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By NICHOLAS FANDOS and SHERYL GAY STOLBERG from NYT U.S. https://ift.tt/34fISMf
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गैजेट डेस्क. श्याओमी के लेटेस्ट स्मार्टफोन एमआई सीसी 9 प्रो को लॉन्च होने में कुछ ही दिन बाकी है। फोन नवंबर में चीन में लॉन्च होगा। लेकिन लॉन्चिंग से पहले ही फोन के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन सामने आने लगे हैं। लेटेस्ट टीजर के मुताबिक एमआई सीसी 9 प्रो में 5260 एमएएच की बड़ी बैटरी मिलेगी जो 30 वॉट फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। कंपनी का कहना है कि 30 वॉट फास्ट चार्जर की बदौलत फोन 30 मिनट में 60% तक चार्ज हो जाएगा। हालांकि फुल चार्ज होने में फोन को मात्र 65 मिनट का समय लगेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक फोन में वॉटरड्रॉप स्टाइल नॉच डिस्प्ले मिलेगा। इसकी बॉडी चारों तरफ से कर्व्ड होगी। फोन में फुल एचडी प्लस रेजोल्यूशन वाला 6.47 इंच का ओएलईडी डिस्प्ले पैनल मिलेगा।
परफॉर्मेंस और मल्टी टास्किंग के लिए फोन में 8 एनएम का स्नैपड्रैगन 730G ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। फोन में फोटोग्राफी के लिए 108 मेगापिक्सल का कैमरा सेंसर मिलेगा, इसके साथ ही फोन में 5 एक्स जूम की सुविधा भी मिलेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक फोन वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी सपोर्ट मिलेगा। इसके कैमरे में डुअल ओआईएस और डुअल एलईडी फ्लैश यूनिट भी मिल सकती है।
गैजेट डेस्क. प्रीमियम फ्लैगशिप स्मार्टफोन की बात हो तो सबसे पहले आईफोन का नाम आता है। गुरुवार को आई ओएलएक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेकंड हैंड स्मार्टफोन मार्केट में भी एपल सबसे पसंदीदा ब्रांड है। ऑनलाइन प्लेटफार्म ओएलएक्स पर एपल 19% लिस्टिंग के साथ सबसे आगे हैं। एपल ने सैमसंग, श्याओमी समेत बीबीके इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड्स (ओप्पो, वीवो और वनप्लस) को भी पीछे छोड़ दिया है।
ओएलएक्स की 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 19% लिस्टिंग के साथ एपल आईफोन सबसे अधिक लिस्टेड किया गया स्मार्टफोन है। इसके बाद सैमसंग (16% लिस्टिंग), बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स (वीवो, ओप्पो और वनप्लस) 14% लिस्टिंग, श्याओमी (13% लिस्टिंग) ब्रांड्स आते हैं। इसके बाद अन्य ब्रांड (मोटोरोला, लेनोवो, नोकिया, आसुस, जियोनी, सोनी, एचटीसी, एलजी, लावा, इंटेक्स, कार्बन, माइक्रोमैक्स) का नाम आता है जिनकी ओएलएक्स पर कुल लिस्टिंग 38% है।
लोकप्रियता के मामले में भी 19% शेयर के साथ एपल सबसे आगे है। जबकि दूसरे पायदान पर 18% शेयर के साथ श्याओमी और तीसरे पायदान पर 15% शेयर के साथ सैमसंग और बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल है। इसके बाद अन्य ब्रांड जैसे मोटोरोला, लेनोवो, नोकिया, आसुस, जियोनी, सोनी, एचटीसी, एलजी, लावा, इंटेक्स, कार्बन, माइक्रोमैक्स का नाम आता है जिनकी कुल 33% डिमांडिंग हैं।
स्टडी में यह भी सामने आया कि सेकंड हैंड स्मार्टफोन काफी तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय बाजार में तेजी से लॉन्च होते नए स्मार्टफोन को इसकी मुख्य वजह माना जा रहा है। मार्केट में उपलब्ध नए स्मार्टफोन की वजह से कस्टमर्स के सामने ढेरों विकल्प उपलब्ध है। जिसकी वजह से वह तेजी से फोन बदल रहे हैं।
