब्रांडों की मार्केटिंग करती है।
फ्रांस का रेनो और जापान का निसान 1999 में स्ट्रेटजिक पार्टनर बने थे, 2016 में मित्सुबिशी को जोड़ने के लिए तीन अलग-अलग अलायंस बनाए गए जो 10 अलग-अलग ऑटोमोटिव ब्रांड्स को नियंत्रित करते हैं जिसमें रेनो, निसान, मित्सुबिशी, इनफिनिटी, सैमसंग मोटर्स, डैसिया, डैटसन, अल्पाइन, वेंचिया और लाडा शामिल हैं। इस अलायंस के बाद मित्सुबिशी की दोबारा बिक्री शुरू हुई। 2018 में नए ऑटो समूह ने एक साथ 10 मिलियन (1 करोड़) से अधिक वाहन बेचे।
4. एफसीए (48 लाख)+ पीएसए (41 लाख)
रिपोर्ट के मुताबिक, एफसीएस ग्रुप ने कुल 41 लाख वाहनों की बिक्री की। वहीं, दूसरी ओर पीएसए ने कुल 41 लाख वाहन बेचे। पीएसए यूरोप में तीसरा सबसे बड़ा ऑटो निर्माता है और अमेरिका और कनाडा को छोड़कर दुनिया के लगभग हर देश में कारोबार करता है। हालांकि पीएसए और एफसीए के विलय के बाद स्थिति बदल जाएगी और पीएसए का अमेरिकी में एंट्री करने का रास्ता साफ हो जाएगा।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने दिसंबर में वॉइस क्वालिटी से जुड़ी रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट में वोडाफोन-आइडिया (Vi) ने जियो और एयरटेल को पछाड़ते हुए अपने ग्राहकों को बेस्ट वॉइस क्वालिटी दी है। ऑपरेटर्स ने अपनी कंपनी को दिसंबर में औसतन 4.9 वॉइस क्वालिटी रेटिंग दी है। ट्राई ने अपने MyCall पोर्टल पर इस डेटा का अपडेट किया है।
आइडिया को 97.59% और वोडाफोन को 87.68% सैटिस्फैक्टरी रेटिंग
ट्राई के डेटा के मुताबिक, दिसंबर में एक से पांच के स्केल पर आइडिया को 4.9 औसतन इनडोर और आउटडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग मिली है। ऑपरेटर को दिसंबर में 97.59% की सैटिस्फैक्टरी रेटिंग मिली है। वहीं नवंबर में आइडिया को 4.9 और 4.8 की एवरेज इनडोर और आउटडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग के साथ 4.9 की एवरेज वॉइस क्वालिटी रेटिंग मिली है।
दिसंबर में वोडाफोन दूसरी पोजिशन बरकरार रही। वोडाफोन को औसतन 4.3 वॉइस क्वालिटी रेटिंग मिली है। दिसंबर में वोडाफोन को 87.68% सैटिस्फैक्टरी रेटिंग मिली। वहीं इनडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग में 4.4 और 3.6 एवरेज आउटडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग मिलगी। पिछले महीने में वोडाफोन को 4.6 औसतन वॉयस क्वालिटी रेटिंग मिली थी।
जियो की रेटिंग में सुधार, BSNL फिसली
देश के सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन चुकी रिलायंस जियो को दिसंबर में 3.9 की औसतन वॉइस क्वालिटी रेटिंग मिला। पिछले महीने में इस ऑपरेटर को 3.8 रेटिंग मिली थी। ट्राई के आंकड़ों के अनुसार, रिलायंस जियो ने दिसंबर में 77.81% सैटिस्फैक्टरी रेटिंग दर्ज की है।
दूसरी तरफ, बीएसएनएल को दिसंबर में औसतन 3.9 वॉयस क्वालिटी रेटिंग मिली। पिछले महीने यह 4.1 थी। ऑपरेटर ने दिसंबर में 3.8 की एवरेज इनडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग और आउटडोर कॉल क्वालिटी रेटिंग 4.3 दर्ज की। बीएसएनएल को महीने में 76.58% सैटिस्फैक्टरी रेटिंग मिली है।
दिसंबर में एयरटेल की वॉयस क्वालिटी रेटिंग में भी गिरावट दर्ज की गई। ट्राई डेटा के अनुसार, ऑपरेटर ने दिसंबर में 3.1 की रेटिंग दर्ज की है। ये नवंबर में 3.8 थी। भारत के इस दूसरे सबसे बड़े वायरलेस ऑपरेटर ने महीने में 59.46% की सैटिस्फैक्टरी रेटिंग दर्ज की है, जबकि नवंबर में यही रेटिंग 75.21% थी।
ब्रिटिश ऑटोमोबाइल कंपनी एमजी (MG) की ZS फेसलिफ्ट को क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली है। ये क्रैश टेस्ट ASEAN NCAP ने किया था। MG ZS का ये 1.5-लीटर C+ मॉडल था। इसे थाइलैंड में तैयार किया गया है। वहीं, इसी सेलिंग भी थाई और वियतनाम मार्केट में की जाती है।
इस एसयूवी को चार अलग तरह से सेफ्टी रेटिंग दी गई है। एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन के लिए 36.00 में से 32.27 पॉइंट मिले हैं। फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में 16.00 में से 14.27 पॉइंट मिले हैं। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में 16.00 में से 16.00 पॉइंट मिले हैं। वहीं, हेड प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के लिए 4.00 में से 2.00 पॉइंट मिले हैं।
ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर और पैरों के लिए सेफ्टी बेहतर थी। हालांकि, ड्राइवर की छाती की सुरक्षा को कम रेटिंग मिली है, जबकि फ्रंट पैसेंजर के छाती और सीधे घुटने की सेफ्टी को बेहतर रेटिंग मिली है। कुल मिलाकर ZS को एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन के लिए 90% और 44.82 वेट स्कोर के साथ 5 स्टार रेटिंग मिली है।
चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन
ZS को चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन के लिए 49.00 में से 40.96 पॉइंट मिले। फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में 16.00 में से 14.00 पॉइंट मिले हैं। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में 8.00 में से 8.00 पॉइंट मिले हैं। चाइल्ड सीट इन्स्टॉलेशन असिस्मेंट के लिए 12.00 में से 9.98 पॉइंट मिले। वहीं, व्हीकल-बेस्ड असिस्मेंट के लिए 13.00 में से 9.00 पॉइंट मिले। यानी ZS को चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में 90% स्कोर मिला, जिसमें वेट स्कोर 20.90 रहा।
साइड कर्टेन एयरबैग्स से लैस
ZS के सेफ्टी असिस्ट की बात की जाए तब इसमें डुअल फ्रंट एयरबैग्स के साथ ABS, ESC, सीटबेल्ट वार्निंग सिस्टम मिलेंगे। पैसेंजर्स की साइड सेफ्टी के लिए इसमें कर्टेन एयरबैग्स दिए हैं। ये सेफ्टी फीचर ऑप्शनल हैं।
MG ZS फेसलिफ्ट की डिटेल
एमजी की ZS भारतीय बाजार में मौजूद नहीं है। इसे थाई और वियतनाम मार्केट में बेचा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इसे जल्द ही भारत में लॉन्च करने का प्लान कर रही है। इसके इंडियन मॉडल में 1.0-लीटर, डायरेक्ट इंजेक्शन पेट्रोल इंजन मिल सकता है, जो 111hp का पावर और 160Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जोड़ा जाएगा। इसकी टॉप स्पीड 180kph होगी। 0-100kph की रफ्तार 12.4 सेकंड में पकड़ लेगी।
फ्रांस की ऑटो निर्माता ग्रुप पीएसए (PSA) अपने सिट्रॉन ब्रांड के साथ भारतीय बाजार में दोबारा एंट्री करने की लिए पूरी तरह से तैयार है। सिट्रॉन की पहली कार C5 एयरक्रॉस एसयूवी होगी। कंपनी इस पिछले साल लॉन्च करने वाली थी लेकिन महामारी समेत कई अन्य कारणों के चलते कंपनी को इसकी लॉन्चिंग टालनी पड़ी।
अब, सिट्रॉन ने पुष्टि की है कि C5 एयरक्रॉस एसयूवी 1 फरवरी 2021 को वर्चुअल इवेंट के जरिए भारतीय बाजार में डेब्यू करेगी। फिलहाल लॉन्च डेट को लेकर कंपनी ने कोई सफाई नहीं दी है लेकिन बताया जा रहा है कि यह मार्च तक बाजार में दस्तक देगी। एसयूवी को कई बार भारतीय सड़कों पर टेस्टिंग के दौरान भी देखा जा चुका है, जिससे इसके कई स्पेसिफिकेशन सामने आ चुके हैं।
सयूवी को पावर देने के लिए इसमें 2.0 लीटर डीजल इंजन मिल सकता, जो 180 पीएस और 400 एनएम का मैक्सिमम पावर-आउटपुट जनरेट करेगा।
लीक हुई स्पेसिफिकेशन के मुताबिक, सिट्रॉन C5 एयरक्रॉस एसयूवी पीएसए ग्रुप के EMP2 प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होगी, जो अंतरराष्ट्रिय बाजारों में अन्य ब्रांड जैसे प्यूजो (Peugeot) और डीएस ऑटोमोबाइल द्वारा भी इस्तेमाल किया जाता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसयूवी 4500 एमएम लंबी, 1840 एमएम चौड़ी, 1670 एमएम ऊंची होगी। एसयूवी में 2730 एमएम का व्हीलबेस और 230 एमएम का ग्राउंड क्लीयरेंस भी मिलेगा।
फीचर्स की बात करें तो, इसमें 12.3 इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, 8 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, पैनोरामिक सनरूफ, डुअल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, हैंड्स फ्री टेलगेट, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ड्राइवर सीट जैसी सुविधाएं मिलेगी। सेफ्टी की बात करें तो एसयूवी मल्टीपल एयरबैग्स, फ्रंट एंड रियर पार्किंग सेंसर के साथ इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिटिलिटी कंट्रोल के साथ आएगी।
