इंदौर .राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआर कैट) ने 10 साल की रिसर्च और 4 लाख रुपए खर्च कर पोर्टेबल आंकोस्कोप डिवाइस बनाई है। मुंह के कैंसर की जांच इससे 15 मिनट में हो जाएगी। इस डिवाइस का लोकार्पण शुक्रवार शाम कैट में इंडियन सोसायटी ऑफ आंकोलॉजी और इंडियन सोसायटी
ऑफ मेडिकल एंड पीडियाट्रिक आंकोलॉजी द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने किया। कैट के वैज्ञानिक शोभन कुमार मजूमदार ने बताया यह देश की पहली लेजर मशीन है। यह उपकरण टैबलेट आधारित है। आकार में छोटा होने के कारण आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। यह मशीन उन मरीजों के काम आएगी, जिनमें कैंसर के लक्षण नजर नहीं आते।
ऐसे काम करेगी डिवाइस
आंकोडाइग्नोस्कोप से पेंसिल के आकार का फाइबर ऑप्टिक प्रोब जुड़ा होता है। इसे संबंधित व्यक्ति के मुंह में डालकर कैंसर की जांच की जाती है। इसका नतीजा मॉनिटर पर दिखाई देता है। इसके परिणाम 85 प्रतिशत तक सटीक होंगे।
इन लक्षणों पर ध्यान दें
- यदि शरीर में तिल के रंग या आकार में बदलाव हो तो सचेत हो जाएं। {यूरिन का रंग लाल होने लगे। {शरीर के किसी हिस्से में गांठ हो या रक्तस्राव हो। {आवाज में भारीपन महसूस हो।
- खाने-पीने में तकलीफ हो।
देश में हर साल 10 लाख लोग कैंसर से जान गंवाते हैं, हर साल आते हैं 18 लाख नए केस
कॉन्फ्रेंस में अमेरिका, इंग्लैंड, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव, सऊदी अरब से कैंसर विशेषज्ञ आए हैंै। अहमदाबाद से आए डॉ. जयेश डी. पटेल ने कहा, देश में हर साल दस लाख लोग कैंसर से जान गंवा देते हैं। हर साल 15 से 18 लाख नए मामले कैंसर के आते हैं। देश में 60 लाख लोग कैंसर से जूझ रहे हैं। लोग तंबाकू मुंह में दबाए रहते हैं। यह कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। डॉ. के गोविंद बाबू ने बताया कई ऐसे कैंसर हैं, जिनके कारणों का पता अब तक नहीं लग पाया है। खान-पान की आदत, जीवनशैली, मोटापे से भी कैंसर की आशंका रहती है। आयोजन समिति के डॉ. एसएस नैयर ने बताया, देशभर में 5 लाख लोगों को मुंह का कैंसर है जबकि 4 लाख महिलाओं को बच्चेदानी का कैंसर है।
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