सेकंड हैंड मोबाइल मार्केट के मुख्य सोर्स ऑफलाइन चैनल ही है जिसमें डीलर्स, रिटेलर्स और छोटे दुकानदार आते हैं। हालांकि अब मोबाइल खरीदने और बेचने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म भी क्रेज भी तेजी बढ़ है। 2019 की पहली तिमाही की बात करें तो ओएलएक्स पर लिस्टेड स्मार्टफोन में से कुल 59% स्मार्टफोन बिके जबकि हर फोन को लेकर इच्छुक खरीदारों ने कम से कम 20 सवाल पूछे।
गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी श्याओमी ने इस फेस्टिव सीजन भारतीय बाजार में कुल 1.2 करोड़ डिवाइस बेचे। श्याओमी ने बताया कि 28 सितंबर से 29 अक्टूबर के बीच कंपनी ने भारत में स्मार्ट फोन, टीवी और अन्य गैजेट समेत कुल 1.2 करोड़ डिवाइस बेचे। कंपनी का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस फेस्टिव सीजन में 40% ग्रोथ देखने को मिली।
हेड ऑफ कैटेगरीज एंड ऑनलाइन सेल्स रघु रेड्डी ने बताया कि फेस्टिव सीजन हमेशा से ही श्याओमी के लिए सबसे बड़ा शॉपिंग सीजन रहा है, जिसे हम और हमारी टीम एमआई फैंस के साथ सेलिब्रेट करते हैं।
फेस्टिव सीजन के दौरान कंपनी ने कुल 85 लाख स्मार्टफोन्स बेचे। इस साल सबसे ज्यादा डिमांडिंग स्मार्टफोन रेडमी नोट 7 रहा। कंपनी ने इस साल 6 लाख एमआई टीवी की बिक्री की।
रेड्डी ने आगे बताया कि इस फेस्टिव सीजन हमे उम्मीद से ज्यादा सेल्स देखने को मिली। हमने अन्य प्लेटफार्म की तुलना में कहीं ज्यादा डिवाइस (1.2 करोड़) बेचे। पिछले साल हमने सिर्फ 85 लाख डिवाइस ही बेचे थे।
श्याओमी डिवाइस में श्याओमी स्मार्टफोन समेत एमआई टीवी, एमआई इकोसिस्टम और एक्सेसरीज प्रोडक्ट शामिल है। कंपनी ने इन्हें एमआई डॉट कॉम, एआई होम, फ्लिपकार्ट, अमेजन और ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स के जरिए बेचा।
इससे पहले श्याओमी ने कंफर्म किया था कि फेस्टिव सेल्स शुरू होने के पहले कुछ दिनों में ही कंपनी ने 53 लाख डिवाइस बेच दिए थे।
गैजेट डेस्क. गूगल अपने डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म गूगल पे को पहले से ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक बना दिया है। गूगल ने अपने ऐप में बायोमेट्रिक सिक्योरिटी फीचर (2.100) वर्जन जोड़ दिया है। इस नए फीचर के बदौलत मनी ट्रांसफर करने के लिए यूजर को पिन डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब पिन के अलावा फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्नाइजेशन के जरिए भी ट्रांजेक्शन किया जा सकेगा। फिलहाल यह फीचर सिर्फ एंड्रॉयड 10 डिवाइस में ही उपलब्ध है।
इससे पहले गूगल पे यूजर ट्रांजेक्शन करने के लिए पिन का इस्तेमाल करते थे ताकि उनका ट्रांजेक्शन सुरक्षित रहे। लेकिन लेटेस्ट अपडेट में पिन डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गूगल ने ऐप में बायोमेट्रिक एपीआई का फीचर जोड़ा है जो पहले से तेज और सुरक्षित है। इसे पारंपरिक पिन सिक्योरिटी फीचर के रिप्लेसमेंट के तौर भी देखा जा रहा है।
फिलहाल यह फीचर भारत में उपलब्ध नहीं है। भारतीय यूजर्स को अभी भी यूपीआई पिन की मदद से ही पेमेंट करना होगा। यह फीचर सिर्फ एंड्रॉयड 10 डिवाइस में ही उपलब्ध है। एंड्रॉयड पुलिस कि रिपोर्ट के मुताबिक जल्द ही नए अपडेट को एंड्रॉयड 9 यूजर्स के लिए भी जारी किया जाएगा।