एसयूवी को पावर देने के लिए इसमें 2.0 लीटर डीजल इंजन मिल सकता, जो 180 पीएस और 400 एनएम का मैक्सिमम पावर-आउटपुट जनरेट करेगा। ट्रांसमिशन ऑप्शन में 6-स्पीड मैनुअल के साथ साथ ऑप्शनल 8-स्पीड ऑटोमैटिक का विकल्प भी मिल सकता है। कहा जा रहा है कि शुरुआती तौर पर एसयूवी में पेट्रोल इंजन का विकल्प नहीं मिलेगा लेकिन बाद में कंपनी इसे ला सकती है।
रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि C5 एयरक्रॉस एसयूवी की संभावित कीमत 25-30 लाख रुपए के बीच होगी और भारतीय बाजार में इसका सीधा मुकाबला जीप कंपास और हुंडई ट्यूसॉन जैसे एसयूवी से होगा।
शाओमी ने अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन एमआई 10i को भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी का कहना है कि इसे भारतीय ग्राहकों के लिए खासतौर से कस्टमाइज किया गया है। कंपनी का दावा है कि भारत का पहला फोन है जो सैमसंग HM2 सेंसर के साथ आता है। फोन की सबसे बड़ी हाइलाइट है इसका रियर कैमरा सेटअप, जो 108 मेगापिक्सल का मेन सेंसर से लैस है, इसके अलावा इसमें स्नैपड्रैगन 750G प्रोसेसर भी दिया गया है।
एमआई 10i: भारत में कीमत और उपलब्धता
इसमें स्मार्ट आई प्रोटेक्शन फीचर्स जैसे रीडिंग मोड 3.0, सनलाइट डिस्प्ले 3.0 और टीयूवी रेहनलैंड सर्टिफिकेशन मिलते हैं।
भारत में यह तीन वैरिएंट में उपलब्ध है। इसके 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 20999 रुपए, 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 21999 रुपए और 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 23999 रुपए है।
फोन पैसेफिक सनराइज, मिडनाइट ब्लैक और एटलांटिक ब्लू कलर ऑप्शन में उपलब्ध होगा।
इसे 7 जनवरी दोपहर 12 बजे से अमेजन, एमआई डॉट कॉम, एमआई स्टूडियो स्टोर्स और एमआई होम स्टोर्स से खरीदा जा सकेगा। ओपन सेल 8 जनवरी दोपहर 12 बजे से शुरू होगी।
लॉन्चिंग ऑफर के तहत फोन की खरीदी पर 10 हजार रुपए का जियो बेनीफिट और आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड और ईएमआई पर 2 हजार रुपए का डिस्काउंट दिया जाएगा।
एमआई 10i: बेसिक स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
डिस्प्ले: फोन MIUI 12 पर काम करता है और इसमें 6.67 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है, जो 1,080x2,400 पिक्सल रिजोल्यूशन को सपोर्ट करते हैं। डिस्प्ले में 120Hz रिफ्रेश्ड रेट, 450 निट्स पीक ब्राइटनेस और 1500:01 कन्ट्रास्ट रेशो मिलता है। खास बात यह है कि डिस्प्ले HDR और HDR10+ सपोर्ट के साथ आता है और इसके फ्रंट और बैक दोनों तरफ कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 प्रोटेक्शन मिलता है। इसमें स्मार्ट आई प्रोटेक्शन फीचर्स जैसे रीडिंग मोड 3.0, सनलाइट डिस्प्ले 3.0 और टीयूवी रेहनलैंड सर्टिफिकेशन मिलते हैं।
कॉन्फिग्रेशन: फोन 8 एनएम पर बेस्ड क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 750G और एड्रिनो 619 जीपीयू से लैस है, जिसे 8 जीबी तक की रैम और 128 जीबी तक के स्टोरेज के साथ जोड़ा गया है।
कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन में क्वाड रियर कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें f/1.75 अपर्चर के साथ 108 मेगापिक्सल सैमसंग HM2 सेंसर विद, f/2.2 अपर्चर और 120 डिग्री फील्ड ऑफ व्यू के साथ 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड लेंस, 2 मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस और 2 मेगापिक्सल का डेप्थ लेंस भी शामिल है। सेल्फी के लिए इसमें 16 मेगापिक्सल का लेंस है।
बैटरी: फोन में 4,820mAh बैटरी है, जो 33 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आती है। कंपनी का दावा है कि 30 मिनट में यह 68 फीसदी तक बैटरी चार्ज होती है और फोन को 0-100 फीसदी तक चार्ज होने में 58 मिनट का समय लगता है।
कनेक्टिविटी: इसमें 5G, यूएसबी टाइप-सी, 3.5 एमएम ऑडियो जैक, वाई-फाई, ब्लूटूथ जैसे फीचर्स मिलते हैं। 214 ग्राम वजनी इस फोन का डायमेंशन 165.38x76.8x9mm है। फोन साइड माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर, IP53 स्प्लैश प्रूफ रेटिंग, डुअल स्टीरियो स्पीकर्स, आईआर ब्लास्टर जैसे फीचर्स भी हैं।