यूजर्स को यह ऑप्शन सेडिंग मनी सेक्शन के नीचे दिखाई देगा। यूजर पिन से बायोमेट्रिक सिक्योरिटी में स्विच कर सकेंगे। पेमेंट को और सुरक्षित बनाने के लिए यूजर्स दोनों ऑप्शन भी इस्तेमाल कर सकेंगे। इस फीचर का इस्तेमाल सिर्फ मनी ट्रांसफर के लिए ही किया जा सकता है। इसे स्टोर्स पर एनएफसी पेमेंट्स के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते।
गैजेट डेस्क. मोटोरोला की पॉपुलर स्मार्टवॉच मोटो 360 एक बार फिर ग्लोबल मार्केट में वापसी करने की तैयारी में है। रिपोर्ट के मुताबिक इसकी मैन्युफैक्चरिंग ईबायनाउ (eBuyNow)कंपनी द्वारा की जा रही है। नई मोटो 360 में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। नई मोटो 360 में फुली सर्क्युलर डिस्प्ले दिया गया है जो पहले से थोड़ा अलग होगा। 2014 में लॉन्च हुई फर्स्ट जनरेशन मोटो 360 उस समय की पॉपुलर स्मार्टवॉच थी। यह राउंड केस में आने वाली पहली एंड्रॉयड वियर वॉच थी। 2015 में इसका सेकंड जनरेशन मॉडल आया था।
गैजेट डेस्क. अमेजन, एपल और अलीबाबा दुनियाभर की टेक इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा उथल-पुथल मचाने वाली (डिसरप्टिंग) कंपनियां हैं। यह जानकारी केपीएमजी की रिपोर्ट से सामने आई है। केपीएमजी ने टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के 740 बिजनेस लीडर्स से बातचीत कर यह रिपोर्ट जारी की है। डीजेआई, गूगल, नेटफ्लिक्स, एयरबीएनबी, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और बायडू भी टॉप-10 में जगह बनाने में सफल रही है। ज्यादातर टेक इंडस्ट्री लीडर्स ने सर्वे में कहा है कि पिछले तीन साल में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म सबसे ज्यादा उथल-पुथल मचाने वाले रहे हैं। इसके बाद सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों का नंबर आता है। केपीएमजी की रिपोर्ट के मुताबिक टेक इंडस्ट्री से जुड़े युवाओं और इसके लीडर्स के बीच उभरते हुए ग्लोबल टेक्नोलॉजी इनोवेशन और विजनरी के मुद्दे पर राय अलग-अलग है।
टॉप-10 में शामिल कंपनियों में अमेजन और अलीबाबा मूलतः ई-कॉमर्स कंपनियां हैं। हालांकि, ये अब अपने टेक प्रोडक्ट्स भी उतार चुकी हैं। अमेजन अभी स्मार्ट स्पीकर सिस्टम मार्केट में सबसे बड़ी कंपनी है। वहीं, अलीबाबा भी इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सहित कई अन्य बिजनेस में उतर चुकी है। एपल गैजेट कंपनी है। आईफोन, आईपैड और मैकबुक इसके मुख्य प्रोडक्ट हैं। साथ ही कंपनी स्मार्ट वॉच भी बनाती है। एपल अब वीडियो स्ट्रीमिंग और ऑनलाइन गेमिंग के बिजनेस में भी उतर चुकी है।
डीजेआई गिम्बल, ड्रोन, एक्शन कैमरा आदि बनाती है। गूगल इंटरनेट कंपनी है। सर्च इंजन के साथ शुरुआत करने वाली गूगल अल्फाबेट नाम की पैरेंट कंपनी के तहत आती है। पिक्सल सीरीज के स्मार्टफोन के अलावा यह मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड की निर्माता भी है। नेटफ्लिक्स वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी है।
एयरबीएनबी हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करती है। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी है। यह भी कई अन्य बिजनेस में उतर चुकी है। फेसबुक दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी हैं। वहीं, बायडू चीन की इंटरनेट कंपनी है।
सुंदर पिचाई सबसे इनोवेटिव और विजनरी सीईओ
टेक बिजनेस से लीडर्स के मुताबिक इनोवेशन और विजनरी होने के मामले में गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई पहले स्थान पर हैं। इसके बाद टेस्ला और स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क का नंबर आता है। वहीं मिलेनियल्स की राय में इनके अलावा हुवावे के सीईओ रेन झेंगफेई, श्याओमी के सीईओ लेई जुन और सॉफ्ट बैंक के सीईओ मासायोशी सोन भी विजनरी हैं।
नई दिल्ली .देश के 12 लाख से ज्यादा डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी लीक हो गई है। इसके डेटा ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल का कहना है कि यह इस साल की सबसे बड़ी हैकिंग है। डेटा की शुरुआती जांच में पता चला है कि इसमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण ट्रैक-2 डेटा भी चोरी हुआ है, जो कार्ड के पीछे मैग्नेटिक स्ट्रिप में होता है। इसमें ग्राहक की प्रोफाइल और लेनदेन की सारी जानकारी होती है।
ट्रैक-1 डेटा में सिर्फ कार्ड नंबर ही होते हैं, जो सामान्य है। सिंगापुर की साइबर डेटा एनालिसिस करने वाली नामी संस्था ग्रुप आईबी के अनुसार हैकर्स की वेबसाइट जोकर स्टैश पर 13 लाख बैंक कार्ड की बिक्री हो रही है। इसमें 98% भारतीयों के हैं, 18% तो एक ही बैंक के हैं। इस बैंक के नाम का खुलासा नहीं हुआ है। हर कार्ड का डेटा 100 डॉलर (करीब 7 हजार रु.) में बेची जा रहा है। अंदेशा है कि हैकिंग के अलावा डेटा एटीएम या पीओएस में स्किमर से भी चुराए गए हैं।
नुकसान की भरपाई बैंकों की ही जिम्मेदारी:पवन दुग्गल, सायबर विशेषज्ञ
बैंकों को बड़े लेनदेन तफ्तीश के बाद क्लीयर करने चाहिए :बैंकों को कार्ड से हुए बड़े लेनदेन तफ्तीश और ग्राहक से बात करने के बाद क्लीयर करने चाहिए। आरबीआई के नियमों के मुताबिक,यदि कार्ड दुरुपयोग में उपभोक्ता की गलती नहीं है, तो भरपाई बैंक को करनी होगी।
ग्राहक लेनदेन करने वाले कार्ड में सीमित पैसा ही रखें :असुरक्षित वेबसाइटों पर लेनदेन से बचेंं। जिस कार्ड से लेनदेन करते हैं, उस खाते में सीमित पैसा रखें। संदिग्ध निकासी दिखे तो तुरंत पुलिस व बैंक को लिखित सूचना दें। इससे नुकसान की जिम्मेदारी बैंक की ही होगी।
सरकार को पेमेंट नेटवर्क सुरक्षित बनाने चाहिए :भारत के पेमेंट नेटवर्क असुरक्षित हैं। इसे दुरुस्त करें। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति (2013) कागजी घोड़ा भर है। कड़े साइबर सुरक्षा कानून की जरूरत है। साइबर सुरक्षा के कल्चर को अपनाने में हम विफल रहे हैं।
जोकर्स स्टैश के पीछे फिन-7 संगठन, जो अबतक डेटा बेचकर 7 हजार करोड़ रु. कमा चुका है पर ये हैं कौन, किसी को पता नहीं :जोकर्स स्टैश एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जहां अपराधी पेमेंट कार्ड डिटेल्स की खरीद-फरोख्त करते हैं। कार्ड की क्लोनिंग करके पैसे चुराए जाते हैं। ये दुनियाभर के 1 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के कार्ड हैक कर चुके हैं। ये ग्रुप ट्रम्प प्रशासन के अफसरों के सोशल सिक्योरिटी नंबर तक बेच चुका है।
रूसी हैकर्स होने की आशंका :जोकर्स स्टैश के पीछे फिन-7 डेटा हैकिंग संगठन है। ये कंपनियों के डेटा नेटवर्क को हैक करके डिटेल चुराते हैं। ये लोग डेटा से 7 हजार करोड़ रु. कमा चुके हैं। इसे चलाने वाले लोग कौन हैं, इसका पता नहीं लग सका है। अनुमान है कि ये रूस के हैकर्स हैं।
गैजेट डेस्क. उबर ईट्स ने हाल ही में अपने फूड डिलीवरी ड्रोन को पेश किया। यह एक इलेक्ट्रिक ड्रोन है। इसमें 6 रोटर लगे हैं, जो वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग करने में ड्रोन की सहायता करते हैं। इसकी ऑफिशियल टेस्टिंग 2020 में शुरू होगी। फुल चार्जिंग में यह सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। कम रेंज होने की वजह से इसे फूड डिलीवरी प्रोसेस के छोटे हिस्से के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
नेवर सैटल' टैगलाइन के साथ भारतीय यूजर्स के बीच जबरदस्त लोकप्रिय प्रीमियम स्मार्टफान OnePlus की लेटेस्ट 7T सीरीज अब आपको और भी बेजोड़ ऑफर्स के साथ मिल रही है। शानदार फीचर्स, दमदार प्रोसेसर और अविश्वसनीय कैमरा क्वालिटी वाले OnePlus 7T पर अब आपको 5,500 रुपए और OnePlus 7T Pro व OnePlus 7 Pro फोन पर 8,000 रुपए तक की बचत का शानदार मौका मिल रहा है। OnePlus ने अपने नए ऑफर्स 26 अक्टूबर से 16 नवंबर 2019 तक की अवधि के लिए खुले रखे हैं। जानते हैं कि आप किस तरह से इन आफर्स का का फायदा उठा सकते हैं—
32,499 रुपए में मिलेगा OnePlus 7T
यदि आप 8+128 GB के साथ OnePlus 7T फोन लेना चाहते हैं तो यह अब आपको सिर्फ 32,499 रुपए में मिल सकता है। इसकी एमआरपी 37,999 रुपए है, लेकिन आप रेफरल कोड, एक्सचेंज आफर और इंस्टेंट कैशबैक का इस्तेमाल कर इस पर 5,500 रुपए की अविश्वसनीय बचत कर सकते हैं। इस फोन के साथ आपको रेफरल कोड के जरिए 2000 रुपए, एक्सचेंज ऑफर के जरिए 2000 रुपए और HDFC कार्ड पर 1500 रुपए इंस्टेंट कैशबैक के रूप में बचा सकते हैं। इस तरह आपको OnePlus 7T पर 5,500 रुपए का फायदा मिल रहा है। इस फोन पर आप 3 महीने की नो—कोस्ट इएमआइ का फायदा भी ले सकते हैं।
45,999 रुपए में मिलेगा OnePlus 7T Pro
यदि आपको 8+256 GB के साथ OnePlus 7T Pro फोन पसंद है तो यह अब आपको सिर्फ 45,999 रुपए में मिल सकता है। इसकी एमआरपी 53,999 रुपए है, लेकिन आप रेफरल कोड, एक्सचेंज आफर और इंस्टेंट कैशबैक का इस्तेमाल कर इस पर 8,000 रुपए की अविश्वसनीय बचत कर सकते हैं। इस फोन के साथ आपको रेफरल कोड के जरिए 2000 रुपए, एक्सचेंज ऑफर के जरिए 3000 रुपए और HDFC कार्ड पर 3000 रुपए इंस्टेंट कैशबैक के रूप में बचा सकते हैं। इस तरह आपको OnePlus 7T Pro पर 8,000 रुपए का लाभ मिल रहा है। इसी तरह 8,000 रुपए के आफर्स का लाभ आप OnePlus 7 Pro फोन के साथ भी उठा सकते हैं। दोनों ही फोन पर आप 6 महीने की नो—कोस्ट इएमआइ का फायदा भी ले सकते हैं।
OnePlus 7T और OnePlus 7T Pro के फीचर्स -
गैजेट डेस्क. फोल्डिंग स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए मंगलवार को साउथ कोरियाई टेक कम्पनी सैमसंग ने अपने लेटेस्ट फोल्डेबल फोन को पेश किया। कम्पनी ने इसे सैमसंग डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (SDC)-2019 में कॉन्सेप्ट मॉडल के तौर पर पेश किया। इसकी खासियत यह है कि इसे होरिजॉन्टली फोल्ड किया जा सकेगा।
इसके डिजाइन को देखकर कहा जा सकता है कि लॉन्चिंग के बाद इसका मुकाबला मोटोरोला के फोल्डेबल फोन मोटो रेजर से देखने को मिलेगा। कुछ महीने पहले ही सैमसंग ने 1.65 लाख रुपए कीमत वाला गैलेक्सी फोल्ड स्मार्टफोन लॉन्च किया है। यह किताब कि तरह फोल्ड होता है, जो अनफोल्ड होने पर छोटे टैबलेट के आकार का हो जाता है।
नए फोन की डिजाइन गैलेक्सी फोल्ड से बिल्कुल अलग है। गैलेक्सी फोल्ड अनफोल्ड होने पर एक स्मॉल साइज टैबलेट में कन्वर्ट हो जाता है जबकि सैमसंग के नए फोल्डेबल फोन का स्क्रीन साइज काफी लंबा है, इसे फोल्ड कर आसानी से जेब में रखा जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस फोन का मॉडल नंबर SM-F700F और इसे 256 जीबी स्टोरेज वैरिएंट में लॉन्च किया जा सकता है। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक इस डिवाइस का नाम गैलेक्सी W20 5G होगा। यह फोन कई 5G कैपेबिलिटी से लैस होगा।
डिस्प्ले साइज |
फोल्ड:4.6 इंच, सुपर एमोलेड, 720x1680 पिक्सल रेजोल्यूशन अनफोल्ड:7.3 इंच, डायनामिक एमोलेड, 1536x2152 पिक्सल रेजोल्यूशन |
ओएस | एंड्रॉयड 9 पाई |
प्रोसेसर | क्वालकॉम ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर विद एड्रिनो 640 जीपीयू |
रैम | 12 जीबी |
स्टोरेज | 512 जीबी |
रियर कैमरा | 16MP(अल्ट्रा वाइड कैमरा) + 12MP(वाइड एंगल कैमरा) + 12MP(टेलीफोटो) |
सेल्फी कैमरा |
फोल्ड:10MP(वाइड) अनफोल्ड:10MP(वाइड) + 8MP(डेप्थ) |
कनेक्टिवटी | वाई-फाई 802.11, ब्लूटूथ 5.0, जीपीएस, एनएफसी, यूएसबी 3.1 टाइप-सी |
सेंसर | फिंगरप्रिंट (साइड माउंटेड), एक्सीरेलोमीटर, जायरोस्कोप, प्रॉक्सिमिटी, कंपास, बारोमीटर, सैमसंग DeX सपोर्ट |
बैटरी | 4235 एमएएच |
डायमेंशन |
फोल्ड:160.9x62.9x15.5 एमएम अनफोल्ड:160.9x117.9x6.9 एमएम |
वजन | 263 ग्राम |
गैजेट डेस्क. टेक कंपनी श्याओमी ने बुधवार को भारतीय बाजार में अपने लेटेस्ट स्मार्ट होम प्रोडक्ट एमआई स्मार्ट बेडसाइड लैंप 2 को लॉन्च किया। इसकी खासियत यह है कि इसकी लाइट को 1.6 करोड़ तरह के कलर्स में सेट किया जा सकता है। इसके अलावा यूजर इसे बोलकर भी ऑपरेट कर सकेंगा। यह एलेक्सा, गूगल असिस्टेंट और एपल होम किट जैसे फीचर्स सपोर्ट करता है। इसे एमआई होम स्टोर से खरीदा जा सकता है। फिलहाल इसकी स्पेशल क्राउडफंडिंग कीमत 2299 रुपए रखी गई है।
गैजेट डेस्क. इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने यूजर्स को पहले से बेहतर चैटिंग एक्सपीरियंस देने के लिए नया फीचर जारी किया है। इस फीचर की मदद से ऐप पर आने वाले नोटिफिकेशन यूजर को परेशान नहीं कर सकेंगे। अब म्यूटेड चैट्स के नोटिफिकेशन ऐप के आईकन पर नहीं दिखेंगे। हालांकि यह फीचर एंड्रॉयड डिवाइस यूजर्स के लिए पहले से ही मौजूद है। अब यह सुविधा आईओएस यूजर्स को भी मिलेगी। इसके साथ ही ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग्स में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
बिना परमिशन कोई भी ग्रुप में ऐड नहीं कर सकेगा
वॉट्सऐप ने ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग में भी बड़ा बदलाव किया है। अब कोई भी यूजर बिना परमिशन के किसी अन्य यूजर को ग्रुप में ऐड नहीं कर सकेगा। मतबल अब यूजर यह सिलेक्ट कर सकेंगे कि कौन उन्हें ग्रुप में जोड़ सकता है। इसके लिए वॉट्सऐप पर Who Can Add Me To Groups में अब My Contacts Except का भी ऑप्शन मिलेगा। ऐसे में आप कुछ लोगों को ब्लैकलिस्ट कर पाएंगे, जो आपके साथ ऐड रहेंगे। लेकिन वो आपको ग्रुप में नहीं जोड़ सकेंगे। इसके अलावा, WhatsApp ने यूजर्स के iCloud बैकअप इशू की मदद के लिए अपनी वेबसाइट पर एक नया सपोर्ट पेज भी पब्लिश किया है।
78 एमबी को होगा नया अपेडट
वॉट्सऐप का ये नया अपडेट 78 एमबी का है। इसमें मीडिया एडिटिंग को भी पहले से आसान बनाया गया है। इन ऐप अलाइनिंग फीचर के तहत मीडिया एडिटिंग के दौरान स्टिकर्स और इमोजी को सही तरीके प्लेस कर पाएंगे।
गैजेट डेस्क. सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर पर बढ़ते वित्तीय दबाव को कम करने के उपाय सुझाने के लिए कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की एक समिति गठित की है। सुप्रीम कोर्ट के टेलीकॉम कंपनियों को 1.42 लाख करोड़ रुपए के पुराने बकायों का भुगतान करने का आदेश देने के कुछ दिन बाद ही सरकार ने यह निर्णय लिया है।
साथ ही ट्राई से भी कई उपायों पर विचार करने को कहा गया है। इनमें फ्री-कॉलिंग समाप्त करने और डेटा दरों में इजाफा करना शामिल हो सकता है। समिति टेलीकॉम कंपनियों के स्पेक्ट्रम भुगतान को कुछ समय के लिए टालने के साथ-साथ कंपनियों के लिए यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) में योगदान के नियम पर भी पुनर्विचार कर सकती है। समिति में वित्त सचिव, दूरसंचार सचिव और विधि सचिव समेत अन्य मंत्रालयों के सचिव शामिल किए जाएंगे।
टेलीकॉम कंपनियों के एजीआर की गणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हाल के निर्णय के बाद कंपनियों ने बढ़ते वित्तीय संकट की बात की है। भारती एयरटेल ने एजीआर के मुद्दे की वजह से सितंबर तिमाही के परिणामों की घोषणा 14 नवंबर तक टाल दी है। कंपनी को अपने दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा मंगलवार को ही करनी थी।
ट्राई कॉलिंग और डेटा सर्विसेज के लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित करने के पहलू पर काम कर सकता है। ऐसे में मुफ्त कॉलिंग खत्म हो सकती है। सचिवों की समिति वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए स्पेट्रम चार्ज की राशि चुकाने में विलंब की सिफारिश कर सकती है। यूएसओएफ को 5% से घटाकर 3% करने का सुझाव दिया जा सकता है।
मौजूदा समय में भारत में डेटा की दरें दुनिया में सबसे कम है। यहां 1 जीबी डेटा का औसत शुल्क सिर्फ 8 रुपए है। रिलायंस जियो के मार्केट में आने के बाद डेटा की दरें इतनी कम हुईं। इसका असर कंपनियों के प्रति यूजर रेवेन्यू (एआरपीयू) भी पड़ा। 2014 में प्रति यूजर औसत रेवेन्यू 174 रुपए था। 2018-19 में यह घटकर 113 रुपए पर आ गया।
सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद सबसे ज्यादा असर एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के ऊपर ही पड़ेगा। अगर सरकार की ओर से कोई राहत पैकेज जारी नहीं होता है तो एयरटेल को करीब 42 हजार करोड़ और वोडाफोन-आइडिया को करीब 40 हजार करोड़ रुपए चुकाने पड़ सकते हैं। वहीं, रिलायंस जियो पर सिर्फ 14 करोड़ रुपए का बकाया है।
अगर टेलीकॉम कंपनियों को राहत नहीं मिली तो इस सेक्टर में छंटनी की संभावना काफी बढ़ सकती है। साथ ही नई भर्तियों पर भी रोक लग जाएगी। बकाया चुकाने के लिए कंपनियों को स्टाफिंग और कैपेक्स जैसे खर्च में कटौती करनी पड़ेगी। इसका असर नेटवर्क में इन्वेस्टमेंट, इक्विपमेंट मेकर्स और टावर कंपनियों पर भी पड़ सकता है।